Farmers Chakka Jam Updates: किसानों ने किया चक्का जाम, देश के कई हिस्सों में हुआ प्रदर्शन

दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलावा किसानों ने आज देशभर में चक्का जाम का ऐलान किया है. इस दौरान एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा. चक्का जाम दोपहर 12 बजे शुरू हो चुका है और तीन बजे एक मिनट के लिए वाहनों के हॉर्न बजाकर खत्म किया जाएगा.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 06 Feb 2021 07:44 PM
गृह मंत्रालय ने दिल्ली के सिंघु, गाज़ीपुर और टिकरी बॉर्डर पर शनिवार रात तक के लिए इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी है. सूत्रों के मुताबिक प्रदर्शनकारी किसानों के 'चक्का जाम' को देखते हुए गृह मंत्रालय ने ये फैसला लिया है. ये रोक शनिवार रात तक जारी रहेगी.
सरकार कृषि कानूनों को वापस ले और MSP पर कानून बनाए नहीं तो आंदोलन जारी रहेगा. हम पूरे देश में यात्राएं करेंगे और पूरे देश में आंदोलन होगा: राकेश टिकैत
किसान संगठनों की ओर से देशभर में चक्का जाम के आह्वान पर कर्नाटक में किसानों ने बनकापुर टोल पर और टोल के पास नेशनल हाइवे पर चक्का जाम किया. इसके अलावा मैसूर-बेंगलुरु हाइवे पर भी किसानों ने चक्का जाम किया.
किसान संगठनों के जरिए आज देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम के आह्वान पर किसानों ने अमृतसर-दिल्ली नेशनल हाईवे पर चक्का जाम किया.
दिल्ली पुलिस के मुताबिक लगभग 55 से 60 प्रदर्शनकारियों को शहीदी पार्क से हिरासत में लिया गया है. SFI के कुछ प्रदर्शनकारी शहीदी पार्क पहुंचे, जहां पुलिस ने उन्हें डिटेन कर लिया.
गाज़ीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि आज चक्का जाम हर जगह शांतिपूर्ण ढंग से किया जा रहा है. अगर कोई भी अप्रिय घटना होती है तो दंड दिया जाएगा.

पंजाब में जगह-जगह से किसानों के चक्का जाम की तस्वीरें सामने आ रही हैं. अमृतसर और मोहाली में किसानों की प्रदर्शन करते हुए तस्वीरें सामने आई हैं.


शाहजहांपुर, गुरुग्राम, लुधियाना, जींद,, जम्मू-पठानकोट हाईवे, बेंगलूरु में किसानों ने चक्का जाम कर दिया है. वहीं दिल्ली और पूरे देश में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम हैं. दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. किसानों के चक्का जाम को देखते हुए दिल्ली पुलिस के पुख्ता इंतजाम बने हुए हैं. दिल्ली के शहीदी पार्क में बैरिकेंडिग से लेकर वज्रवाहन तक तैनात किए हैं.
फतेहाबाद (हरियाणा) में एनएच-9 जाम कर दिया गया है. गांव बड़ोपल में डबवाली-दिल्ली नेशनल हाईवे 9 पर बीच में दरी बिछाकर किसानों ने जाम लगाया हुआ है. यहां सैकड़ों की संख्या में किसानों ने सड़क पर जाम लगाया है. सड़क जाम करके किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है और किसान नेता बोले कि आज महा चक्का जाम के चलते लगाया जाम गया है. सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले और जब तक कानून वापसी नहीं होगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
जम्मू में किसानों ने जम्मू पठानकोट हाईवे जाम कर दिया है और वो कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हुए हैं. वहीं पंजाब के करनाल में किसानों ने 12 बजते ही नेशनल हाईवे बसताड़ा टोल को जाम कर दिया है. इसी तरह देश के अलग-अलग हिस्सों से रास्ते जाम करने की खबरें आ रही हैं. हालांकि स्थिति नियंत्रण में है और फिलहाल किसी उपद्रव की खबर नहीं आई है.

