Delhi Police Special Cell: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दो ऐसे शातिर बदमाशों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने 'फर्जी' वेब सीरीज देखकर और उससे आईडिया लेकर फेक करेंसी छापनी शुरू कर दी. दोनों की पहचान ताजीम और इरशाद के रूप में हुई है. ये दोनों शातिर 2000 के नकली नोट छाप रहे थे, लेकिन जैसे ही स्पेशल सेल को भनक लगी दोनों को धर दबोचा.
दरअसल, दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को जानकारी मिली थी कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में एक ऐसा नया मॉड्यूल काम कर रहा है जो फर्जी नोट को सर्कुलेट कर रहा है. दिल्ली ही नहीं बल्कि पंजाब और उत्तर प्रदेश में 2000 के फर्जी नोटों का सर्कुलेशन किया जा रहा है. पुलिस ने जब इस गैंग के बारे में जांच शुरू की तो जांच में सामने आया कि ये गैंग उत्तर प्रदेश के कैराना से ऑपरेट हो रहे हैं.
पूछताछ में ताजीम ने किए खुलासे
जांच के दौरान सेल की टीम को पता चला कि इसी गैंग का एक शातिर बदमाश नकली नोटों के साथ दिल्ली के अलीपुर इलाके में आएगा. पुलिस की टीम ने अलीपुर इलाके में ट्रैप लगाया और ताजीम नाम के शख्स को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस को ताजीम के पास से ढाई लाख रुपए के नकली नोट मिले. पूछताछ में ताजीम ने खुलासा किया कि वो अपने एक साथी इरशाद के साथ जाली नोट का धंधा कर रहा है. पुलिस ने ताजीम की निशानदेही पर उत्तर प्रदेश के कैराना से इरशाद को 3 लाख के जाली नोट के साथ गिरफ्तार कर लिया.
नोट छापने के लिए की पूरी तैयारी
पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि 2000 के फर्जी नोट में होने वाले मुनाफे को देखकर इन दोनों ने अपनी दुकान में ही जाली नोट छापने और फिर उसकी सप्लाई करना शुरू कर दिया. जाली नोट छापने के लिए स्पेशल स्याही इन्होंने कई वेबसाइट सर्च करने के बाद ढूंढी थी. इसके अलावा नोट छापने के लिए बढ़िया पेपर और प्रिंटर भी ले आए थे.
दिल्ली-एनसीआर, पंजाब में नोटों की सप्लाई
दोनों ने खुलासा कि फर्जी वेब सीरीज देखकर 2000 के फर्जी नोट छापना शुरू किया. जाली नोट को यह दोनों आरोपी दिल्ली-एनसीआर, पंजाब और उत्तर प्रदेश में सप्लाई किया करते थे. पुलिस इन दोनों से पूछताछ कर रही है कि ये दोनों अब तक कितने जाली नोट सप्लाई कर चुके हैं.
आरोपियों ने ये भी खुलासा कि फेक नोटों की ऊंची डिमांड और इसमें होने वाले प्रॉफिट मार्जिन को पहचानने के बाद दोनों ने फेक नोट बनाने और इसकी सप्लाई करना शुरू किया. पुलिस के मुताबिक आरोपी ताजीम कपड़े की रंगाई में माहिर है और अपने इस हुनर का फायदा उसने जाली नोट बनाने में इस्तेमाल किया.