मुंबई: महाराष्ट्र सरकार आज केंद्र सरकार को एक पत्र लिखेगी. महाराष्ट्र सरकार का स्वास्थ्य विभाग केंद्र को पत्र लिखकर मांग करेगा कि मुंबई और ठाणे में फर्जी वैक्सीननेशन करवाए लोगों का कोविन सर्टिफिकेट रद्द हो. जिन लोगों को फर्जी वैक्सीन लगा, उन्हें वापस बीएमसी कोरोना टीका लगवाएगी. जैसे ही पीड़ितों का डेटा डिलीट होगा उसके बाद राज्य सरकार सभी का वैक्सीनेशन करने की प्रक्रिया शुरू कर देगी.


दरअसल, अप्रैल और मई महीने में मुंबई और ठाणे में कुल 20 से अधिक जगहों पर फर्जी टीकाकरण केंद्रों का आयोजन हुआ था. इसमें करीब 3000 लोगों को वैक्सीन लगाए जाने की आशंका है. इस मामले में 11 एफआईआर दर्ज हुए है. 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. अभी भी कुछ पुलिस स्टेशन में नई शिकायते सामने आई है.


BMC ने तैयार किए नए नियम
मुंबई में फर्जी टीकाकरण के कई मामले देखने को मिले हैं. जिसके बाद बीएमसी ने फर्जी टीकाकरण पर रोक लगाने के लिए कुछ खास नियमों को तैयार किया है. टीकाकरण अभियान प्राइवेट कोविड टीकाकरण केंद्र के माध्यम से ही चलाया जाएगा. निजी कोविड टीकाकरण केंद्र को कोविन पोर्टल पर रेजिस्टर करना अनिवार्य होगा. समिति को सचिव को नोडल अधिकारी नियुक्त करना होगा.


निजी कोविड टीकाकरण केंद्र की वैक्सीन की कीमत, तारीख, जानकारी की जानकारी देना अनिवार्य होगा. टीकाकरण के समय स्वास्थ्य अधिकारी औचक निरीक्षण करें. यदि टीकाकरण के दौरान कुछ भी गलत होता है, तो स्वास्थ्य अधिकारी को इसकी सूचना तुरंत पुलिस को देनी चाहिए.


नोडल अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि टीकाकरण के बाद प्रमाण पत्र का लिंक सभी को उपलब्ध हो. टीकाकरण से 3 दिन पहले मुंबई नगर निगम के संबंधित स्वास्थ्य अधिकारी और पुलिस स्टेशन को सूचित करना आवश्यक है यदि टीकाकरण के दौरान कोई समस्या पाई जाती है तो मुंबई नगर निगम के वॉर रूम को भी सूचित किया जाना चाहिए.


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