Farmers Protest Live: एफआईआर में शामिल हुआ दीप सिद्धू और लक्का सदाना का नाम, किसान नेताओं से मांगा गया जवाब

Farmers Protest Tractor Rally Red Fort Live Updates: 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के आवास पर उच्च स्तरीय बैठक हुई. उधर स्वराज इंडिया के अध्यक्ष और किसान आंदोलन में सक्रिय रहे योगेंद्र यादव समेत कई नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. हिंसा के खिलाफ अब तक 22 FIR दर्ज की जा चुकी है. पल-पल की अपडेट के लिए बने रहिए एबीपी न्यूज़ के साथ.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 28 Jan 2021 12:22 AM
दिल्ली पुलिस के डीसीपी हेडक्वाटर चिन्मय बिस्वाल ने किसान नेता दर्शन पाल को लेटर लिखा है. लेटर में कहा गया है कि आप और आपके साथियों ने दिल्ली पुलिस के साथ हुए एग्रीमेंट के बाद सारे रूल्स रेगुलेशन को तोड़ा. दिल्ली पुलिस का कहना है कि क्यों ना आपके और आपके साथियों के खिलाफ लीगल एक्शन लिया जाए. इसके साथ ही 3 दिन में किसान नेता को जवाब देने के लिए कहा गया है.

दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को हुई हिंसा के मामले में कार्रवाई तेज कर दी है. दिल्ली पुलिस ने तफ्तीश के दौरान पंजाबी एक्टर दीप सिद्धू और पंजाब के गैंगस्टर लक्का सदाना का नाम भी एफआईआर में शामिल किया है. दिल्ली पुलिस ने लालकिले और आईटीओ पर हुए उपद्रव में इनके रोल की भी तफ्तीश शुरू की है.
हरियाणा सरकार ने सोनीपत, पलवल, झज्जर में इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर लगी रोक को गुरुवार शाम पांच बजे तक के लिए बढ़ा दी है.
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि किसान हिंसा के दौरान ट्रैक्टर पलटने की घटना पर कांग्रेस ने झूठे ट्वीट किए. कांग्रेस मार्च को अहिंसक बता रही है. उन्होंने कहा कि लाल किला पर पुलिस पर तलवार से प्रहार किए गए.
केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा को लेकर कहा कि दिल्ली में हिंसा निंदनीय है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पुलिस को पीटा गया है, करीब 400 पुलिस जख्मी हुए हैं. जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस कह रही है कि यह अहिंसक मार्च था जबकि यह हिंसक था.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा को लेकर 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि, 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर बुधवार को दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएस श्रीवास्तव ने कहा कि अब तक 25 से ज्यादा एफआईआर दर्ज की गई है. उन्होंने कहा कि हिंसा करने वालों की वीडियो के जरिए पहचान की जा रही है. कोई भी हिंसा का आरोपी नहीं बख्शा जाएगा.
एक फरवरी को संसद भवन तक पैदल मार्च को किसानों ने स्थगित कर दिया है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर 394 पुलिसकर्मी घायल हुए. इनमें कुछ अभी भी अस्पताल में है जबकि कुछ आईसीयू में एडमिट हैं. उन्होंने कहा कि किसान नेताओं ने पुलिस की बातें नहीं मानी.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने कहा कि तय समय से पहले ही किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली. मुकरबा चौक पर सतनाम सिंह पन्नू ने दिया भड़काऊ भाषण. इसके बाद किसान भड़क गए.
ट्रैक्टर रैली के दौरान मंगलवार को भड़की हिंसा को लेकर दिल्ली के पुलिस कमिश्नर एस. एन. श्रीवास्तव ने कहा कि शांतिपूर्ण रैली की शर्त थी. लेकिन, किसानों ने तय रूट की अनदेखी की.
नोएडा के एडीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने चिल्ला बॉर्डर से अपना कृषि क़ानूनों के खिलाफ आंदोलन को खत्म कर दिया है. उन्होंने कहा कि जो ट्रैफिक यहां किसानों के प्रदर्शन के कारण बाधित हो रखा था, अब हम उसे सुचारू रूप से चलाने का प्रयास कर रहे हैं.
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान मंगलवार को हुई हिंसा को लेकर गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेवार ठहराया है.
राष्ट्रीय किसान मजदूर संघर्ष एंड ऑल इंडिया किसान संघर्ष कॉर्डिनेशन के वीएम सिंह ने कहा- मैं उन लोगों के साथ प्रदर्शन नहीं कर सकता हूं जिनका दिशा अलग है. मैं उन्हें बेहतरी की कामना करता हूं लेकिन वीएम सिंह और राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन प्रदर्शन को वापस ले रहे हैं.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत का एफआईआर में नाम शामिल किया गया है. एफआईआर में धारा 307 (हत्या के प्रयास), 147 (दंगा को लेकर सजा) और 353 (सरकारी नौकरशाह को ड्यूटी से रोकना या उन पर हमला करना) लगाई गई हैं.
इंडियन नेशनल लोकदल नेता अभय सिंह चौटाला ने दिल्ली में कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में हरियाणा विधानसभा सदस्यता से बुधवार को इस्तीफा दे दिया. उनका इस्तीफा स्पीकर ने स्वीकार कर लिया है.
मंगलवार को हुए ट्रैक्टर परेड के दौरान राजधानी में हुई हिंसा को लेकर 4 बजे दिल्ली पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रही है. केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि दिल्ली पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कल हुई हिंसा को लेकर सभी सवालों के जवाब दिए जाएंगे. उन्होंने कहा- हमने यह कभी नहीं कहा कि किसानों के साथ चर्चा की कोई गुंजाइश नहीं है.
FIR में किन-किन किसान नेताओं का नाम
दिल्ली पुलिस ने बताया, ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा के खिलाफ दर्ज एफआईआर में कई किसान नेताओं का नाम शामिल है. इनमें नेताओं में दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह उग्रा के नाम है. एफआईआर में में बीकेयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का भी नाम है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान मजदूर संघर्ष समिति पर साजिश का आरोप लगाया
संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान मजदूर संघर्ष समिति पर साजिश का आरोप लगाया है. एसकेएम ने कहा, दीप सिद्धू जैसे असामाजिक तत्वों और KMSS ने साजिश के तहत किसान आंदोलन को खत्म करने की कोशिश की.
दिल्ली पुलिस की एक टीम जांच करने के लिए लाल किले पर पहुंची


