Farmers Protest: दिल्ली पुलिस को 9 स्टेडियमों को अस्थायी जेल में बदलने की इजाजत नहीं मिली
केजरीवाल सरकार ने स्टेडियमों को अस्थायी तौर पर जेल के रूप में इस्तेमाल करने की इजाजत देने से इनकार कर दियादिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाली सीमा पर नरेला में किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए

नई दिल्ली: किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च के मद्देनजर दिल्ली पुलिस को शहर के नौ स्टेडियमों को अस्थायी जेल बनाने की अनुमति नहीं मिली है. दिल्ली सरकार ने किसान आंदोलन को सही ठहराते हुए 9 स्टेडियमों को अस्थायी जेल बनाने के दिल्ली पुलिस के अनुरोध को नामंजूर कर दिया.
किसान मार्च को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार से नौ स्टेडियमों को अस्थायी जेल के रूप में इस्तेमाल करने की इजाजत मांगी थी, जहां हिरासत में लिए गए और गिरफ्तार किए गए किसानों को रखा जा सके. केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ ‘दिल्ली चलो’ मार्च के तहत आज सुबह सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे किसानों के एक समूह को तितर-बितर करने के लिए दिल्ली पुलिस ने आंसू गैस के गोले दोगे थे.
सिंघु बॉर्डर पर किसानों को हटाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे आज दिल्ली और हरियाणा को जोड़ने वाली सीमा पर नरेला में किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "हम किसानों को प्रदर्शन करने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल कर रहे हैं. हम उन्हें यह भी बता रहे हैं कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर किसी प्रकार की रैली करने या धरना देने की अनुमति नहीं है."
अधिकारी ने कहा, "उन्हें अनुमति नहीं दी गई और अगर उन्होंने फिर भी दिल्ली में दाखिल होने की कोशिश की तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी."
वहीं हरियाणा से राष्ट्रीय राजधानी को जोड़ने वाले रास्तों को दिल्ली पुलिस द्वारा बंद कर दिए जाने से आज शहर में अहम रास्तों पर गाड़ियों का जाम लगा हुआ है. दिल्ली यातायात पुलिस ने बताया कि इस प्रदर्शन के चलते ढांसा और झाड़ौदा कलां सीमाएं यातायात के लिए बंद कर दी गयीं और यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग लेने को कहा गया है.
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