ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के मामले भारत में बढ़ रहे हैं. अब तक, 10,000 से ज्यादा मरीजों की संख्या दर्ज की जा चुकी है. 50 फीसद मृत्यु दर के साथ ब्लैक फंगस एक खतरनाक फंगल संक्रमण है. ऐसे में जबकि डॉक्टर, मरीज इस दुर्लभ बीमारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं, इस बीच कई दावे शर्तिया इलाज के किए जा रहे हैं. ऐसा ही एक फर्जी मैसेज इंटरनेट पर वायरल हो रहा है. दावा है कि ब्लैक फंगस का इलाज फिटकरी, हल्दी, सेंधा नमक और सरसों तेल से किया जा सकता है. हालांकि, पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने उसे फर्जी करार दिया है. 


क्या घरेलू सामग्री से हो सकता है ब्लैक फंगस का इलाज?


वायरल वीडियो में डॉक्टर परमेश्वरम अरोड़ा को विस्तार से दुर्लभ बीमारी का हल बताते हुए देखा जा सकता है. उनका कहना है कि फिटकरी, हल्दी पाउडर और सेंधा नमक के साथ सरसों तेल का दो बूंद नियमित इस्तेमाल ब्लैक फंगस का इलाज कर सकता है. हालांकि, दावे के पीछे वैज्ञानिक समर्थन नहीं है और इसलिए उससे बचने की सलाह दी गई है क्योंकि झांसे में आने के बाद उसका इस्तेमाल आपके लिए खतरनाक हो सकता है. 


पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने दावे को बताया बेबुनियाद


पीआईबी की फैक्ट चेक टीम ने ट्विटर पर पोस्ट किया, "दावे: म्यूकरमाइकोसिस का इलाज फिटकरी, हल्दी, सेंधा नमक और सरसों से किया जा सकता है. #पीआईबीचेक: दावा बेबुनियाद है क्योंकि कोई वैज्ञानिक नतीजा नहीं है. कृप्या इस तरह के गंभीर स्वास्थ्य समस्या के इलाज में घरेलू उपचार का भरोसा न करें."



ब्लैक फंगस के मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए केंद्र सरकार ने 20 मई को राज्यों से महामारी घोषित करने का आग्रह किया. केंद्र सरकार ने राज्यों के लिए संदिग्ध या प्रमाणित मामले दोनों की रिपोर्ट करना अनिवार्य करार दे दिया. अब तक, एंटी फंगल दवा एम्फोटेरिसिन-बी का इस्तेमाल बीमारी के लिए किया जा रहा है.


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