नई दिल्लीः केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों का आंदोलन बुधवार को सातवें दिन भी जारी रहा. प्रदर्शनकारी किसान अपनी मांग पर डटे हुए हैं. भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल आज कृषि मंत्री से मिलेगा. टिकैत ने कहा कि सरकार चाहे तो किसानों के मुद्दों को सुलझा सकती है. उन्होंने कहा कि देशभर के सभी किसान संगठनों को आंदोलन के लिए सड़क पर उतरना चाहिए.


 





आज फिर होगी किसानों और सरकार में बातचीत


किसान संगठनों और सरकार के बीच आज फिर से बातचीत होने जा रही है. आज किसान संगठनों के प्रतिनिधि कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के साथ बातचीत करेंगे. इससे पहले मंगलवार को किसान नेताओं ने सरकार के साथ बातचीत की थी. लगभग दो घंटे चली इस बैठक में किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की एकमत राय थी कि तीनों नये कृषि कानूनों को निरस्त किया जाना चाहिए. बिलों पर किसानों की चिंताओं पर गौर करने के लिए एक समिति गठित करने के सरकार के प्रस्ताव को किसान प्रतिनिधियों ने ठुकरा दिया था.


अमित शाह ने लिया फीडबैक


केंद्र और प्रदर्शनकारी किसानों के प्रतिनिधियों के बीच दूसरे चरण की बातचीत से पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ बैठक की. तोमर, गोयल और वाणिज्य राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने मंगलवार को किसान नेताओं के साथ बातचीत के दौरान केंद्र सरकार का प्रतिनिधित्व किया था.


माना जा रहा है कि बुधवार को तीन प्रमुख केंद्रीय मंत्रियों ने किसानों की ओर से उठाए गए मुद्दों और इसको लेकर चर्चा की है कि नए कृषि कानूनों को लेकर कैसे कृषकों की चिंताओं को दूर किया जाए.


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