Nobel Peace Prize: फैक्ट-चेकर्स मोहम्मद जुबैर (Mohammed Zubair) और प्रतीक सिन्हा (Pratik Sinha) 2022 का नोबेल शांति पुरस्कार जीतने के दावेदारों में शामिल हैं. टाइम मैग्जीन के अनुसार, तथ्य-जांच साइट AltNews के सह-संस्थापक सिन्हा और जुबैर नामांकन के आधार पर पुरस्कार जीतने के दावेदारों में से हैं. नोबेल शांति पुरस्कार के विजेता का चयन नार्वे के नोबल समिति के 5 सदस्यों की ओर से किया जाएगा.
जून में गिरफ्तार हुए थे जुबैर
दिल्ली पुलिस की एफआईआर के अनुसार जुबैर को इस साल जून में 2018 के एक ट्वीट के लिए गिरफ्तार किया गया था, जो "अत्यधिक उत्तेजक और घृणा की भावनाओं को भड़काने के लिए पर्याप्त से अधिक" था. दिल्ली पुलिस ने मोहम्मद जुबैर पर धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए जानबूझकर काम करने का आरोप लगाया. सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के एक महीने बाद जुबैर तिहाड़ जेल से बाहर आ गए.
नोबल शांति पुरस्कार की दौड़ में 343 उम्मीदवार
2022 के नोबेल शांति पुरस्कार की दौड़ में लगभग 343 उम्मीदवार हैं - 251 व्यक्ति हैं और 92 संगठन हैं. यहां ये भी बता दें कि नोबेल समिति नामांकित व्यक्तियों के नामों की घोषणा नहीं करती है, न तो मीडिया और न ही उम्मीदवारों के लिए.
एक रॉयटर्स सर्वेक्षण में बेलारूसी विपक्षी राजनेता स्वियातलाना सिखानौस्काया, प्रसारक डेविड एटनबरो, जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग, पोप फ्रांसिस, तुवालु के विदेश मंत्री साइमन कोफे और म्यांमार की राष्ट्रीय एकता सरकार नार्वे के सांसदों द्वारा नॉमिनेटिड लोगों में से हैं.
यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की भी दावेदार
प्रतीक सिन्हा और मोहम्मद जुबैर के अलावा, यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और रूसी असंतुष्ट और व्लादिमीर पुतिन के आलोचक एलेक्सी नवलनी भी शांति पुरस्कार के दावेदार हैं. 2022 के नोबेल शांति पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा स्थानीय समयानुसार 7 अक्टूबर को ओस्लो में सुबह 11 बजे की जाएगी.
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