फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी देने समेत अन्य मांगों को लेकर हरियाणा, पंजाब समेत अलग अलग राज्यों से किसान दिल्ली कूच के लिए रवाना हो गए हैं. प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने सभी सीमाओं को सील कर दिया है. इसके अलावा कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटीली तारों का इस्तेमाल कर किसानों को प्रवेश से रोकने की कोशिश की जा रही है.
इन सबके बीच खुफिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि किसान प्रदर्शनकारी बॉर्डर के आसपास के रिमोट एरिया और जिन रास्तो से वाहन नहीं जा सकते वहां से छोटे छोटे समूहों में पैदल चल कर दिल्ली में घुसने की कोशिश करेंगे. इतना ही नहीं किसानों अपने साथ 6 महीने का राशन भी लेकर चल रहे हैं, ताकि लंबे वक्त तक सरकार के सामने अपनी मांगों को लेकर डटे रहें.
खुफिया जानकारी के मुताबिक, किसानों ने 1500 ट्रैक्टर और 500 से ज्यादा वाहनों के साथ पंजाब से दिल्ली कूच किया है. किसान दिल्ली में शम्भू बॉर्डर (अंबाला), खनोरी (जींद) और डबवाली (सिरसा) की तरफ से दिल्ली तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं. किसानों के पास करीब 6 महीने का राशन मौजूद है.
पीएम हाउस, गृह मंत्री आवास का घेराव करने की प्लानिंग
जानकारी के मुताबिक, इस मार्च से पहले केएमएससी की कोर कमेटी और बड़े किसान नेताओं ने हाल में ही केरला, यूपी, बिहार, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और तमिलनाडु का दौरा भी किया था और किसान प्रदर्शनकारियों को मार्च में शामिल होने की अपील की थी.
किसानों ने ट्रैक्टर और ट्रॉली को होम स्टे और शेल्टर होम की तर्ज पर तैयार किया गया है, ताकि अगर सरकार के साथ टकराव की स्थिति बने तो लंबे समय तक डट सकें. रणनीति के तहत किसान छोटे-छोटे ग्रुप में भी दिल्ली पहुंचने की कोशिश करेंगे और धर्मशाला, गेस्ट हाउस, धार्मिक स्थलों की सराय में रुकने की कोशिश करेंगे. किसानों के टारगेट पर पीएम हाउस, गृह मंत्री आवास है, जिनका घेराव करने की कोशिश की जाएगी.
दिल्ली मार्च के लिए निकले किसान
किसानों के साथ केंद्र सरकार की बैठक सोमवार को बेनतीजा रही थी. इसके बाद किसानों ने मंगलवार को दिल्ली चलो मार्च शुरू कर दिया. किसानों की अंबाला-शंभू, खनौरी-जींद और डबवाली सीमाओं से दिल्ली की ओर कूच करने की योजना है. किसानों को दिल्ली में घुसने के रोकने के लिए पुलिस ने 7 लेयर सिक्योरिटी लगाई है. दिल्ली की सीमाओं पर बहुस्तरीय अवरोधक, कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर बंद किया गया है. पूरी दिल्ली में धारा 144 लागू की गई है. हरियाणा में प्रशासन ने कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटीली तारों का इस्तेमाल कर अंबाला, जींद, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र और सिरसा में कई स्थानों पर पंजाब के साथ राज्य की सीमाओं पर सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी है. पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर कई स्थानों पर पानी की बौछारें करने वाली गाड़ियों समेत दंगा रोधी वाहन भी तैनात किए गए हैं.