Russia Ukraine War: भारत ने गुरुवार को उन खबरों को खारिज कर किया, जिनमें यूक्रेन में भारत निर्मित तोप के गोले मिलने का दावा किया गया था. भारत की तरफ से कहा गया कि उसने यूरोपीय देश को कोई गोला-बारूद नहीं भेजा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत ने यूक्रेन को न तो तोप के गोले भेजे हैं और न ही उनका निर्यात किया है.
उन्होंने प्रेस वार्ता में कहा, "हमने इस संबंध में मीडिया में आई कुछ खबरें देखी हैं. हम स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि हमने यूक्रेन को तोप के गोले नहीं भेजे हैं." यूक्रेन में भारत निर्मित तोप के गोले देखे जाने की खबरों को लेकर पूछे एक सवाल के जवाब में रणधीर जयसवाल ने यह टिप्पणी की थी. भारत कहता रहा है कि यूक्रेन में संघर्ष को बातचीत और कूटनीति के जरिए हल किया जाना चाहिए.
यूक्रेन के विदेश मंत्री से एस जयशंकर ने की बात
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूक्रेन में चल रहे संघर्ष, कीव के शांति फॉर्मूले और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करते हुए यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से फोन पर बातचीत की थी. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर लिखा, यूक्रेन में चल रहे युद्ध को लेकर विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा से बातचीत हुई.
यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा कि हमारे द्विपक्षीय संबंध हमें संयुक्त रूप से आगे बढ़ने में मदद करेंगे. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने युद्ध को समाप्त करने के लिए 10 सूत्रीय शांति योजना सामने रखी, जिसमें युद्ध के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देना, यूक्रेन से सभी रूसी सैनिकों को वापस लेना और अपने देश की क्षेत्रीय अखंडता को बहाल करना शामिल था.
इस शांति योजना के तहत उन्होंने ऊर्जा सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा और परमाणु सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी आह्वान किया.