नई दिल्ली: नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन 35वें दिन भी जारी है. किसान तीनों कानूनों को रद्द करने की अपनी मांग पर डटे हुए हैं. इस बीच राहुल गांधी ने अपने एक ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. उन्होंने ट्विटर पर एक पोल शुरू किया है और इसमें कहा है कि पीएम मोदी किसान विरोधी कानूनों को रद्द करने से इनकार कर रहे हैं, ऐसा क्यों हैं?


इसके लिए राहुल गांधी ने चार विकल्प दिए हैं. इसमें पहला ऑप्शन है कि पीएम मोदी किसान विरोधी हैं. दूसरा पीएम मोदी को क्रोनी कैपिटलिस्ट चला रहे हैं. तीसरा वे हठी हैं और चौथा इनमें से सभी.



किसान पीएम मोदी पर भरोसा नहीं करते- राहुल गांधी


इससे पहले भी राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी पर देश के किसान विश्वास नहीं करते. उन्होंने प्रधानमंत्री के पहले के कुछ बयानों का हवाला देते हुए ट्वीट किया, ‘हर बैंक खाते में 15 लाख रुपये और हर साल दो करोड़ नौकरियां. 50 दिन दीजिए, नहीं तो.... हम कोरोना वायरस के खिलाफ 21 दिनों में युद्ध जीतेंगे. न तो कोई हमारी सीमा में घुसा है और न किसी चौकी पर कब्जा किया है.’ उन्होंने कहा, ’’मोदी जी के ‘असत्याग्रह’ के लंबे इतिहास के कारण उन पर किसान विश्वास नहीं करते.’’


उधर दिल्ली के विज्ञान भवन में 41 किसान संगठनों और सरकार के बीच बातचीत जारी है. सरकार और किसानों के बीच ये सातवें दौर की बैठक हो रही है. किसान अपनी मांग पर अड़े हुए है. सूत्रों के मुताबिक, दोपहर लंच तक किसानों और सरकार के बीच दो मुद्दों पर बात हुई. इसमें से एक कानून को रद्द करना और दूसरा एमएसपी पर कानून बनाने का मुद्दा है. किसानों का कहना है कि सरकार आगे नहीं बढ़ रही है लेकिन हम अपनी मांग पर अडिग हैं.


Farmers Protest: बैठक के दौरान मंत्रियों ने किसानों के साथ किया लंच, किसान नेताओं ने बाहर से मंगाया खाना