Farmers Protest Live: दिल्ली हिंसा के खिलाफ पुलिस वालों के परिजनों का प्रदर्शन, इंसाफ की मांग
Farmers Protest News Live Updates: कृषि कानून को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है. दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसान नेता आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर एक दिन का उपवास कर रहे हैं. वहीं दिल्ली हिंसा के खिलाफ घायल पुलिस वालों के परिजन भी शहीदी पार्क में प्रदर्शन करके इंसाफ की मांग कर रहे हैं.
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Farmers Protest News Live Updates: कृषि कानून को लेकर किसानो का प्रदर्शन जारी है. शुक्रवार को तीनों बॉर्डर पर प्रदर्शन और बवाल की कई तस्वीरें सामने आई. सिंघु बॉर्डर पर किसानों और स्थानीय लोगों के बीच पत्थरबाजी हुई जिसमें एक एसएचओ भी घायल हो गए. दूसरी ओर दिल्ली के गाजीपुर में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के आने जाने का जमावड़ा बना रहा. गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा ने 26 जनवरी की घटना को लेकर बड़ा ऐलान किया है कि आज यानी 30 जनवरी को वे एक दिन का उपवास करेंगे. संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओ का मानना है कि पिछले 7 महीनो से चल रहे शांतिपूर्ण आंदोलन को बदनाम करने की साजिश अब जनता के सामने उजागर हो चुकी है. मोर्चा का मानना है कि आज गांधीजी के शहादत दिवस पर शांति और अहिंसा पर जोर देने के लिए पूरे देश में एक दिन का उपवास रखेंगे.
सिंघु बॉर्डर पर किसानों और स्थानीय लोगों के बीच हुई पत्थरबाजी
कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन में एक बार फिर संघर्ष हुआ है. दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार को किसान प्रदर्शनकारियों और स्थानीय प्रदर्शनकारियों के बीच बवाल हुआ. दोनों गुटों के बीच पत्थरबाजी हुई और एक दूसरे पर हमला किया गया. दरअसल स्थानीय प्रदर्शनकारी शुक्रवार सुबह से ही किसान आंदोलनकारियों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे और हाईवे खाली करने की मांग भी की गई थी. दोनों गुटों में जारी संघर्ष और पत्थरबाजी के दौरान पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया और प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश की.
हालांकि, इसी बवाल के बीच दिल्ली पुलिस के एसएचओ अलीपुर पर एक प्रदर्शनकारी ने तलवार से हमला किया दिया जिसमें वे घायल हो गए. पुलिस ने हमला करने वाले व्यक्ति को हिरासत में ले लिया है. शुक्रवार सुबह ही दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में लोग किसान प्रदर्शनकारियों के खिलाफ प्रदर्शन करने आए थे. यहां पर 'तिरंगे का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान' के नारे लगाए गए और तुरंत हाइवे खाली करने की मांग की गई.
गाजीपुर में किसान आंदोलन एक बार फिर से बढ़ता नजर आ रहा है, शुक्रवार को अलग-अलग राजनीतिक दल के प्रतिनिधि भी गाजीपुर पहुंचे. गुरुवार देर शाम किसान नेता राकेश टिकैट के रोने की तस्वीरे सामने आने के बाद पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित एनसीआर के कई इलाको से किसान गाजीपुर पहुंच रहे है. राकेश टिकैट ने मंच से ऐलान किया है कि आंदोलन यूही जारी रहेगा. इसके साथ ही सिंघु बॉर्डर से 27 जनवरी को किसान नेताओ ने 30 जनवरी को उपवास रखने का ऐलान किया था. आज गाज़ीपुर बॉर्डर पर भी कुछ किसान उपवास कर सकते है. गाज़ीपुर बॉर्डर पर शुक्रवार को अलग-अलग राजनीतिक दल के नेता भी किसान आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे है. इन नेताओ में आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया, जयंत चौधरी, दीपेंद्र हुड्डा, प्रताप सिंह बाजवा के नाम शामिल है.
दिल्ली में 26 जनवरी को हिंसा मामले की जांच के लिए आज दोपहर 2:30 बजे फोरेंसिक जांच टीम लालकिला पहुंचेगी. ये टीम लाल किले के अंदर ब्लड सेंपल, तोड़फोड़, झंडे के आसपास की जगह के सैम्पल उठाएगी. वहां लगे सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जाएगी.
एबीपी न्यूज ने उन लोगों से बात की है जो किसान आंदोलन का विरोध कर रहे है. इसमें बुजुर्ग भी शामिल हैं, इनका कहना है कि जो आंदलोन पर बैठे है वह किसान नहीं है खालिस्तानी हैं. लोगों का कहना है हमें बॉर्डर खाली चाहिए, इनका एजेंडा खालिस्तान का है. कांग्रेस के ऊपर भी यह लोग आरोप लगा रहे है. इनमे कुछ का कहना है कि 26 जनवरी तक हम भी इनके साथ थे, लेकिन अब बस खालिस्तानी बैठे है जो देश के टुकड़े करने वाले बैठे.
किसान कानूनों के खिलाफ पटना में आरजेडी ह्यूमन चेन बनाकर विरोध जता रही है. हालांकि पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी है. तेजस्वी यादव ने कहा, ''आज महागठबंधन (लेफ्ट, कांग्रेस और RLD) ने मानव श्रृंखला बनाई है. गांवों में पंचायत स्तर पर लोग मानव श्रृंखला बनाकर खड़े हैं. इसका मकसद है कि हम लोग किसानों के साथ एकजुटता से खड़े हैं."