Farmers Chakka Jam Updates: किसानों ने किया चक्का जाम, देश के कई हिस्सों में हुआ प्रदर्शन
दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलावा किसानों ने आज देशभर में चक्का जाम का ऐलान किया है. इस दौरान एंबुलेंस और स्कूल बस जैसी आवश्यक सेवाओं को नहीं रोका जाएगा. चक्का जाम दोपहर 12 बजे शुरू हो चुका है और तीन बजे एक मिनट के लिए वाहनों के हॉर्न बजाकर खत्म किया जाएगा.
पंजाब में जगह-जगह से किसानों के चक्का जाम की तस्वीरें सामने आ रही हैं. अमृतसर और मोहाली में किसानों की प्रदर्शन करते हुए तस्वीरें सामने आई हैं.
शाहजहांपुर, गुरुग्राम, लुधियाना, जींद,, जम्मू-पठानकोट हाईवे, बेंगलूरु में किसानों ने चक्का जाम कर दिया है. वहीं दिल्ली और पूरे देश में सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम हैं. दिल्ली के टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. किसानों के चक्का जाम को देखते हुए दिल्ली पुलिस के पुख्ता इंतजाम बने हुए हैं. दिल्ली के शहीदी पार्क में बैरिकेंडिग से लेकर वज्रवाहन तक तैनात किए हैं.
कुछ देर पहले दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस एन श्रीवास्तव शहीदी पार्क पहुंचे और वहां सुरक्षा तैयारियों का जायज़ा लेने के बाद वहां से रवाना हुए. इसके साथ ही दिल्ली मेट्रो में स्टेशनों के बंद होने का सिलसिला जारी है. खान मार्केट और नेहरू प्लेस मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट भी बंद कर दिए गए हैं.
अभी तक दिल्ली मेट्रो के आठ स्टेशनों के एंट्री और एग्जिट गेट बंद हो चुके हैं हैं. इनमें लाल किला, जामा मस्जिद, जनपथ और सेंट्रल सेक्रेटिएट के अलावा विश्वविद्यालय के नाम शामिल हैं. आज सुबह किए ट्वीट में डीएमआरसी ने आईटीओ, मंडी हाउस और दिल्ली गेट के एंट्री-एग्जिट गेट बंद किए जाने की सूचना दी थी.
चक्का जाम पर किसान संगठनों में मतभेद देखा जा रहा है. जहां राकेश टिकैत ने कहा है कि दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में जाम नहीं होगा वहीं बड़े किसान नेता श्रवण सिंह पंधेर ने कहा है कि बाकी किसान संगठन यूपी उत्तराखंड में जाम कर सकते हैं. बता दें कि किसानों के चक्का जाम को देखते हुए दिल्ली में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और सभी बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई है. सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर कई लेयर की सुरक्षा के तहत दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स तैनात हैं.
कांग्रेस ने तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों के 'चक्का जाम' को समर्थन दिया है. कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, "जब किसान राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर शांतिपूर्ण तरीके से 6 जनवरी को दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक तीन घंटे का राष्ट्रव्यापी बंद रखेंगे, तो कांग्रेस अपना पूर्ण समर्थन देगी. कांग्रेस कार्यकर्ता एकजुटता के साथ किसानों के प्रतीकात्मक प्रदर्शन में शामिल होंगे."
बैकग्राउंड
नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसान आज देशव्यापी 'चक्का जाम' करने जा रहे हैं. संयुक्त किसान मोर्चा ने देशभर में दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक चक्का जाम करने का फैसला किया है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चक्का जाम नहीं होगा. लेकिन यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसानों को स्टैंड बाई पर रखा गया है.
चक्का जाम पर राकेश टिकैत ने कहा, "यूपी और उत्तराखंड के किसान सड़क पर जाम नहीं लगाएंगे. आंदोलन को बैकअप देने के लिए यूपी और उत्तराखंड के एक लाख किसानों को बैकअप में रखा गया है. वह अभी आराम करें और खेती बाड़ी करें."
राकेश टिकैत ने कहा कि, "चक्का जाम की कॉल वापस नहीं ली गई, बल्कि कार्यक्रम में मामूली सा फेरबदल किया गया है. यूपी और उत्तराखंड के किसान अपने तहसील और जिला मुख्यालय पर जाकर अधिकारियों को ज्ञापन देंगे. ज्ञापन में तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी पर कानून की मांग की जाएगी. किसानों से यह कार्यक्रम शांतिपूर्वक करने की अपील की गई है."
दिल्ली के अंदर चक्का जाम क्यों नहीं
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा है कि दिल्ली के अंदर चक्का जाम नहीं होगा, क्योंकि यहां प्रदर्शन के सभी स्थल पहले से ही चक्का जाम मोड में हैं. दिल्ली में जाम नहीं लगेगा, यहां एंट्री के सभी मार्ग खुले रहेंगे. केवल वही मार्ग बंद रहेंगे, जहां किसानों का प्रदर्शन चल रहा है.
किसान संगठनों का कहना है कि 'चक्का जाम' पूरी तरह शांतिपूर्ण और अहिंसक होगा. प्रदर्शनकारियों से कहा गया है कि वह सरकारी अधिकारियों या किसी भी नागरिक से किसी भी तरह से न उलझें.
बॉर्डर पर सुरक्षा चाक चौबंद
26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने बॉर्डर पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए हैं, ताकि शरारती तत्व राष्ट्रीय राजधानी में न घुस पाएं. किसानों के प्रस्तावित 'चक्का जाम' से पहले ही दिल्ली के सभी बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गई है. सुरक्षा चाक चौबंद करने के क्रम में अतिरिक्त सेना की तैनाती की गई है. साथ ही बहुस्तरीय अवरोधक, कंटीले तार और सड़कों पर नुकीली कीलें लगाई गई हैं.
कानून व्यवस्था में खलल डालने वाली किसी भी स्थिति को रोकने के उद्देश्य से दिल्ली पुलिस के समूचे बाहरी-उत्तरी दिल्ली जिले में पर्याप्त बल तैनात किया गया है. दिल्ली को छह सेक्टरों में विभाजित किया गया है. मजिस्ट्रेट और उनके समकक्ष पुलिस अधिकारियों को तैनात किया गया है, ताकि किसी अप्रिय घटना को टाला जा सके.
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