नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की एसआईटी 26 जनवरी को हुई हिंसा की जांच कर रही है. हिंसा के इस मामले में पुलिस अब तक 124 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि मामले में 44 FIR दर्ज की गई है. इन तमाम मामलों की जांच क्राइम ब्रांच की एसआईटी कर रही है. इतना ही नहीं पुलिस अब तक 70 से ज्यादा उपद्रवियों की तस्वीरें भी जारी कर चुकी है.
इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम का सहारा ले रही है. क्राइम ब्रांच के मुताबिक फुटेज से आरोपियों के चेहरे निकालने के लिए नेशनल फॉरेंसिक लैब ( गुजरात ) की 2 टीमें दिल्ली पहुंच कर जांच में जुटी हैं. इस टीम का काम वीडियो का विश्लेषण करना है. ये टीम अपने आधुनिक सिस्टम से वीडियो से फ़ोटो बना रही है. इसके बाद दिल्ली पुलिस उन फ़ोटो को फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम के जरिए उसकी जांच कर रही है और ये पता करने की कोशिश कर रही है कि इसमें कोई अपराधी तो नहीं है.
कैसे काम करता है फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम
दरअसल इस सिस्टम के अंदर पहले अपराधियों की फ़ोटो अपलोड की जाती है और उसके बाद जिन तस्वीरों को वीडियो के जरिए तैयार किया गया है, उन तस्वीरों को डाल दिया जाता है और फिर सिस्टम उन तस्वीरों को मैच करता है. अगर कोई अपराधी उसमें होता है तो तस्वीर मैच हो जाती है. उसके बाद उसकी तलाश की जाती है.
लाल किला हिंसा: पुलिस ने 45 और उपद्रवियों की तस्वीरें जारी की, लेकिन मास्टरमाइंड अब भी पकड़ से बाहर