Fadnavis vs Nawab Malik: मुंबई के क्रूज ड्रग्स कांड में एनसीपी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र में मंत्री नवाब मलिक और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बीच लड़ाई जोर पकड़ चुकी है. कल बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने नवाब मलिक पर अंडरवर्ल्ड से जुड़े होने का धमाका किया तो आज नवाब मलिक ने फडणवीस के खिलाफ आरोपों का हाईड्रोजन बम फोड़ने की चेतावनी दी है. नवाब मलिक सुबह 10 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं.


नवाब मलिक ने फडणवीस पर लगाए अंडरवर्ल्ड से जुड़े होने के आरोप


नवाब मलिक ने फडणवीस पर अंडरवर्ल्ड से जुड़े होने के आरोप लगाए थे. इसके बाद फडणवीस ने भी मलिक पर पलटवार करते हुए आरोप लगाए. फडणवीस ने दावा किया, ''कुर्ला में तीन एकड़ जमीन को गोवा वाला कंपाउंड कहा जाता है और ये जगह एलवीएस रोड पर है. इस जमीन की एक रजिस्ट्री सॉलिडस नाम की कंपनी के साथ हुई. मरियम बाई गोवावाला और पॉवर ऑफ अटार्नी कौन है? सलीम पटेल बिक्री करने वाले सरदार शाहाब अली खान, इन दोनों ने मिलकरये जमीन सॉलिडस इनवेस्टमेंट कंपनी बेची है, जो नवाब मलिक जी के परिवार की है. कागजों पर फराज मलिक केसाइन हैं.''


फडणवीस अपने आरोपों में जिस फराज मलिक का नाम  ले रहे हैं वो नवाब मलिक के बेटे हैं. और जिस सॉलिडस इनवेस्टमेंट कंपनी पर फडणवीस आरोप लगा रहे हैं उसमें मलिक परिवार की हिस्सेदारी है. इस जमीन की रजिस्ट्री में शाह वली खान और सलीम पटेल का नाम है और फडणवीस का आरोप है कि पैसा भी इन्हीं के खाते में जमा किया गया.


फडणवीस के मुताबिक, जिस सरदार शाह वली खान से नवाब मलिक के बेटे ने जमीन खरीदी वो मुंबई बम ब्लास्ट का गुनहगार है. 1993 सीरियल ब्लास्ट केस में शाह वली खान को उम्रकैद की सजा हुई है और वो जेल में है. शाह वली खान ने धमाकों से पहले मुंबई स्टॉक एक्सचेंज और महानगर पालिका की रेकी की थी. जिस दूसरे शख्स सलीम पटेल का नाम फडणवीस ने लिया है वो दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर का ड्राइवर और बॉडीगार्ड है.


नवाब मलिक ने सारे आरोपों को खारिज किया


फडणवीस का आरोप है कि पारकर की संपत्तियों में सलीम पटेल पावर ऑफ अटॉर्नी रहता था. 2007 में सलीम पटेल हसीना पारकर के साथ गिरफ्तार भी हुआ था. अब इन्हीं दोनों को लेकर फडणवीस आरोप लगा रहे हैं तो नवाब मलिक सारे आरोपों को गलत बता रहे हैं. फडणवीस का आरोप है कि नवाब मलिक ने कुर्ला के एलबीएस रोड पर 3 एकड़ जमीन, जिसका मार्केट प्राइस साढे तीन करोड़ से ज्यादा था, उसे 25 से 30 लाख में खरीदा यानि कौड़ियों के मोल. ऐसा फर्जी किरायेदारी दिखाकर किया गया. फडणवीस का आरोप है कि जमीन सस्ती इसलिए दी गई, क्योंकि टाडा के आरोपियों की जमीन सरकार जब्त कर लेती है. दूसरी तरफ नवाब मलिक ने सारे आरोपों को खारिज किया है.


आरोप और पलटवार की ये कहानी तब शुरु हुई जब फडणवीस की पत्नी अमृता फडणवीस की एक तस्वीर लेकर नवाब मलिक आए, जिसमें वो ड्रग माफिया जयदीप राणा के साथ दिखीं. अब जवाब में फडणवीस कागज दिखा रहे हैं कि अंडरवर्ल्ड और आतंकियों से मलिक ने जमीन खरीदी. बयानों की इस जंग में ये आखिरी धमाका नहीं है, क्योंकि नवाब मलिक ने एक और बड़ा धमाका करने की चेतावनी दे दी है.


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