गृहमंत्री के आवास पर चल रही अहम बैठक खत्म
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर उच्च स्तरीय बैठक खत्म हो गई है. दिल्ली पुलिस कमिश्नर, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला और खुफिया एजेंसी के प्रमुख अरविंद कुमार केंद्रीय गृह मंत्री के घर से निकल गए हैं. गृह मंत्री के आवास पर महत्वपूर्ण बैठक दिल्ली में हुए बवाल को लेकर गृहमंत्री के आवास पर चल रही थी.

राजधानी दिल्ली में कल किसानों की ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा को लेकर स्वराज इंडिया के अध्यक्ष और किसान आंदोलन में सक्रिय रहे योगेंद्र यादव समेत कई नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है.
दिल्ली पुलिस कमिश्नर पहुंचे गृहमंत्री के आवास
दिल्ली में हुए बवाल को लेकर गृहमंत्री अमित शाह अपने आवास पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर के साथ अहम बैठक कर रहे हैं. आईबी चीफ अरविंद कुमार भी मौजूद हैं.
उपद्रवियों ने दिल्ली पुलिस के हथियार भी लूटे
किसान आंदोलन के दौरान उपद्रवियों ने दिल्ली पुलिस के हथियार भी लूटे हैं. हथियारों की तलाश में दिल्ली पुलिस छापेमारी कर रही है. पुलिस को शक है कि सरकारी पिस्टल का दुरुपयोग किया सकता है. इससे किसी ऐसी वारदात को भी अंजाम दिया जा सकता है जिससे दिल्ली पुलिस की छवि खराब हो.
ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस ने अबतक 200 लोगों को हिरासत में लिया है. दिल्ली पुलिस ने कहा है कि जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.

"विपक्ष मुद्दा विहीन है, कांग्रेस खुद कोई आंदोलन नहीं कर सकती"
किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा पर मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्‍तम मिश्रा ने कहा, 'जो भी उत्पात मचाया वह निंदनीय है. मुझे इसमें साजिशों की बू आती है. विपक्ष मुद्दा विहीन है. कांग्रेस तो कोई आंदोलन कर नहीं सकती. दूसरे के आंदोलन में हिस्सा लेने की कोशिश करती है. इससे विपक्ष का भला नहीं होने वाला है.'
पांच FIR में किसानों नेताओं के नाम भी शामिल
सूत्रों से जानकारी मिली है कि आउटर जिले में दर्ज पांच FIR में किसान नेताओं के नाम भी शामिल हैं. 4 FIR नांगलोई पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई, एक FIR पश्चिम विहार वेस्ट थाने में दर्ज हुई है. हालांकि पुलिस अभीस किसान नेताओं के नाम नहीं बता रही है. किसानों नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
हिंसा पर गृह मंत्रालय को रिपोर्ट शाम तक सौंपी जाएगी
दिल्ली में हिंसा पर गृह मंत्रालय को रिपोर्ट शाम तक सौंपी जानी है. संस्कृति मंत्रालय की नुकसान की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस और एफ़आईआर दर्ज करेगी. पांच अधिकारियों की टीम रिपोर्ट तैयार कर रही है. थोड़ी देर पहले संस्कृति मंत्री प्रह्लाद पटेल के अधिकारियों की टीम ने लाल क़िले का दौरा किया था.
लाल किले में डकैती डालने का मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने आपराधिक साजिश के साथ लाल किले में डकैती का मामला दर्ज किया है. राजधानी के कोतवाली थाने में 10 से ज्यादा विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है. धारा 395, धारा 397, धारा 120b जैसी गंभीर आपराधिक धाराएं भी शामिल की गई हैं. आरोप के मुताबिक लाल किले के अंदर आपराधिक साजिश के तहत डकैती डाली गई और वहां से कुछ सामान भी ले जाया गया.
हिंसा पर अमित शाह की पुलिस अधिकारियों के बैठक जारी
गृहमंत्री अमित शाह गृहसचिव, इंटेलिजेंस के अधिकारियों और दिल्ली पुलिस कमिश्नर के साथ गृह मंत्रालय में बैठक कर रहे हैं. दिल्ली में कल हुई हिंसा पर अब तक की कार्यवाही पर जानकारी ले रहे हैं. हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल लाल किला पहुंचे हैं. लाल किले में जो क्षति पहुंची है, उसका जायजा ले रहे हैं. लाल किला संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आता है, जिसके चलते संस्कृति मंत्री प्रहलाद पटेल लाल किला पहुंचे हैं.
लाल किले के अंदर का दृश्य, जहां पर सामान बिखरे और कांच के टुकड़े ज़मीन पर पड़े हुए दिखे


