Pune CA Death: 'मैं वादा करता हूं कि...', एना के माता-पिता से वीडियो कॉल कर बोले राहुल गांधी
Pune EY Employee Death: मृतका के माता-पिता का कहना है कि ऑफिस में ज्यादा वर्कलोड के कारण उनकी बेटी जान गई है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि कामकाजी दशा में सुधार के लिए लड़ेंगे.
Pune EY Employee Death: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (21 सितंबर 2024) को पुणे स्थित अर्न्स्ट एंड यंग (ईवाई) कंपनी में कथित ज्यादा काम के दबाव के कारण अपनी जान गंवाने वाली एना सेबेस्टियन पेरायिल के माता-पिता को आश्वासन दिया कि वह भारत में लाखों पेशेवरों के लिए कामकाजी दशा में सुधार के लिए लड़ेंगे.
राहुल गांधी ने मृतका के माता-पिता से बात की
कोच्चि में पीड़िता के घर पहुंचे ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस (एआईपीसी) के अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती ने वीडियो कॉल के माध्यम से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की एना सेबेस्टियन के माता-पिता से बात कराई. राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैंने एक उज्ज्वल और महत्वाकांक्षी युवा पेशेवर एना सेबेस्टियन के शोक संतप्त माता-पिता से बात की. विषाक्त और कामकाज की अक्षम्य दशा के कारण दुखद रूप से एना के जीवन का अंत हो गया.’’
कांग्रेस सांसद ने कहा कि अकल्पनीय दुःख का सामना करते हुए एना की मां ने उल्लेखनीय साहस और निस्वार्थता दिखाई और अपने व्यक्तिगत नुकसान को सभी के लिए सुरक्षित और निष्पक्ष कार्यस्थल के लिए एक शक्तिशाली दलील में तब्दील कर दिया. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एना के परिवार को अपनी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता के साथ-साथ कांग्रेस पार्टी के पूर्ण समर्थन का वादा किया है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह त्रासदी बदलाव के लिए उत्प्रेरक बने.’’
I spoke with the heartbroken parents of Anna Sebastian, a bright and ambitious young professional whose life was tragically cut short by toxic and unforgiving work conditions.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 21, 2024
In the face of unimaginable grief, Anna's mother has shown remarkable courage and selflessness, turning… pic.twitter.com/XY9PXbYAIK
'हमारे बच्चे अब भी गुलामों की तरह कर रहे काम'
उन्होंने एना सेबेस्टियन के माता-पिता के साथ अपनी कॉल का वीडियो भी साझा किया. वीडियो में एना की मां राहुल गांधी से कहती दिख रही हैं कि उनकी बेटी नौकरी से लौटने पर बहुत थक जाती और उसके पास अपनी निजी जिंदगी के लिए समय नहीं था.
मृतका की मां ने कहा, ‘‘केवल भारत में ही बच्चों को इस तरह की यातना दी जाती है. अगर यह भारत के बाहर होता, तो क्या वे अपने कर्मचारियों को इस तरह काम करने के लिए कहेंगे. वे कहते हैं कि हमने 1947 में आजादी हासिल कर ली है, लेकिन हमारे बच्चे अब भी गुलामों की तरह काम कर रहे हैं. हमारे देश में ऐसा क्यों हो रहा है?’’
राहुल गांधी संसद में उठाएंगे मुद्दा
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने माता-पिता को इस मुद्दे को संसद में उठाने का आश्वासन दिया. उन्होंने आश्वासन दिया कि वह नेता प्रतिपक्ष के रूप में इस मुद्दे के लिए लड़ेंगे. उन्होंने एआईपीसी अध्यक्ष को भारत में सभी कामकाजी पेशेवरों के लिए एना की स्मृति में एक जागरूकता आंदोलन का निर्देश दिया.
बयान में कहा गया, ‘‘राहुल गांधी के निर्देशों का पालन करते हुए एआईपीसी कॉरपोरेट पेशेवरों से काम के तनाव और विषाक्त कार्य संस्कृति से संबंधित मुद्दों के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए जल्द ही एक हेल्पलाइन नंबर की घोषणा करेगी. इसके बाद एआईपीसी कॉरपोरेट क्षेत्र में पेशेवरों के लिए बेहतर कामकाजी दशा उपलब्ध कराने के लिए मसौदा दिशानिर्देश पेश करना चाहेगी.
इससे पहले शुक्रवार (20 सितंबर 2024) को एक पोस्ट में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और एआईपीसी के पूर्व अध्यक्ष शशि थरूर ने कहा कि उन्होंने एना सेबेस्टियन के पिता सिबी जोसेफ के साथ गहरी भावनात्मक बातचीत की, जिसकी अर्न्स्ट एंड यंग में चार महीने तक सातों दिन 14 घंटे की बेहद तनावपूर्ण कामकाजी परिस्थिति और काम के दबाव के चलते दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी. उन्होंने कहा कि संसद के अगले सत्र के दौरान सबसे पहले इस मामले को उठाएंगे.
कंपनी ने बयान जारी कर दुख जताया था
एना पेरायिल (26) चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) थीं, जिनकी कथित तौर पर कंपनी में काम के दबाव के कारण मौत हो गई. अर्न्स्ट एंड यंग ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा था, ‘‘जुलाई 2024 में एना सेबेस्टियन के दुखद और असामयिक निधन से हमें गहरा दुख हुआ है.’’ इसने कहा कि वह देश भर में अपने कार्यालयों में सुधार करना और स्वस्थ कार्यस्थल प्रदान करना जारी रखेगा.
ईवाई ग्लोबल की सदस्य कंपनी एसआर बाटलीबोई के साथ काम करने वाली एना सेबेस्टियन पेरायिल के दुखद निधन के कुछ दिन बाद श्रम और रोजगार मंत्रालय कथित असुरक्षित और शोषणकारी कार्य वातावरण की जांच कर रहा है.
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