Farmers Protest: किसान संयुक्त मोर्चा की तरफ से किसान संसद का आह्वान किया गया है. किसान संसद की शुरुआत 22 जुलाई से की जाएगी जिसमें लगभग 200 की संख्या में किसान जंतर-मंतर पहुंचेंगे. किसानों की यह संसद उस दिन तक चलेगी जिस दिन तक संसद भवन में संसद का मौजूदा सत्र जारी रहेगा. इसी संबंध में आज किसानों और दिल्ली पुलिस के बीच बैठक हुई, जिसमें किसानों ने अपने इस कार्यक्रम की जानकारी दिल्ली पुलिस के सामने रखी. किसान नेताओं का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने अभी इस विषय में कोई इजाजत नहीं दी है. उन्होंने कहा है कि वह एडमिनिस्ट्रेशन व अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बैठक करने के बाद ही इस पर कुछ कह पाएंगे. जल्द ही एक और बैठक होने की उम्मीद है.


दिल्ली पुलिस और संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं के बीच आज अलीपुर स्थित मंत्रम रिसोर्ट में सवा घंटे तक बैठक चली. बैठक में दिल्ली पुलिस की तरफ से जॉइंट सीपी जसपाल सिंह, स्पेशल ब्रांचग के अडिशनल सीपी राजीव रंजन, डीसीपी आउटर नार्थ राजीव रंजन शामिल रहे.


किसान नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने बताया कि हमने अपना कार्यक्रम दिल्ली पुलिस को बता दिया है. 22 जुलाई से 200 की संख्या में किसान बस के माध्यम से जंतर मंतर पहुंचेंगे. वहां किसान संसद चलाएंगे.किसानों द्वारा संसद घेराव की बात कभी नहीं कही गई है. उन्होंने कहा कि जो भी किसान जंतर मंतर जाएंगे, उन्हें किसान संयुक्त मोर्चा की तरफ से आई कार्ड दिया जाएगा. जिसके पास आई कार्ड नहीं होगा, उसे शामिल नहीं होने दिया जाएगा. किसान संसद, संसद भवन में चलने वाले सत्र के आखिरी दिन तक जारी रहेगी. पुलिस ने अभी कोई जवाब नहीं दिया. हमने पुलिस को जल्द से जल्द जवाब देने को कहा है.
 
बैठक में शामिल एक वरिष्ठ अधिकारी ने ऑफ रिकॉर्ड बताया कि आने वाले एक - दो दिन में फिर से बैठक हो सकती है. वहीं किसान नेता शिव कुमार कक्का ने मीटिंग को लेकर कुछ जानकारी साझा की.


शिव कुमार कक्का ने कहा, "पुलिस के साथ जो बैठक हुई उसमें हम लोगों ने अपने कार्यक्रम की जानकारी पुलिस को दे दी. पुलिस ने हमसे किसान संसद का स्थान बदलने और 200 की संख्या को कम करने के लिए कहा. लेकिन हमने अपनी बात पुलिस के सामने रख दी है, अब वे कब तक जवाब देते हैं, उसका इंतजार है."


किसानों ने दिल्ली पुलिस के सामने ये स्पष्ट कर दिया है कि 22 जुलाई से किसान संसद की शुरुआत की जाएगी, जो जंतर-मंतर पर आयोजित की जाएगी. किसान संसद उस दिन तक चलेगी जिस दिन तक संसद भवन के अंदर मौजूदा सत्र जारी रहेगा. इस दौरान दिल्ली पुलिस ने किसानों को कोई जवाब नहीं दिया है. दिल्ली पुलिस का कहना है कि एडमिनिस्ट्रेशन से बात करने के बाद ही इस विषय पर कोई निर्णय लिया जाएगा. कई किसानों ने यह भी कहा है कि उनके संसद सत्र में प्रतिदिन लगभग 200 किसान बस के माध्यम से जंतर-मंतर तक पहुंचेंगे. इस सत्र में केवल वही किसान शामिल होंगे जिन्हें आई - कार्ड दिया जाएगा. उनके अलावा कोई भी व्यक्ति किसानों की आड़ में इस संसद सत्र में शामिल नहीं हो सकता.



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