उपद्रवियों की पहचान कर रही है दिल्ली पुलिस
पुलिस टीम पर हमला करने वालों, लालकिले की प्राचीर पर चढ़ने वालों और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुचाने वालों उपद्रवियों की मोबाइल क्लिप और सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के पास मौजूद, जिनकी पहचान की जा रही है. उन किसान नेताओं की पहचान भी की जा रही है जिन्होंने आंदोलनकारियों को निर्धारित रूट से अलग सेंट्रल दिल्ली में जाने के लिए भड़काया.
आरोपियों की पहचान करने में दिल्ली पुलिस तेजी से जुटी
दिल्ली में हुए उपद्रव को लेकर आरोपियों की पहचान करने में दिल्ली पुलिस तेजी से जुटी है. दिल्ली पुलिस को मिली उपद्रवियों की तमाम वीडियो रिकॉर्डिंग, मोबाइल फुटेज का एनालिसिस किया जा रहा है. आरोपियों की पहचान के लिए क्राइम ब्रांच और स्पेशल सेल की मदद ली जा रही है. लालकिले, सेंट्रल दिल्ली, मुकरबा चौक और नांगलोई जहां-जहां उपद्रव हुआ, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी इक्कठा की जा रही है.
उपद्रव की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल

दिल्ली में कल हुए उपद्रव की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय आयोग के गठन की मांग. अलग-अलग मसलों पर PIL दाखिल करते रहने वाले वकील विशाल तिवारी की याचिका दायर की है. इसके अलावा विनीत जिंदल नाम के वकील ने भी चीफ जस्टिस को पत्र याचिका भेजी है. लाल किला में तिरंगे की जगह दूसरा ध्वज लगाने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पर कोर्ट से स्वतः संज्ञान लेने की प्रार्थना की है.
लाल किला का दौरा करने पहुंचे केंद्रीय पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल

दिल्ली पुलिस के SHO बुराड़ी के सर में चोट लगी है. SHO वजीराबाद भी गंभीर रूप से घायल है. वो अस्पताल में भर्ती है और उनकी उंगलियों का ऑपरेशन किया जा रहा है. डीसीपी नॉर्थ के स्टाफ ऑफिसर को भी चोट लगी है. इस हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए है.

किसान रैली के दौरान कल राजधानी में हिंसा के संबंध में अभी दिल्ली के पुलिस आयुक्त वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. इस मामले पर दोपहर बाद दिल्ली पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकती है.
"किसान संगठन का हर नेता सिर्फ भड़काने में लगा था"
किसानों की हिंसा पर बीजेपी नेता शाहनवाज़ हुसैन ने कहा, "जो शंका थी वो सही साबित हुई. किसान संगठन बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे कि अनुशासन रहेगा कि हम जश्न में शामिल हो रहे हैं. यह जश्न था या गणतंत्र दिवस के दिन भारत पर हमला था? इन्होंने लाल किले को अपवित्र किया है. इस सबके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. उकसाने का काम तो किसान संगठन के नेताओं ने किया. किसान संगठन का हर नेता सिर्फ भड़काने में लगा हुआ था. अब जब ये घटना घट गई तब वे तरह-तरह का ज्ञान दे रहे हैं."
दिल्ली में हिंसा के बाद अब किसान संगठनों के नेता लगातार खुद का बचाव कर रहे हैं. किसान मजदूर संघर्ष समिति के जनरल सचिव सरवन सिंह पंधेर ने कहा, हमारा कार्यक्रम दिल्ली के आउटर रिंग रोड पर था वहां पर जाकर हम लोग वापस आ गए. हमारा न तो लाल किले का कार्यक्रम था, न ही झंडा फहराने का था. जिन लोगों ने ये काम किया हम उनकी निंदा करते हैं. जिसने भी ये काम किया वो दोषी है.
हिंसा पर किसान नेता राकेश टिकैट ने क्या कहा
किसान नेता राकेश टिकैट ने कहा, 'लाल किला पर जो हुआ, पूरी तरह से गलत था. हिंसा करने वालों के खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. हम जांच में सहयोग करेंगे. पुलिस ने तय रूट पर बैरिकेड लगा रखे थे. दोपहर एक बजे तक मैं गाजीपुर में था. मैंने किसी से लाल किला जाने के लिए नहीं कहा.'
नोएडा में इंटरनेट सर्विस बहाल
गणतंत्र दिवस पर कल किसानों के बवाल के बाद प्रशासन ने दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में मोबाइल इंटरनेट पर प्रतिंबध लगा दिया था. अब नोएडा में मोबाइल इंटरनेट सेवा फिर से बहाल कर दी गई है.
दिल्ली में हिंसा के लिए कांग्रेस ने तीन लोगों को बताया जिम्मेदार
दिल्ली में किसानों की हिंसा पर कांग्रेस नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा, 'कोई पंधेर, पन्नू और दीप सिद्धू हैं. ये तीन लोग जिन्हें अभी तक पंजाब वालों ने चिन्हित किया है जिन्होंने ये सारा कारनामा किया है. इनको बहुत बड़ी फंडिंग हुई है कि किसानों के आंदोलन को कैसे तबाह करना है. सरकार को ऐसे लोगों को कालकोठरियों में डाल देना चाहिए.'

