नई दिल्ली: किसान परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद आज एहतियातन राजधानी दिल्ली को छावनी में तब्दील करह दिया गया है. दिल्ली पुलिस ने कई रास्तों में भी बदलाव किया है. अगर आप आज किसी काम से नई दिल्ली, प्रगति मैदान या फिर मंडी हाउस की तरफ जाना चाहते हैं तो आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. पुलिस ने नई दिल्ली में वीआईपी लुटियंस ज़ोन में जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए हैं. इंडिया गेट, प्रगति मैदान और मंडी हाउस जाने वाले रास्तों को पुलिस ने बंद कर दिया है.
आईटीओ से कनॉट प्लेस जाने वाले रास्ते भी अब बंद कर दिए गए हैं. इसके साथ ही अगर आप एलएनजेपी अस्पताल से होते हुए रणजीत सिंह फ्लाईओवर से बाराखंबा रोड से कनॉट प्लेस की तरफ जाना चाहते हैं तो उस रास्ते को भी बंद कर दिया गया है. नई दिल्ली जिले की तरफ जाने वाले सभी रास्तों को बंद कर दिया है.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि कालिंदी कुंज से नोएडा आने व जाने वाले मार्ग पर 2-2 लेन बंद हैं जिस कारण ट्रैफिक हैवी है. इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस ने बताया कि गाज़ीपुर फूल मण्डी/फल मण्डी, NH-9 व NH-24 को बंद कर दिया है, जिसे दिल्ली से गाजियाबाद जाना है वह कड़कड़ी मोड़, शाहदरा व DND का प्रयोग करें.
मेट्रो का हाल जानिए- लाल किला मेट्रो स्टेशन के सभी एंट्री-एग्जिट गेट बंद
ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने बड़ा फैसला किया है. डीएमआरसी ने आज सुबह लाल किला मेट्रो स्टेशन के सभी एंट्री-एग्जिट गेट अगले आदेश तक बंद कर दिए हैं. इसके अलावा जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन का एंट्री गेट भी बंद कर दिया गया है. हालांकि बाकी सभी मेट्रो स्टेशन खुले हैं और सभी लाइनों पर सेवाएं सामान्य है. ये जानकारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने दी है. इससे पहले कल भी हिंसा के दौरान डीएमआरी ने करीब 12 मेट्रो स्टेशनों को बंद कर दिया था.
हिंसा के बाद राजधानी दिल्ली छावनी में तब्दील
गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड में हुई हिंसा के बाद राजधानी दिल्ली छावनी में तब्दील हो गई है. दिल्ली में पुलिस बल के साथ सीआरपीएफ की 15 कंपनियां तैनात की गई हैं. हालांकि कल देर रात आंदोलनकारियों से लाला किला खाली करवा लिया गया है. कर हुई हिंसा में करीब 86 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. वहीं, इस दौरान एक प्रदर्शनकारी किसान की मौत भी हो गई.
ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने माफी मांगी है और परेड को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है. फिलहाल प्रदर्शनकारी किसान दिल्ली के सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे हुए हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की कि आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रहेगा और आगे के कदमों पर चर्चा के बाद जल्द ही निर्णय लिया जाएगा. हिंसा के बाद स्थिति अब नियंत्रण में है.
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