S Jai shankar On Israel-Hamas War:  इजरायल-हमास के बीच जारी युद्ध और यूक्रेन संघर्ष की तरफ इशारा करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि यह टकराव वैश्विक अस्थिरता को बढ़ाने में अहम योगदान दे रहे हैं. नई दिल्ली में कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एस जयशंकर ने दुनिया में भू-राजनीतिक उथल-पुथल पर विचार करते हुए कहा कि मध्य पूर्व में अभी जो हो रहा है उसका प्रभाव अभी भी पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है.


न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक विदेशमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद को लंबे समय तक एक टूल की तरह इस्तेमाल किया जाता रहा है. विदेश मंत्री ने कहा, " एकध्रुवीय ( Unipolar) दुनिया अब दूर का इतिहास है. अमेरिकी-सोवियत संघ की द्विध्रुवीयता (Bipolar) दुनिया और भी दूर है और मुझे नहीं लगता कि अमेरिकी-चीन वास्तव में बाइपोलर विश्व में शामिल हो जाएंगे.


'क्षेत्रीय ताकतें हो रही हैं प्रभावशाली'
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि अब बहुत सारे पावरफुल देश हैं, जो प्रभाव और ऑटोनॉमी एक्टिविटी के साथ-साथ अपने प्रभुत्व और प्राइवेसी को लेकर आगे बढ़ रही हैं. प्रमुख क्षेत्रीय ताकतें अब अतीत की तुलना में इतनी प्रभावशाली होती जा रहे हैं कि वे वैश्विक खिलाड़ियों या बाहरी खिलाड़ियों को एंट्री करने की इजाजत नहीं दे रहीं." 


जयशंकर ने कहा कि पहले की तुलना में आज भारत की स्थिति काफी बेहतर है. यह दिखाने के लिए बहुत सारे सबूत हैं कि आज हम एक या दो या पांच दशक पहले की तुलना में कहीं बेहतर हैं.


कनाडा में वीजा सर्विस पर क्या बोले जयशंकर?
वहीं, कनाडा में वीजा सर्विस पर विदेश मंत्री ने कहा, "कनाडा के साथ इस समय हमारे संबंध एक कठिन दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन मैं यह कहना चाहता हूं कि हमारी जो समस्याएं हैं, वे कनाडा की नीतियों की वजह से हैं. अभी लोगों की सबसे बड़ी चिंता वीजा को लेकर है. कुछ हफ्ते पहले, हमने कनाडा में वीजा जारी करना बंद कर दिया था क्योंकि वहां हमारे राजनयिकों के लिए काम पर जाना सुरक्षित नहीं था."


यह भी पढ़ें- MP में गठबंधन पर बवाल, लेकिन राजस्थान में कांग्रेस ने बढ़ाया 'हाथ'! जानें किन पार्टियों से चल रही बात