किसानों से बातचीत के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित समिति की आज होने वाली बैठक रद्द हो गई है. अब ये बैठक 29 जनवरी को होगी. नए कृषि कानून पर किसानों से बातचीत के लिए सुप्रीम कोर्ट ने चार सदस्यों की एक समिति गठित की थी. इसमें एक सदस्य ने खुद को समिति से अलग कर लिया था.


दिल्ली हिंसा में कुल 230 पुलिसकर्मी घायल
पुलिस सूत्रों के अनुसार, किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में हुई हिंसा में कुल 230 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. 41 उत्तरी दिल्ली में, 34 पूर्वी दिल्ली में, 27 पश्चिमी दिल्ली में, 32 द्वारका में, 12 बाहरी-उत्तरी जिले में, 5 शाहदरा में, 4 दक्षिण जिले में और 75 दिल्ली के बाहरी जिलों में घायल हुए.
SIT बनाकर जांच करने की तैयारी
सूत्रों से जानकारी मिली है कि राजधानी में 26 जनवरी में हुए बवाल की जांच दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के पास जाएगी. क्राइम ब्रांच की SIT बनाने की तैयारी है, जो इस पूरे घटनाक्रम की जांच करेगी.
एडिशनल DCP सेंट्रल के ऑपरेटर पर तलवार से हमला
दिल्ली पुलिस ने बताया है कि कल हिंसा के दौरान आईटीओ में एडिशनल डीसीपी सेंट्रल के ऑपरेटर पर तलवार से हमला किया गया था. प्रदर्शनकारियों ने आठ बसों और 17 प्राइवेट गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया है. इस प्रदर्शन में 86 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट (DND) फ्लाईवे पर भारी ट्रैफिक जाम


सेंट्रल दिल्ली से नई दिल्ली जाने वाले सारे रास्ते बंद
सेंट्रल दिल्ली से नई दिल्ली जाने वाले सारे रास्ते बंद किए गए हैं. एंट्री प्वांइट्स पर जगह-जगह भयंकर जाम लगा हुआ है. कालिंदी कुंज से नोएडा आने व जाने वाले मार्ग पर 2-2 लेन बंद हैं, जिस कारण भारी ट्रैफिक जाम है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने कहा, मिन्टो रोड से कनॉट प्लेस जाने वाले मार्ग को बंद कर दिया गया है, कृपया इस मार्ग के प्रयोग से बचें.
किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में सात FIR और दर्ज कर ली गई है. अब तक कुल 22 FIR दर्ज कर ली गई हैं. ये जानकारी दिल्ली पुलिस ने दी है.

