Farmers Protest Latest News: किसानों के प्रदर्शन के बीच भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि देश में बड़ी पूंजीवाद कंपनिया हैं, जिन्होंने एक राजनीतिक पार्टी बना ली है. वे इस देश पर कब्जा कर चुकी हैं. ऐसे में दिक्कतें तो आएंगी. 


कर्नाटक के बेंगलुरू में वह आगे बोले- अगर उनके (किसान) साथ कोई अन्याय हुआ और सरकार ने उनके लिए कोई दिक्कत पैदा की तब न वे किसान हमसे ज्यादा दूर हैं और न दिल्ली हमसे ज्यादा दूर है."


इस बार आंदोलन में शामिल नहीं है बीकेयू


किसानों के इस आंदोलन में फिलहाल भारतीय किसान यूनियन शामिल नहीं है. इसे लेकर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि, "ये मार्च को किसान यूनियन ने बुलाया है. इन संगठनों ने पिछले आंदोलन में खुद को दूर रखा था. इनमें से किसी संगठन ने हमसे संपर्क भी नहीं किया है. सब अपने तरीके से कार्यक्रम कर रहे हैं. सरकार जो कर रही है वो गलत कर रही है. बातचीत करके समस्या सुलझानी चाहिए. सरकार कील वगैरह का इस्तेमाल न करे." उन्होंने आगे कहा, "16 फरवरी को हमारा ग्रामीण भारत बंद है. अगर इनको दिक्कत हुई तो हम भी एक्टिव हो जाएंगे. किसानों की समस्या है तो दिल्ली मार्च करेंगे. देश में बहुत से संगठन है. सीमाओं पर किसानों को न रोका जाए. इनको आने दो. सबको आने का अधिकार है."


बीकेयू अध्यक्ष ने कही ये बात


वहीं बीकेयू के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने भी किसानों को रोकने के लिए सरकार के इंतजामों पर हमला बोला है. एबीपी लाइव से बात करते हुए उन्होंने कहा कि, "अलग-अलग राज्यों की अलग-अलग मांगें हैं. लेकिन क्या किसान हमेशा धरने पर रहेंगे, क्या वे हमेशा दिल्ली की ओर मार्च करेंगे? सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. यह अड़ियल रवैया किसी के लिए अच्छा नहीं हो रहा है."


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