कुछ देर पहले दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव शहीदी पार्क पहुंचे और वहां सुरक्षा तैयारियों का जायज़ा लेने के बाद वहां से रवाना हुए. इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो में स्टेशनों के बंद होने का सिलसिला जारी है. खान मार्केट और नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट भी बंद कर दिए गए हैं.

अभी तक दिल्ली मेट्रो के आठ स्टेशनों के एंट्री और एग्जिट गेट बंद हो चुके हैं हैं. इनमें लाल किला, जामा मस्जिद, जनपथ और सेंट्रल सेक्रेटिएट के अलावा विश्वविद्यालय के नाम शामिल हैं. आज सुबह किए ट्वीट में डीएमआरसी ने आईटीओ, मंडी हाउस और दिल्ली गेट के एंट्री-एग्जिट गेट बंद किए जाने की सूचना दी थी.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने अभी-अभी एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने लिखा है कि मंडी हाउस, आईटीओ और दिल्ली गेट के एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए गए हैं.

पूर्व कैबिनेट मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने 26 जनवरी की हिंसा और किसानों के चल रहे प्रोटेस्ट को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर निशाना साधा है और कहा है कि अमरिंदर सिंह ने बॉर्डर पर जाकर किसानों का एक बार हालचाल तक नहीं लिया. अमरिंदर सिंह की नालायकी की वजह से ये सब हुआ. साल 2019 से बिल बन रहा था, तब पैरवी हुई होती तो आज ये नहीं होता. हरसिमरत कौर बादल ने ये भी कहा कि कैप्टन साहब अपने फार्म हाउस से बाहर निकलें और लोगों की तकलीफों को दूर करने के लिए काम करें. उन्होंने कहा कि गलतफहमियां सरकार को हैं और इन्हें दूर किए जाने की कोशिशें होनी चाहिए.
दिल्ली-एनसीआर में किसानों के चक्का जाम को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी है. गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर पर ड्रोन के जरिए स्थिति को मॉनिटर किया जा रहा है. दिल्ली-पुलिस के मुताबिक दिल्ली पुलिस, पैरामिलिट्री फोर्स और रिजर्व पुलिस बल के करीब 50 हजार जवानों को स्थिति संभालने के लिए तैनात किया गया है.

दिल्ली पुलिस, पैरामिलिट्री और रिजर्व फोर्स के लगभग 50 हजार जवान दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में तैनात किए गए हैं. दिल्ली पुलिस ने बताया है कि राष्ट्रीय राजधानी के करीब 120 मेट्रो स्टेशनों को अलर्ट पर रखा गया है जिससे वो कोई भी गड़बड़ी होने की स्थिति में एंट्री और एग्जिट गेट को जरूरत पड़ने पर तुरंत बंद कर सकें.

चक्का जाम पर किसान संगठनों में मतभेद देखा जा रहा है. जहां राकेश टिकैत ने कहा है कि दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में जाम नहीं होगा वहीं बड़े किसान नेता श्रवण सिंह पंधेर ने कहा है कि बाकी किसान संगठन यूपी उत्तराखंड में जाम कर सकते हैं. बता दें कि किसानों के चक्का जाम को देखते हुए दिल्ली में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और सभी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई है. सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर कई लेयर की सुरक्षा के तहत दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात हैं.
आज किसानों के चक्का जाम में किसी तरह की कोई गड़बड़ी ना हो इसके लिए दिल्ली पुलिस तो मुस्तैद है ही, उनका साथ देने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स को दिल्ली के कई इलाकों में तैनात किया गया है. इन इलाकों में दिल्ली-एनसीआर के बॉर्डर भी हैं.

