Farm Bills 2020: राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे विपक्षी दल के नेता, शाम पांच बजे का समय तय
राष्ट्रपति भवन ने इस मुलाकात के लिए शाम पांच बजे का समय तय किया है. इस दौरान कोविड-19 के प्रोटोकॉल का ध्यान रखा जाएगा और सिर्फ पांच नेता ही मुलाकात कर सकेंगे.
नई दिल्ली: किसान बिल को लेकर विपक्षी दलों के नेता आज शाम पांच बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे. राष्ट्रपति भवन ने विपक्षी दलों के नेताओं से मुलाकात के लिए पांच बजे शाम का समय तय किया है. सूत्रों ने इस बात की जानकारी दी है.
इस दौरान कोविड-19 से जुड़े प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा और सिर्फ पांच नेता ही राष्ट्रपति से मुलाकात कर सकते हैं. बता दें कि इस मुलाकात के लिए विपक्षी दलों ने अपॉइंटमेंट मांगी थी.
President's House allots time to Opposition parties at 5pm to meet President Kovind over farm bills. Only five opposition leaders permitted to meet, owing to #COVID19 protocols: Sources
Opposition parties had earlier sought an appointment over the issue. — ANI (@ANI) September 23, 2020
किसानों की ट्रैक्टर रैली
बता दें कि किसानों से जुड़े बिलों के लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है. बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं और किसानों के एक समूह ने संसद में कृषि सुधार विधेयकों के पारित होने के खिलाफ लुधियाना के मुल्लानपुर दखा में ट्रैक्टर रैली की.
सिद्धू का धरना
उधर नवजोत सिंह सिद्धू आज किसान बिल के विरोध में धरना देंगे. सिद्धू का यह धरना अमृतसर के हाल गेट पर होगा, अमृतसर के भंडारी पुल से हाल गेट तक मार्च होगा. कैबिनेट मंत्री पद छोड़ने के बाद नवजोत सिद्धू एक साल बाद पहली प्रदर्शन के लिए बाहर आएंगे. लोकसभा चुनाव के बाद कैप्टन के मंत्रिमंडल से सिद्धू ने इस्तीफ़ा दे दिया था. तब से सिद्धू पब्लिक लाइफ़ में कम ही रहे हैं.
पंजाब में हो रहा काफी विरोध
कृषि से जुड़े विधेयकों का पंजाब में काफी विरोध हो रहा है क्योंकि किसान और व्यापारियों को इससे एपीएमसी मंडियां समाप्त होने की आशंका है. यही कारण है कि प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक दलों ने कृषि विधेयकों का विरोध किया है. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कृषि से जुड़े विधेयकों के विरोध में मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है.
राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने तोड़ा उपवास
वहीं राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने अपना चौबीस घंटे का उपवास आज खत्म कर लिया. सदन में अपने साथ हुए व्यवहार से दुखी होकर उन्होंने कल से आज तक के लिए चौबीस घंटे का उपवास रखा था. आठ सांसदों को उप सभापति के साथ दुर्व्यवहार आरोप में पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था.