नई दिल्ली: केंद्र सरकार की ओर से लाए गए नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान पिछले करीब एक महीने से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. नए कानूनों के खिलाफ किसान दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. इस बीच विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी मोदी सरकार पर लगातार हावी है. कांग्रेस की ओर से मोदी सरकार को किसान विरोधी भी कहा जा चुका है. इस बीच कांग्रेस को राष्ट्रपति भवन जाने की इजाजत नहीं मिली है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी किसान बिल के विरोध में दो करोड़ हस्ताक्षर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपने जाएंगे. राहुल गांधी कांग्रेस नेताओं के साथ विजय चौक से राष्ट्रपति भवन जाने वाले हैं. हालांकि कांग्रेस को राष्ट्रपति भवन जाने की इजाजत नहीं मिली है. जिसके बाद अब कांग्रेस दफ्तर के आसपास दिल्ली पुलिस ने धारा 144 लगा दी है.
बता दें कि राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल आज राष्ट्रपति से मुलाकात करेगा. कांग्रेस कार्यालय में दो बसें मंगाई गई हैं, जिससे प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेता राष्ट्रपति भवन जाएंगे. हालांकि दिल्ली पुलिस ने राहुल गांधी को राष्ट्रपति भवन तक मार्च निकालने की इजाजत नहीं दी है और कांग्रेस कार्यालय के आसपास धारा 144 लगा दी गई है.
वहीं कांग्रेस और राहुल गांधी लगातार केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हैं. राहुल गांधी लगातार किसानों का मुद्दा उठा रहे हैं. इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि भारत के किसान त्रासदी से बचने के लिए कृषि-विरोधी कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं. इस सत्याग्रह में हम सबको देश के अन्नदाता का साथ देना होगा.
कृषि बिल वापस लेने की मांग
बता दें कि किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार हाल ही में लाए गए नए कृषि कानूनों को वापस लें. हालांकि न तो केंद्र सरकार इन कानूनों को वापस ले रही है और न ही किसान पीछे हट रहे हैं. वहीं संयुक्त किसान मोर्चा ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि नए कृषि कानूनों में संशोधन के प्रस्ताव किसानों को मंजूर नहीं है और वे तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करवाना चाहते हैं.
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