चंडीगढ़: केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 48 दिनों से जारी है. आज सुप्रीम कोर्ट ने भी सुनवाई के दौरान तीनों कृषि कानूनों पर रोक लगाने की बात कही है. इस बीच कृषि क़ानून के विरोध में इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) के नेता अभय सिंह चौटाला ने हरियाणा विधानसभा से त्यागपत्र देने की पेशकश कर दी है. विधायक पद से त्यागपत्र की चिठी स्पीकर को भेजी गई है.


26 जनवरी तक वापल लें क़ानून, नहीं तो मेरा इस्तीफा- चौटाला


अभय चौटाला ने कहा है कि अगर केंद्र सरकार कृषि क़ानून वापस नहीं लेती तो विधानसभा से मेरा इस्तीफ़ा समझा जाए. अभय चौटाला ने ये भी कहा है कि अगर 26 जनवरी तक क़ानून वापस नहीं होते तो इसको मेरा त्यागपत्र ही समझा जाए. आंदोलन की शुरूआत से ही अक्षय चौटाला तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं. साथ ही उनकी मांग है कि सरकार किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमे भी वापस ले.


आज सुप्रीम कोर्ट में क्या हुआ


आंदोलन और कृषि कानून पर सुनवाई के दौरान आज सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को जमकर फटकार लगाई. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर सरकार कृषि कानून पर रोक नहीं लगाती है तो हम रोक लगा देंगे. हम बाद में आंदोलनकारियों से पूछेंगे की आप सड़कों से हटेंगे या नहीं. सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा कि सरकार सभी लोगों को समझाकर वापस घर भेजे ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे. हमें आशंका है कि आगे हिंसा भी भड़क सकती है.


बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में आज की सुनवाई पूरी हो गई है. बड़ी बात ये है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का एक हिस्सा आज आने की उम्मीद है.वहीं, सुप्रीम कोर्ट में कमिटी के गठन समेत बाकी मुद्दों पर कल सुनवाई हो सकती है.


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