Fact Check: क्या मोदी सरकार ने 2,69,556 अखबारों के टाइटल कर दिए हैं निरस्त, जानें सच
इस न्यूज में यह भी दावा किया है कि 804 अखबारों को डीएवीपी ने विज्ञापन सूची से बाहर कर दिया है. यह खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई मीडिया जगत में हड़कंप मच गया.
नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर वायरल एक खबर में कहा गया है कि केंद्र सरकार ने ढाई लाख से अधिक अखबारों का टाईटल निरस्त कर दिया है साथ ही सैंकड़ों अखबारों को डीएवीपी की सूची से बाहर कर दिया है.
भारत सरकार के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पीआईबी फैक्ट चेक ने इस खबर को पूरी तरह फर्जी बताया है और यह भी कहा है कि इस तरह का कोई फैसला केंद्र सरकार ने नहीं लिया है.
दावा: एक न्यूज़ आर्टिकल में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार ने ढाई लाख से अधिक अखबारों का टाईटल निरस्त कर दिया है साथ ही सैंकड़ों अखबारों को डीएवीपी की सूची से बाहर कर दिया है।#PIBFactCheck: यह दावा फर्जी है। केंद्र सरकार द्वारा ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। pic.twitter.com/Kecdg9C7Ft
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) November 20, 2020
यह फर्जी खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई मीडिया जगत में हड़कंप मंच गया है लेकिन जल्द पीआईबी फैक्ट चेक ने इसे फर्जी बताते हुए ट्वीट कर दिया.
इस फेक न्यूज में यह दावा किया गया कि भारत सरकार ने 269556 समाचार पत्रों का टाइटल निरस्त किया है. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि 804 अखबारों को डीएवीपी ने विज्ञापन सूची से बाहर कर दिया है.
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