किसान प्रदर्शन: दिल्ली पुलिस ने लोगों से इन रास्तों से बचने को कहा, जानें कौन से रास्ते खुले
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने बताया- हरियाणा जाने के लिए झाडौदा, धौराला, कापसहेड़ा,बडूसराय,रजोकरी एनएच-8,बिजवासन/बजघेड़ा, पालम विहार और डुंडाहेडा बॉर्डर का इस्तेमाल किया जा सकता है. मार्ग परिवर्तित करने से वैकल्पिक मार्गों पर भारी यातायात है.
नई दिल्ली: केन्द्र के नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन के बीच दिल्ली यातायात पुलिस ने बृहस्पतिवार को लोगों को बंद रास्तों के बारे में जानकारी दी. पुलिस ने लोगों को असुविधा से बचने के लिए वैकल्पिक मार्गों का इस्तेमाल करने की भी सलाह दी. पुलिस ने ट्वीट करके कहा कि टिकरी और ढांसा बॉर्डर यातायात के लिए अब भी बंद हैं, वहीं झटीकरा बॉर्डर हल्के वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए खुला है.
उन्होंने ट्वीट करके कहा कि हरियाणा जाने के लिए झाडौदा, धौराला, कापसहेड़ा,बडूसराय,रजोकरी एनएच-8,बिजवासन/बजघेड़ा, पालम विहार और डुंडाहेडा बॉर्डर का इस्तेमाल किया जा सकता है. मार्ग परिवर्तित करने से वैकल्पिक मार्गों पर भारी यातायात है.
किसान आंदोलन पर क्या है ताजा स्थिति दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन का आज 15वां दिन है. किसान नेताओं ने नए कृषि कानूनों में संशोधन करने के सरकार के प्रस्ताव को बुधवार को खारिज कर दिया. किसानों ने कहा कि वे शनिवार को जयपुर-दिल्ली और दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस-वे को बंद करेंगे और आंदोलन को तेज करते हुए 14 दिसंबर को राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन करेंगे.
इस बीच खबर है कि कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर अभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने उनके आवास पहुंचे है. जानकारी मिल रही है कि कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं और किसानों से आंदोलन खत्म करने की अपील कर सकते हैं.
गृह मंत्री के साथ किसानों की कल हुई बैठक में भी गतिरोध दूर नहीं हो पाया था. सरकार इन कानूनों को किसान हितैषी बताकर उन्हें बरकरार रखने पर अड़ी है. गृह मंत्री के साथ हुई बैठक के बारे में कक्का ने दावा किया, "जब हमने अमित शाह से पूछा कि सरकार ने तीनों कानून बनाने के पहले किसानों के साथ विचार-विमर्श क्यों नहीं किया, तो उन्होंने माना कि कुछ भूल हुई थी."