Sri Lanka Crisis : श्रीलंका संकट पर MEA की सलाहकार समिति को जानकारी देंगे एस जयशंकर, जानिए कमेटी में कौन-कौन हैं शामिल
S Jaishankar on Sri Lanka Crisis: भारत श्रीलंका का एक मजबूत और पारस्परिक रूप से लाभप्रद भागीदार बनता जा रहा है. कोरोना संकट से लेकर मौजूदा आर्थिक संकट के दौरान भारत लगातार श्रीलंका की मदद कर रहा है.
External Affairs Minister S Jaishankar on Sri Lanka Crisis: भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) श्रीलंका में चल रहे संकट ( Sri Lanka Crisis) को लेकर सलाहकार समिति को जानकारी देंगे. विदेश मंत्री 18 जून को विदेश मामलों की संसदीय सलाहकार समिति को जानकारी देंगे. इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर के अलावा भारत के विदेश सचिव और अन्य विदेश मंत्रालय के अधिकारी मौजूद रहेंगे. बैठक के दौरान, भारत सरकार की ओर से संसद सदस्यों को श्रीलंका में आर्थिक संकट और देश की पड़ोस नीति (Neighbourhood Policy) को लेकर जानकारी साझा करेंगे.
विदेश मंत्री इस दौरान भारत सरकार की ओर से श्रीलंका को कैसे और किस तरह से मदद दी गई, इस बारे में भी जानकारी दे सकते हैं. भारत श्रीलंका का एक मजबूत और पारस्परिक रूप से लाभप्रद भागीदार बनता जा रहा है. कोरोना महामारी (Covid-19 Pandemic) और फर्टिलाइजर संकट (Fertilizer Chaos) के दौरान सहायता के अलावा, भारत द्वीप राष्ट्रों के लिए बुनियादी जरूरी उत्पाद भी भेज रहा है.
श्रीलंका संकट पर जानकारी देंगे एस जयशंकर
श्रीलंका संकट को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर 18 जून को विदेश मामलों की संसदीय सलाहकार समिति को जानकारी देंगे. संसदीय सलाहकार समिति के सदस्यों में वायनाड के कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, डीएमके से राज्यसभा सांसद तिरुचि शिवा, सिलचर से बीजेपी सांसद डॉ राजदीप रॉय शामिल हैं. तमिलनाडु सहित संसद के सदस्यों से उम्मीद की जा रही है कि वो सरकार से उपमहाद्वीप पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में सवाल पूछ सकते हैं.
श्रीलंका की लगातार मदद कर रहा है भारत
तमिलनाडु सरकार ने भी इस संकट में श्रीलंका (Sri Lanka) की मदद के लिए केंद्र से मदद मांगी है और श्रीलंका को दवाओं और अन्य मानवीय सहायता की खेप भी भेजी है. 3 जून को, कोलंबो के उच्चायुक्त गोपाल बागले ने 1990 की सुवासरिया एम्बुलेंस सेवा (Suwaseriya Ambulance Service) को कुल 3.3 टन जरूरी चिकित्सा आपूर्ति (Medical Supplies) सौंपी. बागले ने कहा कि एस जयशंकर (S Jaishankar) को मार्च 2022 में कोलंबो में सुवासरिया मुख्यालय के दौरे के दौरान फाउंडेशन द्वारा सामना की जा रही मेडिकल आपूर्ति की बढ़ती कमी से अवगत कराया गया था.
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