सुबह 10 बजे पंजाब के किसान नेताओं की बैठक
ट्रैक्टर रैली में हिंसा के बाद आज सुबह 10 बजे पंजाब के किसान नेताओं की बैठक होगी. इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी. बैठक में कल की घटनाओं पर बात होगी. इसके बाद किसान प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकते हैं.
मायावती ने कहा- ट्रैक्टर रैली के दौरान जो हुआ, कतई भी नहीं होना चाहिए
बीएसपी प्रमुख मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा, 'देश की राजधानी दिल्ली में कल गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की हुई ट्रैक्टर रैली के दौरान जो कुछ भी हुआ, वह कतई भी नहीं होना चाहिए था. यह अति-दुर्भाग्यपूर्ण और केंद्र की सरकार को भी इसे अति-गंभीरता से ज़रूर लेना चाहिए. साथ ही, बीएसपी की केंद्र सरकार से पुनः यह अपील है कि वह तीनों कृषि कानूनों को अविलम्ब वापिस लेकर किसानों के लंबे अरसे से चल रहे आंदोलन को खत्म करे ताकि आगे फिर से ऐसी कोई अनहोनी घटना कहीं भी न हो सके.'
दिल्ली के कई रास्ते बंद
ट्रैक्टर रैली में हिंसा और किसानों के प्रदर्शन के चलते आज दिल्ली के कई रास्ते बंद हैं. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने अपने बयान में कहा, गाजीपुर मंडी, NH-9 और NH-24 को बंद कर दिया गया है, जिसे दिल्ली से गाजियाबाद जाना है वह कड़कड़ी मोड़, शाहदरा और DND का इस्तेमाल करें.
बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन जारी
ट्रैक्टर रैली में हिंसा के बाद सिंघु बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं. यहां कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध-प्रदर्शन जारी है. दिल्ली सीमाओं पर प्रदर्शन करते हुए किसानों को आज 63 दिन हो गए.
लुटियन जोन में जाने वाले सभी रास्ते बंद
पुलिस ने नई दिल्ली में लुटियन जोन में जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए हैं. इंडिया गेट, प्रगति मैदान और मंडी हाउस जाने वाले रास्ते बंद किए गए है. आईटीओ से कनॉट प्लेस जाने वाले रास्ते बंद किए गए हैं. वहीं सिंघु बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात है. कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसान विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं.
लाल किला मेट्रो स्टेशन का एंट्री/एग्जिट गेट बंद
हिंसा के संबंध में अबतक 15 FIR दर्ज
कल किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के संबंध में अबतक 15 FIR दर्ज की जा चुकी हैं. 5 FIR ईस्टर्न रेंज में दर्ज़ की गई हैं. नजफगढ़, हरिदास नगर, उत्तम नगर में एक-एक एफआईआर रात हो चुकी थी. अभी तक की जानकारी के मुताबिक अलग अलग जिलों में कुल 15 एफआईआर कल की हिंसा को लेकर दर्ज हुई है.
दिल्ली की सड़कों पर उपद्रव में फंसे बच्चे और कलाकार
कल गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने के लिए आए करीब 300 बच्चे और कलाकार किसानों की टैक्ट्रर रैली की वजह लाल किले के पास ही फंस गए थे. परेड में शामिल होने के बाद लाल किला देखने पहुंचे बच्चे और कलाकार प्रदर्शनकारियों के हंगामे की वजह से ये लोग लाल किले में फंस गए थे. हालांकि जैसी ही पुलिस को इन बच्चों और कलाकारों के फंसे होने की खबर मिली उच्च अधिकारियों ने तत्काल प्रभाव से इन लोगों को रेस्क्यू करते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया.
लाल किला मेट्रो स्टेशन का एंट्री गेट बंद
ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन का एंट्री गेट बंद कर दिया गया है. यहां से यात्रियों को एग्जिट की अनुमति है, लेकिन एंट्री नहीं कर सकते. हालांकि बाकी सभी मेट्रो स्टेशन खुले हैं, सभी लाइनों पर सेवाएं सामान्य है. ये जानकारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने दी है.
हिंसा को लेकर 7 FIR दर्ज
ट्रैक्टर मार्च में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने 7 FIR दर्ज की है. गाजीपुर, अक्षरधाम, आईटीओ, लालकिले, मुकरबा चौक समेत कई इलाकों में हिंसा और तोड़फोड़ मामले में मुकदमा दर्ज हुआ है. दिल्ली की सड़कों पर तलवारें लहराने की तस्वीरें भी सामने आी हैं. अक्षरधाम के पास निहंग किसानों ने नंगी तलवारें लहराकर दहशत फैलाने की कोशिश की गई.
देर रात आंदोलनकारियों से खाली कराया गया लाल किला
26 जनवरी पर ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद दिल्ली छावनी बन गई है. पुलिस के साथ CRPF की 15 कंपनिया तैनात कर दी गई हैं. देर रात आंदोलनकारियों से लाल किला खाली करा दिया गया. उपद्रव में 86 पुलिसकर्मी घायल हो गए. ट्रैक्टर पलटने से एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई. अब तक 7 FIR दर्ज की जा चुकी हैं.
मंगलवार को हुई हिंसा के बाद लालकिले के आस-पास भारी सुरक्षाबल की तैनाती की गई है. दिल्ली पुलिस का दावा है कि मंगलवार को हुई हिंसा में 83 पुलिसकर्मी चोटिल हुए. देर शाम दिल्ली पुलिस ने हालांकि लालकिले के पूरी तरह से खाली होने का दावा किया था.
मंगलवार को दिल्ली पुलिस और किसानों के बीच हुए टकराव के बाद हरियाणा में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है. हरियाणा के तीन जिलों झझ्झर, सोनीपत और पलवल में इंटरनेट सेवा को भी बुधवार शाम पांच बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ मीटिंग कर यह फैसले लिए.
नांगलोई नजफगढ़ रोड़ पर भी पुलिस और आंदोलन कर रहे किसानों के बीच टकराव देखने को मिला. इस टकराव में प्राइवेट साधनों को नुकसान पहुंचा है. हालांकि अब सामने आ रही जानकारी के मुताबिक किसान अपने प्रदर्शन शिविरों में वापस लौट चुके हैं.
ताजा जानकारी के मुताबिक परेड के बाद किसानों ने ट्रैक्टर परेड के बाद बॉर्डर पर अपने शिविरों में वापस लौट चुके हैं. किसानों ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह पहले की तरह ही आंदोलन को जारी रखेंगे. लालकिले और मुकरबा चौक पर डटे हुए किसान भी अब अपने शिविरों में वापस जा चुके हैं.
सनी देओल ने लाल किले पर झंडा फहराने में शामिल रहे दीप सिद्धू को लेकर सफाई दी है. उन्होंने कहा, "आज लाल क़िले पर जो हुआ उसे देख कर मन बहुत दुखी हुआ है. मैं पहले भी, 6 December को ट्विटर के माध्यम से यह साफ कर चुका हूं कि मेरा या मेरे परिवार का दीप सिद्धू के साथ कोई संबंध नहीं है. जय हिन्द."
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने जानकारी दी है कि जामा मस्जिद और इंदरलोक मेट्रो स्टेशन में एंट्री और एग्ज़िट गेट बंद कर दिए गए हैं. इंदरलोक में इंटरचेंज की सुविधा उपलब्ध रहेगी.
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने जानकारी दी है कि धौला कुआं से नारायणा की ओर यातायात अब सामान्य हो गया है.
दिल्ली में हुए बवाल को लेकर ईस्ट दिल्ली इलाके में पुलिस ने अब तक 4 एफआईआर दर्ज की है. ये गाजीपुर वाले रूट यानी एनएच 24, अक्षरधाम वाले रूट पर हुई हिंसा को लेकर है. इसमें शाहदरा ज़िले में भी एक एफआईआर दर्ज हुई है.
द्वारका ज़िले में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में मोहन गार्डन पुलिस स्टेशन के एसएचओ समेत 30 पुलिसवाले गंभीर रूप से घायल हुए है. इसको लेकर तीन एफआईआर दर्ज की गई है.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने जानकारी दी है कि जामा मस्जिद और इंदरलोक मेट्रो स्टेशन में एंट्री और एग्ज़िट गेट बंद कर दिए गए हैं. इंदरलोक में इंटरचेंज की सुविधा उपलब्ध रहेगी.
दिल्ली में आज प्रदर्शनकारी किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान जमकर बवाल हुआ. इस दौरान प्रदर्शनकारियों का एक समूह लाल किले में घुसने में कामयाब रहा और परिसर में उसने अपना झंडा फहरा दिया. लाल किले के आस पास जमकर हंगामा हुआ, जिसके चलते गणतंत्र दिवस परेड के करीब 300 कलाकार, जिनमें बच्चे भी शामिल थे, लाल किले में फंस गए, लेकिन अब दिल्ली पुलिस ने उन्हें रेस्क्यू कर लिया है.
दिल्ली पुलिस के जवानों की घायलों की संख्या अब 86 हो गई है. दिल्ली पुलिस ने खुद लिस्ट जारी की है. दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान जमकर हंगामा हुआ. कई इलाकों में पुलिस और प्रदर्शनकारियों का आमना सामना भी हुआ.
प्रदर्शनकारी दिल्ली के लाल किले के बाहर इकट्ठा हो गए हैं. इस वक्त लाल किले के बाहर कई ट्रैक्टर नज़र आ रहे हैं. आज ट्रैक्टर रैली के बीच हुए बवाल के दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने लाल किले परिसर में घुसकर अपना झंडा फहरा दिया था.

