नई दिल्ली: किसान आंदोलन के समर्थन में बुलाए गए भारत बंद का दिल्ली के आजादपुर मंडी पर खासा असर देखने को मिल रहा है. हालत यह है कि आम दिनों की तुलना में आवक 10 फीसदी से भी कम नजर आ रही है. वजह यही है कि एक तो आजादपुर मंडी समिति ने बंद का समर्थन किया है और दूसरा ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन और किसानों के विरोध के चलते सामान पहले से ही मंडी में कम पहुंच रहा है.


किसानों की ओर से बुलाए गए भारत बंद के कारण मंगलवार को आजादपुर मंडी की तस्वीर आम दिनों की तुलना में काफी बदली हुई नजर आई. आजादपुर मंडी में न तो उस तरह की भीड़-भाड़ थी जैसी कि आम दिनों में होती है और न ही उस तरह की आवक थी जैसी आम दिनों में देखने को मिलती है. वजह साफ है कि भारत बंद का असर आजादपुर मंडी पर देखने को मिला है.


आधी हो गई आवक


आजादपुर मंडी पर मौजूद आढ़तियों के मुताबिक किसान आंदोलन के चलते पहले ही सब्जियों और फलों की आवक आधी हो गई थी. लेकिन बंद के चलते मंगलवार को उस आधी आवक से भी काफी कम संख्या में ट्रक मंडी में पहुंचे हैं. वहीं वो ट्रक मंडी पहुंचे हैं जो पहले से ही रास्ते में थे या फिर इनमें वो सामान आया है जो अगर आज मंडी नहीं पहुंचता तो ट्रक में ही खराब हो सकता था. इसी वजह से कुछ ट्रक तो जरूर नजर आए लेकिन बड़ी संख्या में ट्रक पहुंचे ही नहीं है.


एक दिन पहले पहुंचे थे ज्यादा ट्रक


आजादपुर मंडी में बैठे आढ़तियों का कहना है कि हालत यह है कि आज बंद के चलते महज 1500 से 2000 ट्रक ही पहुंचे हैं जबकि किसान आंदोलन के चलते पिछले कुछ दिनों के दौरान 25,000 से 30,000 ट्रक रोजाना आजादपुर मंडी में पहुंच रहे थे. लेकिन इन सबके बीच एक जानकारी और निकल कर सामने आई है कि भारत बंद के एक दिन पहले मंडी में पिछले कुछ दिनों की तुलना में करीब 50 फीसदी ट्रक ज्यादा पहुंचे थे यानी करीब 45,000 ट्रक सोमवार को मंडी पहुंचे थे. क्योंकि किसानों और व्यापारियों को पहले से ही पता था कि मंगलवार को भारत बंद बुलाया गया है. लिहाजा उसी को ध्यान में रखते हुए एक दिन पहले ही माल की आवक पिछले कुछ दिनों की तुलना में कहीं ज्यादा हो गई थी.


यह भी पढ़ें:
Bharat Bandh: भारत बंद के दौरान किस सूबे में क्या रहेगा बंद, क्या रहेगा खुला? पढ़ें- राज्यवार जानकारी
भारत बंद: घर से निकलने से पहले जान लें कौन-कौन से रास्तें बंद हैं, दिल्ली पुलिस की एडवाइजरी जान लें