विदेशों में भी उठ रहा किसानों का मुद्दा, ब्रिटेन के मंत्री बोले- कृषि सुधार भारत की घरेलू नीति का मुद्दा
किसान यूनियनों की ओर से आज राष्ट्रव्यापी 'चक्का जाम' किया गया. इस दौरान पंजाब और हरियाणा में नए केंद्रीय कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कई जगह सड़कें जाम कीं.
नई दिल्ली: केंद्र के कृषि कानूनों को लेकर देश में किसानों की ओर से प्रदर्शन किया जा रहा है. करीब दो महीने से ज्यादा वक्त से किसान दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं और कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. इस बीच किसानों को विदेश से भी समर्थन मिल रहा है. हालांकि इस बीच ब्रिटिश सरकार का कहना है कि कृषि सुधार भारत की घरेलू नीति का मुद्दा है
ब्रिटेन के मंत्री नाइजिल एडम्स ने ब्रिटिश संसद में एक लिखित प्रश्न के जवाब में कहा, 'हम भारत में और यहां ब्रिटेन में इन चिंताओं से अवगत हैं कि ये सुधार कृषि समुदाय को कैसे प्रभावित कर सकते हैं.' ब्रिटिश संसद में नाइजिल एडम्स ने कहा कि भारतीय अधिकारियों के लिए कृषि सुधार एक घरेलू नीति मुद्दा है.
किसानों ने किया चक्का जाम
वहीं किसान यूनियनों की ओर से आज राष्ट्रव्यापी 'चक्का जाम' किया गया. इस दौरान पंजाब और हरियाणा में नए केंद्रीय कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कई जगह सड़कें जाम कीं. वहीं देश के अलग-अलग हिस्सों में चक्का जाम का असर देखने को मिला.
दरअसल, किसान यूनियनों ने ऐलान किया था कि प्रदर्शन स्थलों के आसपास के इलाकों में इंटरनेट पर पाबंदी लगाने, अधिकारियों के जरिए कथित रूप से प्रताड़ित किए जाने और अन्य मुद्दों को लेकर वह शनिवार को 12 बजे से तीन बजे तक देशव्यापी चक्का जाम के दौरान विरोधस्वरूप राष्ट्रीय और राजकीय राजमार्ग बाधित करेंगे.
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