शिरोमणि अकाली दल ने किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली में हुई हिंसा और हंगामे को लेकर पार्टी की कोर कमेटी की बैठक बुलाई है. बुधवार को चंडीगढ़ में बैठक होगी. पार्टी की ओर से आंदोलन में शामिल पंजाब के लोगों से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की गई.
दिल्ली पुलिस ने कहा है कि किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में 83 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इससे पहले पुलिस ने कहा था कि हमारे जवानों ने रैली की शर्तों के अनुपालन के लिए सभी प्रयास किए, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने निर्धारित समय से काफी पहले ही अपना मार्च शुरू कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया गया.
संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान गणतंत्र दिवस परेड को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है और सभी प्रतिभागियों से तुरंत अपने धरना स्थलों पर वापस लौटने की अपील की है. संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की है कि आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रहेगा और आगे के कदमों पर चर्चा के बाद जल्द ही निर्णय लिया जाएगा.
हरियाणा के सोनीपत में प्रशासन ने इनटरनेट सेवाए बंद कर दी हैं. सोनीपत ज़िला सिंघु बॉर्डर से सटा हुआ है. दिल्ली में हुए बवाल के बाद प्रशासन ने एहतियातन ये फैसला लिया है. दिल्ली में भी कई इलाकों में इनटरनेट पर रोक लगा दी गई है.
ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मौला ने कहा, "आज दिल्ली में जिन्होंने तोड़फोड़ की, वे किसान नहीं किसान के दुश्मन हैं, ये साजिश का अंग है. आज की गुंडागर्दी से, साजिश से हमने सबक लिया है. भविष्य में आंदोलन में ऐसे लोगों को घुसने का मौका न मिले, हम शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन चलाएंगे."

दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा पर कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आज के उपद्रव के पीछे सिख फोर जस्टिस का हाथ है. खालिस्तानी दीप सिद्धू ने ज़िश रची. उन्होंने कहा कि लाल किला पर जो झंडा फहराया गया वो सिखी झंडा नहीं था. हमारा धार्मिक झंडा केसरी होता है पीला नहीं. जिन्होंने लाल क़िला पर कब्ज़ा किया और उपद्रव मचाया वो खालिस्तानी थे. किसान आज के उपद्रव में शामिल नहीं था. उन्होंने कहा, "NIA की जांच हो और जो भी इसके पीछे है, उसको आज ही रात में जेल में डाला जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रावाई की जाये."
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने दिल्ली में हुए बवाल पर कहा, "आज दिल्ली में जो हुआ कोई भी उसका समर्थन नहीं करता परंतु इसके पीछे के कारण को भी नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता. पिछले कई दिनों से किसान धरने पर बैठे थे, भारत सरकार की ज़िम्मेदारी थी कि सकारात्मक बात कर हल निकालना चाहिए था. वार्ता हुई लेकिन कुछ हल नहीं निकला."
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पर चल रही बैठक खत्म हो गई है. ये बैठक लगभग 2 घंटे तक चली और इसमें आईबी निदेशक और गृह सचिव समेत तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में हालात की समीक्षा के बाद अनेक संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात करने के लिए कहा गया है. सूत्रों के मुताबिक खुफिया एजेंसियों को अभी भी हिंसा की आशंका है.
दिल्ली में हुए बवाल पर दिल्ली पुलिस ने बयान जारा किया है. बयान में कहा गया है, "ट्रैक्टर रैली के लिए दिल्ली पुलिस ने किसानों के साथ तय हुए शर्तों के अनुसार काम किया और आवश्यक बंदोबस्त किया. दिल्ली पुलिस ने अंत तक काफी संयम का परिचय दिया, परन्तु किसान आंदोलनकारियों ने तय शर्तों की अवहेलना की और तय समय से पहले ही अपना मार्च शुरू कर दिया और आंदोलनकारियों ने हिंसा व तोड़ फोड़ का मार्ग चुना, जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए संयम के साथ ज़रूरी कदम उठाए. इस आंदोलन से जन संपत्ति को काफी नुक्सान हुआ है और कई पुलिस कर्मी घायल भी हुए हैं. आंदोलनकारियों से अपील है कि हिंसा का रास्ता छोड़ शांति बनाएं और तय हुए रास्ते से वापस लौट जाएं."
दिल्ली के सीमावर्ती इलाकों में CRPF की 15 कंपनियों की तैनाती की गई है. ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा के बाद गृह मंत्रालय ने ये फैसला लिया है.


