बेंगलूरू: भेड़ चाल के सामने तर्क और तलवार-व-बंदूक के सामने अपने कलम से लड़ने वाली वरिष्ठ महिला पत्रकार गौरी लंकेश को अपने विद्रोही स्वभाव की कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी है. अब गौरी के भाई ने बहन के लिए इंसाफ की मांग की है. भाई इंद्रजीत लंकेश ने कहा है कि इस हत्या की जांच सीबीआई से होनी चाहिए.
इंद्रजीत लंकेश का कहना है कि गौरी लंकेश ने परिवार के सामने कभी जान के खतरे की बात नहीं कही. उनका कहना है कि ये बात सही है कि वो एक्टिविस्ट थी और जो चाहती थी वही लिखती थीं.
इंद्रजीत लंकेश ने कहा, " गौरी ने मां को कुछ नहीं बताया था. पिछली रात मैं अपनी मां के साथ ही था. ये महज़ अफवाह है. उन्हें किसी से कोई खतरा नहीं था. इसमें कोई शक नहीं है कि वो फायरब्रांड पत्रकार थीं, वो आक्रामक पत्रकार थीं और अपना काम कर रही थीं. वो एक सक्रिय एक्टिविस्ट थीं. जहां तक मेरी जानकारी है उन्हें जान का कोई खतरा नहीं था. "
उन्होंने आगे कहा, "मैं सीबीआई जांच की मांग करता हूं. जैसा कि पहले भी देखा जा चुका है कि कलबुर्गी के मामले में जिसमें राज्य सरकार ने जांच की थी जो काफी निराशाजनक रही. मैं कह सकता हूं कि उन्होंने कुछ नहीं किया. कोई नहीं जानता कि गुनाहगार कौन है. "
याद रहे कि साल 2016 में कर्नाटक के धारवाड़ में कलबुर्गी की हत्या कर दी गई थी.
आपको बता दें कि कल रात जब गौरी लंकेश दफ्तर से लौटकर अपने घर का दरवाज़ा खोलने जा रही थीं तभी बाइक पर सवार हमलावरों ने ऐन उसी वक्त गोली मार दी. फायरिंग के दौरान उनके सिर, गर्दन और सीने पर गोलियां लगीं हैं. मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया.
इस हत्या को लेकर देशभर में काफी गुस्सा है. हत्या की चारों तरफ कड़ी निंदा हो रही है. राजनेताओं के अलावा, पत्रकारों, समाजसेवियों और फिल्मी दुनिया से जुड़ी हस्तियों तक ने इस हत्या को लोकतंत्र पर हमला बताते हुए दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किए जाने की मांग की है.