किसान आंदोलन का आज 73वां दिन है और आज देश भर में किसानों के चक्का जाम के तहत दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक नेशनल हाईवे को बंद करने की तैयारी की गई है. दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक किसान संगठन आज देशभर में चक्का जाम करेंगे. हालांकि राकेश टिकैत ने एलान किया है कि दिल्ली, यूपी, उत्तराखंड में जाम नहीं होगा. राकेश टिकैत ने कहा है कि इन राज्यों में जिलाधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा. वहींदेशभर में चक्का जाम पर संयुक्त किसान मोर्चा का बयान भी आया है और कहा गया है कि सिर्फ हाइवे जाम किए जाएंगे. एंबुलेंस, स्कूल बसें नहीं रोकी जाएंगी, अहिंसक और शांतिपूर्ण चक्का जाम होगा.
गाजीपुर बॉर्डर से किसानों की ताजा तस्वीरें
कांग्रेस ने 6 फरवरी के 'चक्का जाम' को समर्थन दिया
कांग्रेस ने तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों के 'चक्का जाम' को समर्थन दिया है. कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "जब किसान राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर शांतिपूर्ण तरीके से 6 जनवरी को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक तीन घंटे का राष्ट्रव्यापी बंद रखेंगे, तो कांग्रेस अपना पूर्ण समर्थन देगी. कांग्रेस कार्यकर्ता एकजुटता के साथ किसानों के प्रतीकात्मक प्रदर्शन में शामिल होंगे."

बैकग्राउंड

नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान आज देशव्यापी 'चक्का जाम' करने जा रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करने का फैसला किया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि दिल्‍ली, उत्‍तर प्रदेश और उत्‍तराखंड में चक्‍का जाम नहीं होगा. लेकिन यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसानों को स्टैंड बाई पर रखा गया है.


 


चक्का जाम पर राकेश टिकैत ने कहा, "यूपी और उत्तराखंड के किसान सड़क पर जाम नहीं लगाएंगे. आंदोलन को बैकअप देने के लिए यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसानों को बैकअप में रखा गया है. वह अभी आराम करें और खेती बाड़ी करें."


 


राकेश टिकैत ने कहा कि, "चक्का जाम की कॉल वापस नहीं ली गई, बल्कि कार्यक्रम में मामूली सा फेरबदल किया गया है. यूपी और उत्तराखंड के किसान अपने तहसील और जिला मुख्यालय पर जाकर अधिकारियों को ज्ञापन देंगे. ज्ञापन में तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी पर कानून की मांग की जाएगी. किसानों से यह कार्यक्रम शांतिपूर्वक करने की अपील की गई है."


 


दिल्ली के अंदर चक्का जाम क्यों नहीं
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा है कि दिल्ली के अंदर चक्का जाम नहीं होगा, क्योंकि यहां प्रदर्शन के सभी स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं. दिल्ली में जाम नहीं लगेगा, यहां एंट्री के सभी मार्ग खुले रहेंगे. केवल वही मार्ग बंद रहेंगे, जहां किसानों का प्रदर्शन चल रहा है.


 


किसान संगठनों का कहना है कि 'चक्का जाम' पूरी तरह शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा. प्रदर्शनकारियों से कहा गया है कि वह सरकारी अधिकारियों या किसी भी नागरिक से किसी भी तरह से न उलझें.


 


बॉर्डर पर सुरक्षा चाक चौबंद
26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए हैं, ताकि शरारती तत्व राष्ट्रीय राजधानी में न घुस पाएं. किसानों के प्रस्तावित 'चक्का जाम' से पहले ही दिल्ली के सभी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है. सुरक्षा चाक चौबंद करने के क्रम में अतिरिक्त सेना की तैनाती की गई है. साथ ही बहुस्तरीय अवरोधक, कंटीले तार और सड़कों पर नुकीली कीलें लगाई गई हैं.


 


कानून व्यवस्था में खलल डालने वाली किसी भी स्थिति को रोकने के उद्देश्य से दिल्ली पुलिस के समूचे बाहरी-उत्तरी दिल्ली जिले में पर्याप्त बल तैनात किया गया है. दिल्ली को छह सेक्टरों में विभाजित किया गया है. मजिस्ट्रेट और उनके समकक्ष पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है, ताकि किसी अप्रिय घटना को टाला जा सके.


 


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