शरद पवार ने कहा है कि मुझे लग रहा था कि कहीं ना कहीं यह रास्ते से भटक रहा है. ऐसी स्थिति बनने लगी थी. किसान बिल पर जो चर्चा अभी हो रही वो 2003 से चल रही है. सभी राज्यो के लोगो को विश्वास में लेकर नियम कानून बने यह पहले तय हुआ था. नई सरकार में यह विषय पीछे हट गया. संसद में 3 कानून मोदी सरकार लेकर आई. हमारा यही कहना था कि इसपर चर्चा होनी चाहिए. सेलेक्ट कमेटी में इसकी चर्चा होनी चाहिए. हालांकि 60 दिनों से संयम से आंदोलन चल रहा था. दिल्ली को कड़ाके की सर्दी में अपने मुद्दों के लिए किसान डटे हुए थे यह अभूतपूर्व है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने एक प्रेस स्टेटमेंट जारी कर किसान गणतंत्र दिवस परेड में किसानों के भाग लेने के लिए शुक्रिया अदा किया है. इसके अलावा किसान मोर्चा ने दिल्ली में हुई हिंसा की निंदा की. स्टेटमेंट में कहा गया है, "आज के किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों का शुक्रिया अदा करते हैं. हम उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की निंदा करते हैं और खेद प्रकट करते हैं जो आज घटित हुई. इन घटनाओं में शामिल लोगों से हमारा कोई लेना देना नहीं.
किसान नेता शिवकुमार कक्का ने ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के लिए देश से माफी मांगी है. उन्होंने कहा कि मैं पूरे देश से माफी मांगता हूं. उन्होंने कहा कि हमने पहले ही कहा था कि ट्रैक्टर रैली में कुछ असामाजाकि तत्व घुस सकते हैं. जिन्होंने ये किया वो संयुक्त मोर्चा का हिस्सा नहीं हैं.
बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने ट्वीट कर कहा, "बहुत समय से कह रहे थे की ये आंदलनकारी किसान नहीं हैं, लेकिन ‘किसान’ के नाम पे ये देशवासियों से हमदर्दी लूट रहे थे, देश भी अब देख ले कि इनकी असलियत क्या है. भड़काने वाले नेताओं के नाम दर्ज कराओ. अभी इनका समय है, इसके बाद क़ानून का समय शुरू होगा लेकिन देश की पूरी सहमति होनी चाहिए."
हमारे सभी प्रयासों के बावजूद कुछ संगठनों और व्यक्तियों द्वारा रूट का उल्लंघन करने का निंदनीय कृत्य किया गया। असामाजिक तत्वों ने शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की। हमने हमेशा माना है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और किसी भी उल्लंघन से आंदोलन को नुकसान होगा: संयुक्त किसान मोर्चा
गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर इस वक्त आपातकालीन बैठक चल रही है. सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मंथन चल रहा है. बैठक में गृहसचिव भी पहुंच गए हैं.
दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने जानकारी दी है कि मानसरोवर पार्क और झिलमिल मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार अब खुल गए हैं. दिल्ली में इस वक्त कई मेट्रो स्टेशन बंद हैं, जिनमें आईटीओ और लाल किला के आस पास के स्टेशन शामिल हैं. हिंसा के चलते सुरक्षा को देखते हुए ये फैसला लिया गया है.
इंडिया गेट को जोड़ने वाले सभी मार्गों को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया है. सड़क पर डीटीसी की बसें खड़ी कर दी गई हैं. ताकि कोई भी गाड़ी अंदर की तरफ दाखिल ना हो सके. इधर नांगलोई इलाके में पुलिस और प्रदर्शनकारी किसान आमने सामने आ गए हैं.
प्रदर्शनकारियों के हंगामें के बीच गृह मंत्रालय ने सिंघू बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, मुकरबा चौक और नांगलोई के इलाकों में आज रात 12 बजे तक के लिए इनटरनेट सेवा बंद करने का फैसला किया है.

