नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों के आंदोलन पर पुलिस की फायरिंग के बाद हालात बिगड़ गए हैं. मंदसौर के पार्श्वनाथ में चल रहे किसान आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने फायरिंग की थी जिसमें 5 किसानों की मौत हो गई. फायरिंग के बाद आंदोलन के उग्र होने के डर से मंदसौर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. इलाके में इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया है.
किसान आंदोलन पर पुलिस कार्रवाई के बाद विपक्ष ने शिवराज सिंह चौहान और बीजेपी पर निशाना साधा है. कांग्रेस से लेकर लेफ्ट तक सभी ने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया है और सरकार पर सवाल उठाए हैं.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ''BJP के न्यू इंडिया में हक़ मांगने पर हमारे अन्नदाताओं को गोली मिलती है?''
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, ''पुलिस फायरिंग में किसानों की मौत होना अत्यंत दुखद है, मैं इस घटना ने स्तब्ध हूं. उन परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहे अन्नदाताओं के खिलाफ सत्ता के नशे में मगरूर सरकार तानाशाही तरीके से उनकी आवाज को कुचलना चाहती है. मध्यप्रदेश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ, हमारे अन्नदाताओं पर गोली चलाना बेहद दुखदायी और दिल को दहलाने वाला है. मध्यप्रदेश के लिए यह काला दिन है.''
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, ''मंदसौर के किसानों पर पुलिस की गोलाबारी में ३ किसानों की मौत. उनका केवल यह कसूर था कि वे अपनी फसल का उचित दाम और कर्ज माफी मंग रहे थे. मैं पुलिस फ़ायरिंग की निंदा करता हूं और शिवराज चौहान के इस्तीफ़े की मांग करता हूं. शहीद किसानों के प्रति श्रद्धांजलि.''
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने मध्य प्रदेश के आम आदमी पार्टी संयोजक आलोक अग्रवाल के ट्वीट को रीट्वीट किया. आलोक अग्रवाल ने ट्वीट किया, ''किसानों को आत्महत्या पर मजबूर करने वाली शिवराज सरकार अब किसानों की हत्या कर रही है. शिवराज बना रहा शवराज.''
सीपीआईएम महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया, ''मध्यप्रदेश की आज की घटना बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर दिखाती है. मारे गए किसानों के परिवार को सांत्वनाएं.''