Farmer Protest: कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठन काफी लंबे समय से दिल्ली के अलग-अलग बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली पुलिस ने टिकरी में किसानों के विरोध स्थल पर हरियाणा (Haryana) की ओर जाने वाली सड़क का कैरिजवे (Carriageway) फिर से खोल दिया है. वहीं डीसीपी परविंदर सिंह (DCP Parvinder Singh) ने कहा, "सड़क पर अभी भी कुछ अस्थायी संरचनाएं हैं. किसानों के अनुरोध के अनुसार फिलहाल इस सड़क पर केवल दुपहिया, तिपहिया और आपातकालीन वाहन (Emergency Vehicles) ही चलाये जाएंगे"
पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने कहा, 'हमने सुबह किसान नेताओं के साथ बैठक की और बाद में दोपहर करीब 1 बजे दिल्ली से हरियाणा की ओर जाने वाले मार्ग को खोल दिया गया और यातायात शुरू हो गया.' उन्होंने कहा, 'नेता कह रहे थे कि एक विशेष समय के लिए यातायात की अनुमति दी जाए, हालांकि, हमने 24 घंटे के लिए सड़क खोल दी है. छोटे वाहनों वाले यात्री सड़क से गुजर सकते हैं.'
सिंह ने कहा कि किसान संघ के नेताओं ने आशंका व्यक्त की है कि चूंकि उनके तंबू सड़क पर लगे हुए हैं, ऐसे में अगर भारी वाहन गुजरते हैं और प्रदर्शनकारियों में से किसी को टक्कर मार देते हैं, तो कानून-व्यवस्था का मुद्दा बन जाएगा. पुलिस उपायुक्त ने कहा, 'वहां भारी वाहनों के चलने के लिए जगह नहीं है और इसलिए, हमने अब उस रास्ते पर ट्रक और बसों सहित ऐसे वाहनों को अनुमति नहीं देने का फैसला किया है.'
दरअसल केंद्र ने कृषि कानून के विरोध में 26 जनवरी के निकाले गए ट्रैक्टर परेड (Tractor Parade) के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली के टिकरी बॉर्डर (Tikri Border) पर सीमेंटेड बैरिकेड और कांटेदार तार लगवा दिया था. जिसके कारण महीने से इस हाई वे पर आवाजाही ठप थी.
कल हुई पुलिस अधिकारियों, किसानों और उद्योगपतियों की संयुक्त बैठक
वहीं कल यानी शुक्रवार को टिकरी सीमा पर राष्ट्रीय राजमार्ग-9 (रोहतक-दिल्ली) के एक किनारे को वाहनों के आवागमन के लिए खोले जाने को लेकर बहादुरगढ़ कस्बे में झज्जर और दिल्ली के पुलिस अधिकारियों, किसानों और उद्योगपतियों की संयुक्त बैठक हुई. बैठक के बाद किसान नेता बूटा सिंह ने कहा, “हम टिकरी सीमा पार करने के लिए दोपहिया और एम्बुलेंस को 5 फीट का रास्ता देने के लिए तैयार हैं, लेकिन चार पहिया वाहनों के लिए हाई वे के एक तरफ को खोलने की अनुमति नहीं दे सकते, क्योंकि इससे प्रदर्शन कर रहे किसानों को खतरा हो सकता है. बता दें कि ये किसान पिछले 11 महीने से हाईवे पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
अवरोधक हटाने का काम शुरू
इस बीच पुलिस उपायुक्त (पूर्व) प्रियंका कश्यप ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय हाइवे-9 से अवरोधक हटाने का काम शुरू हो गया है. अस्थायी अवरोधकों को वाहनों की आवाजाही सुलभ बनाने के लिए हटाया जा रहा है. वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग-24 यातायात के लिए खुला हुआ है.’’ सड़क के खुलने से गाजियाबाद, दिल्ली, नोएडा के हजारों लोगों के साथ-साथ राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर प्रदेश के आंतरिक इलाकों से मेरठ और उससे आगे आने जाने वाले लोगों को मदद मिलेगी.
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