नई दिल्ली: तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसान संगठनों और सरकार के बीच गतिरोध जारी है. सड़क से लेकर संसद तक हंगामा मचा है. इस बीच आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज आरोप लगाया कि बीजेपी और आरएसएस ने देश की ‘सॉफ्ट पावर’ (साख) को ध्वस्त कर दिया है. राहुल गांधी ने सवाल किया कि सरकार दिल्ली में किलेबंदी क्यों कर रही है?
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि कुछ देर पहले राहुल गांधी ने कहीं न कहीं किसान बंधुओं के कंधे पर बंदूक रखकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की कोशिश की.
संबित पात्रा ने कहा, ''राहुल गांधी ने धमकाया कि कोई पीछे नहीं हटेगा, बातचीत में हम विश्वास नहीं रखते हैं. राहुल गांधी ये तो किसानों का आंदोलन हैं और किसानों ने कहा है कि उनका किसी राजनीतिक पार्टी से कोई सरोकार नहीं है. फिर आप उनके पैरोकार क्यों बन रहे हैं?''
बीजेपी नेता ने कहा कि 26 जनवरी को लाल किला पर हुई घटना में उपद्रव हुआ था तो, राहुल गांधी समेत तमाम कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि ये बीजेपी के कार्यकर्ता हैं. जब ये हुड़दंगी गिरफ्तार हो रहे हैं, तो आप कह रहे हैं कि इनको रिहा कर दीजिए. आपको क्यों इतनी पीड़ा हो रही है, इसका अर्थ है कि ये आप ही के लोग थे.
इससे पहले राहुल गांधी ने केंद्र से तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग दोहराई. उन्होंने ने किसान आंदोलन स्थल पर भारी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती और बैरिकेडिंग पर भी सवाल उठाए.
राहुल ने कहा, ‘‘सबसे पहला सवाल यह है कि सरकार किलेबंदी क्यों कर रही है? क्या ये किसानों से डरते हैं? क्या किसान दुश्मन हैं? किसान देश की ताकत है. इनको मारना, धमकाना सरकार का काम नहीं है. सरकार का काम बातचीत करना और समस्या का समाधान निकालना है.’’