लगातार 91 दिन से जारी किसान आंदोलन में आज किसान पगड़ी संभाल दिवस मानने वाले हैं. किसान पगड़ी संभाल दिवस पर आत्मसम्मान के प्रतीक में अपनी क्षेत्रीय पगड़ी को पहन सरकार के तीनों कृषि कानून का विरोध करने वाले है. इसके लिए किसान दिल्ली के सिंघु व टिकरी बार्डर, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ में आज पगड़ी संभाल दिवस मनाएंगे.


शहीद भगत सिंह के चाचा अजीत सिंह एवं स्वामी सहजानंद सरस्वती की याद में मनाया जाएगा. 1907 में 'पगड़ी संभाल ओए जट्टा' लहर अंग्रेज सरकार के खिलाफ चलाया गया था. अंग्रेज सरकार ने किसानों के खिलाफ 3 कानून पास किए थे जिसके विरोध में ये अभियान चला था. अंग्रेजी सरकार के पास किए तीनों  एक्ट में किसानों के ऊपर टैक्स काफी ज्यादा बढ़ा दिए गए थे.


किसान संगठनों की ओर से  आंदोलन तेज करने के लिए 23 से 27 फरवरी के बीच कई कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की गई है. किसानों ने कहा कि वे प्रदर्शन को लंबे समय तक चलाने के लिए जल्द ही नई रणनीति तैयार करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा ने बताया कि 23 फरवरी को ‘पगड़ी संभाल दिवस’ और 24 फरवरी को ‘दमन विरोधी दिवस’ मनाया जाएगा और इस दौरान इस बात पर जोर दिया जाएगा कि किसानों का सम्मान किया जाए और उनके खिलाफ कोई ‘‘दमनकारी कार्रवाई’’ नहीं की जाए. मोर्चा ने कहा कि 26 फरवरी को ‘युवा किसान दिवस’ और 27 फरवरी को ‘मजदूर किसान एकता दिवस’ मनाया जाएगा.


स्वराज इंडिया के नेता योगेन्द्र यादव ने कहा, ‘‘सरकार प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी, उन्हें हिरासत में लेने और उनके खिलाफ मामले दर्ज कर हर दमनकारी उपाय अपना रही है. सिंघू बॉर्डर पर किलेबंदी कर दी गई है और वह एक अंतरराष्ट्रीय सीमा की तरह प्रतीत होता है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ संसद के आठ मार्च से शुरू हो रहे सत्र के मद्देनजर आंदोलन के लिए दीर्घकालिक योजना पर चर्चा की जाएगी और एसकेएम की अगली बैठक में रणनीति साझा की जाएगी.’’