किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के 14 जिलों में इंटरनेट और SMS सर्विस पर रोक, 3 जिलों में पहले से ही है प्रतिबंध
हरियाणा सरकार ने राज्य के 14 जिलों में तुरंत प्रभाव से वॉयस कॉल को छोड़कर इंटरनेट सेवाओं को 30 जनवरी तक बंद कर दिया है.
चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने राज्य के 17 जिलों में इंरटनेट और एसएमएस सर्विस को कल शाम पांच बजे तक सस्पेंड कर दिया है. सूचना विभाग ने ट्वीट कर कहा, ''तुरंत प्रभाव से अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, पानीपत, हिसार, जींद, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी और सिरसा जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर इंटरनेट सेवाओं को 30 जनवरी, 2021 शाम 5 बजे तक के लिए बंद करने का निर्णय लिया है.''
बयान में कहा गया है, ''सोनीपत, पलवल व झज्जर में पहले ही इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगाई गई है.''
बता दें कि दिल्ली-हरियाणा का सिंधू बॉर्डर किसान आंदोलन का केंद्र है. यहां दो महीने से अधिक समय से किसान केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं. आज सिंघू बॉर्डर पर कथित स्थानीय लोग प्रदर्शन स्थल पर पहुंच गए. इसके बाद यहां झड़प हो गई. इस दौरान एक एसएचओ समेत कई घायल हो गए.
गुरुवार की रात को दिल्ली और उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर किसान संगठनों और प्रशासन में टकराव की स्थिति बन गई थी. भारी संख्या में पुलिसबल को तैनात किया गया. प्रशासन ने रात तक किसानों से धरना स्थल खाली करने का आदेश दिया था.
वहीं यहां किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया था कि वह आंदोलन खत्म नहीं करेंगे. साथ ही उन्होंने लोगों से गाजीपुर किसान आंदोलन में आने की अपील की.
इसके बाद हरियाणा और उत्तर प्रदेश से सैकड़ों की संख्या में किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए लोग आए हैं. वहीं प्रशासन ने अपने रुख में बदलाव किया है और गाजीपुर से ज्यादातर जवानों को वापस बुला लिया.