कोविड 19 के लिए बनी जीओएम (ग्रुप ऑफ मिनिस्टर) ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त करते हुए भारत-निर्मित वेंटिलेटर के निर्यात की अनुमति दी है. स्वदेशी निर्मित वेंटिलेटर के निर्यात को सुविधाजनक बनाने के लिए आगे की कार्रवाई के लिए इस निर्णय को डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन ट्रेड (DGFT) को सूचित कर दिया है.
भारत में अभी मृत्यु दर 2.15% है और लगातार ये दर घट रही है. वहीं देश में 31 जुलाई को कुल कोरोना संक्रमित मरीजों में से सिर्फ 0.22% वेंटिलेटर पर है. इसके अलावा भारत में वेंटिलेटर निर्माण करने वाली कंपनी काफी बढ़ गई है और अभी तकरीबन 20 कंपनी वेंटिलेटर बना रही है.
भारत में कोरोना में वेंटिलेटर की कमी ना हो इसलिए वेंटिलेटर पर निर्यात पर रोक/ प्रतिबंध मार्च 2020 में लगाई गई थी. सभी प्रकार के वेंटिलेटर के निर्यात पर प्रतिबंध / रोक डीजीएफटी अधिसूचना संख्या 53 w.e.f 24.03.2020 हुई थी. लेकिन अब निर्यात की अनुमति दे दी गई है.
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहा है. हर दिन नए मामले पिछले दिनों से ज्यादा सामने आ रहे है. पिछले 24 घंटे में 57,118 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 764 मरीजों की मौत हुई है. इसके साथ ही संक्रमण के मामले 16 लाख से ज्यादा हो गए. वहीं 36 हजार से ज्यादा लोगों की इस वायरस के कारण जान भी चली गई है.
1 अगस्त को भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 16,95,988 हो गई. इसमें से 5,65,103 एक्टिव केस हैं, जिनका इलाज चल रहा है जबकि 36,511 मरीजों की मौत हो गई. वहीं इस संक्रमण से अब तक 10,94,374 मरीज ठीक हो चुके है.