Surbhi Jain Death: महज 30 साल की उम्र में कैंसर से जंग हारीं फैशन इंफ्लुएंसर सुरभि जैन, आखिरी मैसेज में कहा था- कुछ ठीक नहीं चल रहा
Surbhi Jain Died Of cancer: मशहूर फैशन इंफ्लुएंसर सुरभि जैन का 30 साल की उम्र में कैंसर से निधन हो गया. जैन ने अपने आखिरी पोस्ट में लिखा था कि चीजें बहुत अच्छी नहीं चल रही हैं.
Fashion Influencer Surbhi Jain Died Of cancer: देश की मशहूर फैशन इंफ्लुएंसर सुरभि जैन कैंसर से लंबी लड़ाई के बाद आखिरकार जिंदगी की जंग हार गईं. महज 30 साल की उम्र में उन्होंने दम तोड़ दिया है. उनके परिवार ने सोशल मीडिया पर ये खबर शेयर की.
न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक जैन ओवेरियन कैंसर का इलाज करा रही थीं. सुरभि जैन ने इंस्टाग्राम पर अपने आखिरी पोस्ट में आठ हफ्ते पहले हॉस्पिटल में अपनी एक फोटो शेयर की थी. इंस्टाग्राम पर उनकी फैन फॉलोइंग काफी ज्यादा है.
आखिरी मैसेज में सुरभि जैन ने क्या लिखा?
मौत से पहले इंस्टाग्राम पर अपने आखिरी मैसेज में सुरभि जैन ने लिखा था, "मुझे पता है कि मैंने अपने हेल्थ के बारे में आप सभी को अपडेट नहीं किया है, जो कि हर दिन मुझे मिलने वाले मैसेज को देखकर लगता है कि गलत है. हालांकि चीजें बहुत अच्छी नहीं चल रही हैं. इसलिए शेयर करने के लिए बहुत कुछ नहीं है." 2 महीने पहले उन्होंने लिखा था, ''मैंने ज्यादातर समय अस्पताल में बिताया है. इलाज चल रहा है, यह मुश्किल है और मैं चाहती हूं कि यह सब खत्म हो जाए.''
यह दूसरी बार था जब सुरभि जैन को कैंसर हुआ था. 27 साल की उम्र में, उनकी एक बड़ी सर्जरी हुई थी. उन्होंने अपनी सर्जरी के बाद कहा था, "सर्जरी के कारण मुझे 149 टांके आए और बहुत दर्द हुआ. आज, मैं खुद को बिजी रखने और हर दिन का सामना मुस्कुराहट के साथ करने में बिजी रहती हूं."
गुरुवार को हुई थी मौत, हो चुका है अंतिम संस्कार
उनके निधन की खबर उनके परिवार ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की. उन्होंने बताया कि उनकी गुरुवार को मौत हो गई और 19 अप्रैल को गाजियाबाद में उनका अंतिम संस्कार किया गया है.
बता दें कि ओवेरियन कैंसर महिलाओं के ओवरीज में होता है. इस बीमारी में ओवरी में एक घातक, बढ़ता हुआ ट्यूमर बनता है जो हेल्दी टिश्यू को नष्ट कर देता है. यह भारत में महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के बाद तीसरा सबसे आम कैंसर है.
भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) की एक स्टडी से पता चलता है कि इसके लक्षण आसानी से पता नहीं लगते हैं और तेजी से ये बढ़ता है, जिस वजह से इसका पता शुरूआत में आसानी से नहीं हो पाता है. जब तक कैंसर का पता चलता है, तब तक यह अक्सर ओवरी से आगे बढ़ चुका होता है. इसलिए अधिकतर मामलों में इलाज संभव नहीं हो पाता और मौत हो जाती है.