(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
मुंबई में 7 करोड़ की प्रॉपर्टी, चंडीगढ़ में 8 करोड़ की कोठी, जानें कितनी है 'भगौड़े' Parambir Singh की संपत्ति
Extortion Case: बतौर पुलिस कमिश्नर सिर्फ दो सवा दो लाख की सैलरी लेने वाले परमबीर सिंह ने मुंबई में कई प्रॉपर्टी खड़ी की हैं, जिनमें से एक जुहू इलाके में है. इसकी कीमत करोड़ों में है.
चंद दिनों पहले तक मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की गिनती सबसे रसूखदार अफसरों में होती थी. लेकिन आज उनकी पहचान एक भगौड़े की है. एबीपी न्यूज के हाथ लगी एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक बतौर पुलिस कमिश्नर सिर्फ दो सवा दो लाख की सैलरी लेने वाले परमबीर सिंह ने मुंबई में कई प्रॉपर्टी खड़ी की हैं, जिनमें से एक जुहू इलाके में है. इस प्रॉपर्टी को परमबीर सिंह ने लगभग 25 लाख में खरीदा था. लेकिन अब इसकी कीमत करोड़ों में है.
अवैध वसूली मामले में परमबीर सिंह पिछले एक महीने से अंडरग्राउंड हैं और इसलिए महाराष्ट्र पुलिस जल्द ही उनकी सल्तनत की सीलबंदी करने की तैयारी कर रही है, जो महाराष्ट्र से लेकर चंडीगढ़ तक फैली है
परमबीर सिंह का जुहू की वसुंधरा सोसायटी में जो फ्लैट है, वो साल 2003 में खरीदा गया था. इसकी वर्तमान कीमत 4.63 करोड़ रुपये है. अगर परमबीर सिंह 30 दिन में सामने नहीं आते तो ये प्रॉपर्टी सीज हो सकती है. सिर्फ जूहू ही नहीं बल्कि नवी मुंबई में भी परमबीर के नाम एक आलीशान आशियाना है, जिससे वो सालाना लाखों में मुनाफा कमाते हैं. ये प्रॉपर्टी नवी मुंबई के सबसे पॉश इलाके में है. इस प्रॉपर्टी की कीमत 2.24 करोड़ रुपये है.
मुंबई और नवी मुंबई में परमबीर सिंह के नाम जो प्रॉपर्टी हैं, उन दोनों की साझा कीमत तकरीबन 7 करोड़ रुपये है. दोनों संपत्तियों से सालाना 10 लाख रुपये के करीब कमाई भी होती है. लेकिन इन दोनों प्रॉपर्टीज से भी महंगी एक प्रॉपर्टी चंडीगढ़ में है.
सरकारी कागजों में परमबीर सिंह की चंडीगढ़ वाली आलीशान कोठी की कीमत 4 करोड़ रुपये है. लेकिन चंडीगढ़ के पॉश इलाके में मौजूद इस सल्तनत की कीमत 8 करोड़ के करीब बताई जा रही है. ये प्रॉपर्टी परमबीर सिंह के पिता होशियार सिंह की थी, जिसमें परमबीर सिंह के अलावा उनके दो भाइयों, मनबीर सिंह और तेजबीर सिंह का भी शेयर है. हरियाणा के फरीदाबाद में सूरजकुंड के पास भी परमबीर सिंह की एक प्रॉपर्टी है.
हालांकि अब ये जमीन वन विभाग के पास है. इसकी कीमत 14 लाख रुपये है. अगर संपत्ति कुर्क की जाती है तो 30 दिनों का वक्त दिया जाता है. आज का दिन खत्म हो चुका है. बचे 29 दिन. अगर इस दौरान परमबीर हाजिर नहीं हुए तो उन पर कार्रवाई की गाज गिरनी तय है.
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