नई दिल्ली: देश में चारों ओर सिर्फ कोरोना वायरस की चर्चा है. सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को लेकर हर रोज नए-नए दावे किए जाते हैं. सोशल मीडिया पर इन दिनों एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है. देश को चेतावनी देते इस मैजेस में दावा है कि लोग अपने घरों से जरूरी सामान लेने के लिए भी घर से ना निकलें. सबसे बुरा वक्त शुरू हो चुका है. तारीख के साथ चेतावनी देने वाले इस मैसेज की एबीपी न्यूज़ से पड़ताल की है, जानें इस मैसेज के दावे का सच.


आज लॉकडाउन का छठा दिन है. देश घरों के भीतर सिमटा हुआ है ताकि कोरोना को हरा सके. लोग सिर्फ जरूरत का सामान लेने के लिए घर से बाहर निकल रहे हैं. लेकिन सोशल मीडिया पर पहुंचा ये मैसेज ब्रेड दूध और दवा जैसे जरूरी सामान खरीदने से भी मना कर रहा है.


क्या दावा किया जा रहा है?


वायरल मैसेज के जरिए दावा किया जा रहा है, ‘’कल से ब्रेड जैसा सामान भी खरीदने के लिए घर से बाहर मत निकलिए, क्योंकि सबसे बुरा वक्त शुरू हो चुका है. अब बहुत सारे लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण पता चलेगा और कई लोगों को संक्रमण हो सकता है. इसलिए ये बहुत जरूरी है कि घर में रहिए. किसी से मत मिलिए. बहुत ज्यादा सावधान होना बेहद जरूरी है. 23 मार्च से 3 अप्रैल तक हमें अपना बहुत ज्यादा ख्याल रखना है, क्योंकि इन दो हफ्तों में कोरोना वायरस अपने पीक पर है.’’



दावे के बाद सामने आए कई सवाल


वायरल मैसेज में किए दावे को सही ठहराने के लिए इटली का उदाहरण पेश किया गया है. वायरल मैसेज के मुताबिक, इटली ने सबसे महत्वपूर्ण दो हफ्तों में ऐसी चेतावनी को नजरअंदाज किया इसीलिए वहां वायरस के संक्रमण का विस्फोट हुआ है. वायरल मैसेज की पूरी कहानी सुनने के बाद लोगों के मन में सवाल था, क्या वाकई वायरस का सबसे बुरा वक्त शुरू हो गया है? क्या 3 अप्रैल तक जरूरी सामान के लिए घर से बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं होगा?


दावे का सच क्या है?


सवाल के जवाब के लिए एबीपी न्यूज़ इंटरनल मेडिसिन की डॉक्टर स्वाति माहेश्वरी के पास पहुंचा. उनको मैसेज दिखाकर दावे का सच पूछा तो उन्होंने इसे पूरी तरह अफवाह बताया. ऐसे मैसेज को देखकर डरने की जरूरत नहीं है. आप जब सिर्फ जरूरत हो तब बाहर निकले.। जरूरी सामान दूध दवा के लिए निकल सकते हैं और वो सावधानी बरतिए जो डॉक्टर बरतने के लिए कह रहे हैं. पड़ताल में वायरस मैसेज झूठा साबित हुआ है.


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