महाराष्ट्र के औरंगाबाद ट्रेन हादसे का एक चश्मीद सामने आया है. उसने बताया कि जब ट्रेन मजदूरों को कुचलते हुए आगे बढ़ रही थी तब उस वक्त वो उनके पीछे था. आपको बता दें कि कल औरंगाबाद में ट्रेन से कटकर 16 श्रमिकों की मौत हो गई थी. मृतक सभी मध्य प्रदेश के रहनेवाले थे.


'रेलवे ट्रैक के सहारे पैदल निकले मध्य प्रदेश के लिए'


चश्मदीद उन भाग्यशाली लोगों में से एक है जो ट्रेन हादसे के वक्त जिंदा बच गया. उसने बताया, “पैदल अपने घर जा रहे श्रमिक थकान के कारण रेलवे ट्रैक पर सो गए. इस बीच तेजगति से मालगाड़ी की चपेट में श्रमिक आ गए.” उसने बताया कि अपने साथियों को उसने तेजगति से आ रही मालगाड़ी के बारे में बताना चाहा मगर उसकी आवाज उसके साथियों तक नहीं पहुंच सकी. जिसके चलते बड़ा हादसा हो गया. उसने कहा, " हम मध्य प्रदेश से आकर जालना में SRG कंपनी के लिए काम करते थे. कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन में हम बेरोजगार हो गए थे. पैसे की तंगी हो जाने पर हम अपने पैतृक घर जा रहे थे.


कल तेज रफ्तार ट्रेन की चपेट में आए थे 16 श्रमिक


चश्मदीद ने बताया, ''गुरुवार शाम 7 बजे हम अपनी जगह से निकले और शुक्रवार की सुबह 4 बजे घटनास्थल पर पहुंचे. थकान के कारण हमने कुछ देर आराम करने का फैसला किया. रेलवे ट्रैक पर आराम करते-करते उन्हें नींद आ गई. मैं अपने दो साथियों के साथ उनसे कुछ दूरी पर था. कुछ देर बाद तेज रफ्तार मालगाड़ी आने की आवाज पर मैंने उन्हें अलर्ट करना चाहा मगर उन्हें मेरी आवाज सुनाई नहीं दी, जिसके चलते मालगाड़ी ने उनको कुचल दिया. ट्रेन हादसे में मरनेवालों से मैं दो लोगों के साथ थोड़ी दूर पर था.”





औरंगाबाद ग्रामीण पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सभी मृतकों के शवों को ट्रेन से शुक्रवार की रात उनके गृह राज्य भेज दिया गया है. कलेक्टर के आदेश पर ट्रेन हादसे की जांच की जा रही है.


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