नई दिल्ली: किसान आंदोलन के समर्थन में विदेशी हस्तियों के ट्वीट पर हुए विवाद के बीच दिल्ली पुलिस ने ‘टूलकिट’ को लेकर केस दर्ज किया है. इसमें आईपीसी की धारा 124 A (राजद्रोह), 153A (धार्मिक आधार पर विभिन्न समूहों में द्वेष पैदा करने आदि), 153 और 120 B लगाई गई है. दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी क्राइम प्रवीर रंजन ने कहा कि एफआईआर में किसी व्यक्ति का नाम नहीं है. टूलकिट बनाने वाले का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है.


FIR में जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग का नाम नहीं है. ट्वीट और टूलकिट पर हम केस रजिस्टर कर जांच कर रहे हैं. जांच दिल्ली पुलिस की साइबर सेल कर रही है.


प्रवीर रंजन ने कहा कि प्रारंभिक जांच से खुलासा हुआ है कि ‘टूलकिट’ खालिस्तान समर्थक संगठन द्वारा तैयार की गई प्रतीत होती है. उन्होंने कहा कि किसानों के प्रदर्शन के संबंध में सामाजिक ताने-बाने को नुकसान पहुंचाने वाली दस्तावेजी ‘टूलिकट’ देखी है, इसके क्रिएटर के खिलाफ मामला दर्ज किया है.


अधिकारी ने कहा, ''सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए दस्तोवज में 26 जनवरी के दिन या इससे पहले डिजिटल हमले के बारे में बाकायदा कार्ययोजना है, 23 जनवरी को ट्वीट का तांता लग गया.'' उन्होंने कहा कि ‘फेक न्यूज’ फैलाने वाले कुछ सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ मामले दर्ज किए गये हैं.


बता दें कि गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली थी. इस दौरान दिल्ली में कई जगहों पर हिंसा की घटना हुई थी. इसकी चौतरफा आलोचना हुई है.


बता दें कि पॉप स्टार रिहाना के बाद ग्रेटा थनबर्ग ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया था. उन्होंने कहा था, ‘‘ हम भारत में किसानों के आंदोलन के प्रति एकजुट हैं.’’ इसके साथ ही उन्होंने टूलकिट (सॉफ्टवेयर) शेयर किया.


हालांकि इसपर हुए विवाद के बाद उन्होंने टूलकिट वाले ट्वीट को डिलीट कर दिया और इसके बाद एक अन्य टूलकिए को जारी किया. यह टूलकिट यूजर्स को प्रदर्शन के समर्थन के तरीकों की विस्तृत जानकारी वाले दस्तावेज तक पहुंच उपलब्ध कराते हैं.


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