तिहाड़ जेल में बंद दो गैंगस्टर चला रहे थे एक्सटॉर्शन रैकेट, पुलिस ने 7 गुर्गों को किया गिरफ्तार
तिहाड़ में बंद मनजीत महल और सतेंद्र भिंडा नाम के दो गैंगस्टर अपने साथियों से फेसबुक मैसेंजर और व्हाट्सएप कॉल के जरिए संपर्क में थे. दोनों के इशारों पर इनके गुर्गों ने एक व्यापारी से 1 करोड़ रुपये की डिमांड की थी.
नई दिल्लीः तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर मनजीत महल और उसके साथी सतेंद्र भिंडा के सात गुर्गों को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक, सभी आरोपी जेल में बंद सतेंद्र भिंडा के आदेश के बाद दिल्ली के विकासपुरी इलाके में रहने वाले एक व्यापारी से एक करोड़ की उगाही कर रहे थे.
पुलिस के मुताबिक, तिहाड़ जेल में बंद मनजीत महल ने अपने साथी सत्येंद्र भिंडा के साथ मिलकर यह पूरी साजिश रची थी और फेसबुक मैसेंजर और व्हाट्सएप्प कॉल के जरिए अपने गुर्गों से संपर्क किया था. सतेंद्र भिंडा ने जेल के अंदर से अपने गुर्गों को बिजनेसमैन की डिटेल्स दी थी. साथ ही ये भी निर्देश दिए की कैसे ऑडियो रिकॉर्डिंग बनाकर मंजीत महल के नाम से व्यापारी से 1 करोड़ की वसूली करनी है.
लूट के मोबाइल से व्यापारी को किया था कॉल. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, जेल से मिली इंस्ट्रक्शन के मुताबिक की इन गुर्गों ने पहले एक शख्स से उसका मोबाइल छीना और फिर उसके जरिए व्यापारी को फ़ोन करके एक करोड़ की रकम मांगी.
पुलिस के मुताबिक यह फोन कॉल मंजीत महल के नाम पर किया गया था. जांच के दौरान पुलिस जिस मोबाइल फ़ोन को ट्रेस करते हुए पहले आरोपी आकाश तक पहुंची और उसके बाद कड़ियों से कड़ियां जुड़ती चली गई. गिरफ्तार सभी सात गुर्गों ने बताया की जेल में बंद मंजीत महल और सत्येंद्र भिंडा ने उन्हें वसूली करने का आदेश दिया था.
तिहाड़ जेल में कैसे पहुंचा मोबाइल?पुलिस जांच मे जुटी दिल्ली पुलिस के मुताबिक मनजीत महल पर पहले ही दर्जनों हत्या, लूट और उगाही के मुकदमें चल रहे हैं और यह जेल से ही लगातार अपने रैकेट को चला रहा था . पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिरकार जेल में बंद मनजीत महल और उसके साथी सत्येंद्र भिंडा ने कैसे अपने गुर्गों को व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर के जरिए संपर्क किया? आखिरकार कैसे जेल में इनके पास मोबाइल और सिम पहुंचे? इस पूरी वारदात ने तिहाड़ जेल की सुरक्षा पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
हम सैनिकों का बलिदान कभी नहीं भूलेंगे, शहीदों के परिवार के साथ पूरा देश खड़ा है: राजनाथ सिंह