नई दिल्ली: दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन आज लगातार 50वें दिन जारी है. ये किसान तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी कृषि कानूनों को लेकर मोदी सरकार पर हमलावर है. आज ही तमिलनाडु दौरे पर आए राहुल गांधी ने कहा कि सरकार किसानों को नजरअंदाज नहीं कर रही है, बल्कि उन्हें बर्बाद करने का षड्यंत्र रच रही है.
उन्होंने कहा, ''सरकार किसानों को इसलिए बर्बाद करने की कोशिश कर रही है क्योंकि वह अपने दो-तीन मित्रों को लाभ पहुंचाना चाहती है.''
इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने तमिलनाडु के पारंपरिक खेल आयोजन ‘जल्लीकट्टू’ को देखा. इसके बाद उन्होंने कहा कि उनके इस दौरे का मकसद उन लोगों को संदेश देना था, जो सोचते हैं कि वे तमिल लोगों के साथ बुरा बर्ताव कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि यह खेल तमिल संस्कृति का जीवंत स्वरूप है.
पोंगल के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में राहुल गांधी के साथ डीएमके की युवा इकाई के सचिव उदयनिधि स्टालिन, कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के एस अलागिरी और पुडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी भी मौजूद थे.
‘जल्लीकट्टू’ तमिलनाडु के ग्रामीण इलाक़ों का एक परंपरागत खेल है, जो पोंगल त्योहार पर आयोजित किया जाता है. इसमें लोग बैलों को पकड़ने एवं उन्हें काबू में करने की कोशिश करते हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्ध्यक्ष ने कहा, ‘‘मैं दिल्ली से यहां एक बहुत ही लोकप्रिय आयोजन देखने आया क्योंकि मैं मानता हूं कि तमिल संस्कृति, तमिल भाषा और तमिल इतिहास भारत के भविष्य के लिए जरूरी है तथा इनका सम्मान करने की जरूरत है.’’
उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा, ‘‘मैं यहां उन लोगों को संदेश देने आया हूं जो सोचते हैं कि वे तमिल लोगों के साथ बुरा बर्ताव कर सकते हैं और तमिल भाषा एवं तमिल संस्कृति को अलग-थलग रख सकते हैं.’’ राहुल गांधी ने कहा, ‘‘मुझे तमिलनाडु के लोगों से बहुत सारा प्यार और स्नेह मिला है. यह मेरा कर्तव्य है कि मैं तमिल लोगों के साथ खड़ा रहूं और उनके इतिहास, संस्कृति और भाषा का सम्मान करूं.’’
इस साल अप्रैल-मई में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनाव में द्रमुक और कांग्रेस के बीच गठबंधन की संभावना है. अलागिरी ने मंगलवार को कहा था कि राहुल गांधी तमिलनाडु दौरे पर ‘जल्लीकट्टू’ कार्यक्रम के साक्षी बनकर केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को नैतिक समर्थन देंगे.
उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष इस दौरे पर चुनाव प्रचार के किसी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. हाल ही में राहुल गांधी निजी दौरे पर विदेश गए थे और वह पिछले दिनों लौटे हैं. विदेश से लौटने के बाद वह पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए.
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