फर्जी गन लाइसेंस मामला: कुपवाड़ा के दो पूर्व डीएम को CBI ने पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया
सीबीआई ने इन दो पूर्व अधिकारियों को फर्जी गन लाइसेंस मामले में गिरफ्तार किया था. अगस्त 2019 में इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी. आज सीबीआई की स्पेशल कोर्ट के सामने दोनों को पेश किया. बाद में 10 दिन की सीबीआई रिमांड में ले लिया गया.
नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के दो पूर्व जिला अधिकारियों (डीएम) को सीबीआई ने पूछताछ के लिए10 दिन की रिमांड पर लिया है. सीबीआई ने इन दोनों को जम्मू कश्मीर में बड़े पैमाने पर बने फर्जी गन लाइसेंस के मामले में गिरफ्तार किया था. इनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी राजीव रंजन और कश्मीर प्रशासनिक सेवा के अधिकारी इशरत हुसैन शामिल हैं.
सीबीआई के मुताबिक यह दोनों अधिकारी साल 2013 से लेकर साल 2016 के बीच कुपवाड़ा में डीएम के पद पर तैनात थे. आरोप है कि अपनी तैनाती के दौरान नियम कानूनों का उल्लंघन कर इन लोगों ने बड़ी संख्या में फर्जी दस्तावेजों पर गन लाइसेंस जारी किए. इस मामले में लगभग दो महीने पहले सीबीआई ने प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों के घरों और कार्यालयों में छापेमारी की थी साथ ही उनसे पूछताछ की थी.
सीबीआई ने 2007 बैच की आईएएस 2010 बैच के आईएएस कुमार राजीव रंजन समेत अनेकों डीएम रहे अधिकारियों से भी पूछताछ की थी. सीबीआई को इस मामले की जांच पिछले साल अगस्त महीने में सौंपी गई थी. आरोप था कि जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों से पिछले एक दशक के दौरान दो लाख के लगभग लाइसेंस जारी किए गए थे.
आरोप है कि अधिकारियों ने तमाम नियम कानूनों को ताक पर रखकर अवैध तरीके से जम्मू कश्मीर से बाहर रहने वाले लोगों को लाइसेंस जारी किए. यह भी आरोप है कि इस दौरान रिश्वत का लंबा लेन देन भी चला. इस मामले में दोनों पूर्व जिला अधिकारियों को कल गिरफ्तार किया गया था. आज उन्हें सीबीआई की विशेष अदालत के सामने पेश किया गया जहां से उन्हें पूछताछ के लिए 10 दिन की सीबीआई रिमांड पर लाया गया है. सीबीआई के अधिकारी के मुताबिक पूछताछ के दौरान और बड़े खुलासे हो सकते हैं. साथ ही लाइसेंस बनाने वाले नेटवर्क के अन्य लोगों के बारे में भी पता चल सकता है.