Farmers Protest : दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने किसानों के विरोध प्रदर्शन के ऐलान के बाद दिल्ली-हरियाणा सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है. किसान जंतर-मंतर (Jantar-Mantar) की तरफ न बढ़ सकें इसलिए हर तरफ बैरिकेड्स लगा दिए गए हैं और जवानों को तैनात किया गया है. हालांकि, पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भी सुबह 11 बजे महापंचायत शुरू होने के साथ ही जंतर-मंतर पर किसानों का पहुंचना शुरू हो गया है.


बता दें कि, संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने अपनी मांगो को लेकर सोमवार यानी आज दिल्ली के जंतर-मंतर पर महापंचायत करने का ऐलान किया था. हालांकि, दिल्ली पुलिस ने किसानों को इसकी अनुमति नहीं दी थी. इसके बावजूद भी किसानों का यहां पहुंचना शुरू हो गया है. पुलिस की तरफ से सिंघू बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. वहीं, टिकरी बॉर्डर पर भी पक्के बैरिकेड्स लगा दिए हैं. 


किसानों के विरोध प्रदर्शन को लेकर अब तक के 10 बड़े अपडेट 


1- दिल्ली पुलिस ने अब तक सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सहित कई सीमाओं पर अतिरिक्त बलों को तैनात कर दिया है. साथ ही राष्ट्रीय राजधानी में आने वाली सभी गाड़ियों की जांच की जा रही है. ऐसे में यहां यातायात भी बाधित हो रहा है. 


2- किसी भी तरह की घटना से बचने के लिए रेलवे पटरियों, बस स्टेशनों और मेट्रो स्टेशनों पर भी भारी सुरक्षा तैनाती की गई है. यहां तक की पुलिस ने यात्रियों से कुछ मार्गों से बचने की भी अपील की है. 


3- संयुक्त किसान मोर्चा ने इस महापंचायत का ऐलान किया था. यह प्रदर्शन देश में बढ़ती बेरोजगारी को लेकर किया जा रहा है, जिसमें लगभग 40 किसान संगठन शामिल हैं. 


4- साथ ही किसान संगठन फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)के उचित कार्यान्वयन की मांग कर रहे हैं. साथ ही इससे पहले कृषि कानूनों के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्श के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज हुए मामलों को वापस लेने की मांग की है. 


5- संयुक्त किसान मोर्चा इससे पहले पिछले हफ्ते ही उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 2021 के हिंसा मामले को लेकर भी प्रदर्शन का आयोजन किया था. 


6- बीते दिन यानी रविवार को ही पुलिस ने किसान नेता राकेश टिकैत को गाजीपुर सीमा पर हिरासत में लिया था. क्योंकि, वह जंतर मंतर पर एक धरने में शामिल होने जा रहे थे. 


7- राकेश टिकैत ने रिहा होने के तुरंत बाद एक ट्वीट किया था. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि "सरकार के इशारे पर काम कर रही दिल्ली पुलिस किसानों की आवाज को नहीं दबा सकती. यह गिरफ्तारी एक नई क्रांति लेकर आएगी. यह संघर्ष अंतिम सांस तक जारी रहेगा. ना रुकेंगे, ना थकेंगे और ना झुकेंगे. 


8- किसान नेता ने कहा कि वह 6 सितंबर को दिल्ली में एसकेएम के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे ताकि उनके भविष्य की रणनीति तैयार की जा सके. 


9- इससे पहले भी किसानों ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर एक साल तक विरोध प्रदर्शन किया था. 


10- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले साल नवंबर में कृषि कानूनों को निरस्त करने की घोषणा की थी. इसके साथ ही उन्होंने एमएसपी मुद्दों को देखने के लिए एक समिति गठित करने का वादा किया था. 


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