दिल्ली के विभिन्न पुलिस थानों में किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में है. शुरुआती दौर में लगभग एक दर्जन मामले दर्ज हो सकते हैं. विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करने की तैयारी की जा रही है. केस दर्ज करने के बाद गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू हो सकता है.
किसान नेता राकेश टिकैत ने प्रशासन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने 12 बजे तक रूट नहीं खोला, जिसके बाद किसानों ने रूट बदला. उन्होंने कहा कि जो रूट दिया गया था, उसपर बैरिकेड लगा दिया गया. उन्होंने कहा कि ये घटना एक साज़िश का हिस्सा है. ये सरकार की साज़िश है. हमें बदनाम करने की साज़िश है. किसान तो रिंग रोड पर घूम कर वापस चला जाता.
कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे किसान प्रदर्शनकारियों के एक गुट ने लाल किला परिसर में घुस कर एक गुंबद पर अपना झंडा फहरा दिया. हालांकि अब पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों ने हालात को काबू कर लिया है और लाल किला परिसर से प्रदर्शनकारियों को बाहर कर दिया गया है.
ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह ने कहा है कि हम सुबह से किसानों से अपील कर रहे हैं कि जो रास्ता दिल्ली पुलिस के साथ बैठक में तय हुआ है उसका पालन करें. काफी लोग उस रास्ते से चले गए हैं लेकिन कई लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की,बैरिकेड तोड़े. हमारे कुछ लोग घायल हुए हैं.
इंडिया गेट जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं. प्रदर्शनकारियों का हंगामा जारी है.लाल किले से प्रदर्शनकारियों को पुलिस निकालने की कोशिश में लही हुई है.
दिल्ली के आईटीओ इलाके में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने डीटीसी बस में तोड़फोड़ की.
ज्वाइंट कमिश्नर शालिनी सिंह ने कहा है कि हम सुबह से किसानों से अपील कर रहे हैं कि जो रास्ता दिल्ली पुलिस के साथ बैठक में तय हुआ है उसका पालन करें. काफी लोग उस रास्ते से चले गए हैं लेकिन कई लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की,बैरिकेड तोड़े. हमारे कुछ लोग घायल हुए हैं.
लाल किला से किसानों को निकाला जा रहा है. पुलिस प्रदर्शनकारियों को निकालने की कोशिश कर रही है.
नागलोई में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया है. जिसके बाद किसानों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले इस्तेमाल किए.
नागलोई में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया है. अब थोड़ी देर में संयुक्त किसान नेता बैठक करने जा रहे हैं.
लाल किले पर प्रदर्शन कर रहे किसान आंदोलनकारियों ने एबीपी न्यूज़ का माइक छीन कर भाग गए. इतना ही नहीं प्रदर्शनकारियों ने एबीपी न्यूज़ का कैमरा भी तोड़ दिया.
भारतीय किसान यूनियन के जालंधर के अध्यक्ष अमरीक सिंह ने कहा, ''किसानों से अपील और निवेदन करता हूं कि जो निर्धारित रूट हैं वहीं जाएं. मैं हाथ जोड़ कर निवेदन करता हूं ऐसा ना करें. अनुशासन बनाए रखें. सरकार की तरफ से हमें रूट मिला है, उस ही को फॉलो करें. कुछ शरारती तत्व उन्हे बरगला रहे हैं, जो चाहते हैं शांति भंग हो. संयुक्त मोर्चा का यही निर्देश था कि किसान निर्देशित रूट पर ही जाएं, हमारी तरफ से दिल्ली में अंदर जाने का कोई निर्देश नहीं था. अगर किसान गलती से उधर चले गए हैं, वो तुरंत वापस आएं.''
आंदोलन पर क्या बोले किसान नेता योगेंद्र यादव?
एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा, ''यह बिना किसी संदेह के निंदनीय है और शर्मिंदगी का विषय है. यह गणतंत्र के लिए, देश के लिए शर्मिंदगी का विषय है. मैं किसान नेताओं और आंदोलन में शामिल लोगों से अपील करता हूं कि पुलिस के दिए रूट को ही मानें. जो लोग तय रूट से बाहर चले गए हैं उन्हें भी त रूट पर ही वापस आ जाना चाहिए. अभी मैं यह भी नहीं जानता कि यह हमारे संगठन के लोग हैं या कौन है? लेकिन ऐसा जो लोग भी कर रहे हैं वो निंदनीय है. मुझे अभी यह नहीं पता कि आगे क्या होगा, लेकिन मैं सिर्फ एक बार और अपील करना चाहता हूं कि इससे आंदोलन और किसान की छवि खराब हो रही है. ऐसा ना करें, पुलिस के रूट पर ही रहें.''
दिल्ली में किसान प्रदर्शनकारियों के हंगामे के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ''हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है. चोट किसी को भी लगे, नुक़सान हमारे देश का ही होगा. देशहित के लिए कृषि-विरोधी क़ानून वापस लो!''

लाल किला पर चढ़े प्रदर्शनकारी किसान
तय रास्ते से हटकर दिल्ली में दाखिल हुए प्रदर्शनकारी किसान अब लाल किला के ऊपर चढ़ चुके हैं. यहां सैकड़ों किसान अपने अपने संगठन का झंडा हाथ में लेकर खड़े हैं.
आखिर किसान जाना कहां चाहते हैं?
एबीपी न्यूज ने जब प्रदर्शनकारी किसानों से पूछा कि आपको कहां जाना है तो उन्हें पता ही नहीं है कि जाना कहां है. कोई कह रहा है लाल किला जाना है, कोई कह रहा है इंडिया गेट जाना है, कोई कह रहा है कि जहां मोदी जी ले जाएंगे, तो कोई कह रहा है कि राकेश टिकेट जहां कहेंगे वहां चले जाएंगे. इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी किसानों ने मीडियाकर्मी से सिर्फ उनकी बात करने के लिए भी जोर दिया.
तय रास्ते से हटकर दिल्ली के लाल किला पहुंचे प्रदर्शनकारी किसान

दिल्ली में सैकड़ों ट्रैक्टर घुस चुके हैं. ये सभी संयुक्त मोर्चा किसान संगठन से संबंधित बताए जा रहे हैं. किसान नेताओं का कहना है कि उनकी संयुक्त मोर्चा किसान संगठन से बात चल रही है. दिल्ली में घुसे किसानों को मुड़कर बाहर आने के लिए कहा जा रहा है.
पुलिस पर ट्रैक्टर चलाने की कोशिश
दिल्ली के आईटीओ रेड लाइट पर किसानों का हुड़दंग जारी है. बीच चौराहे पर तेज रफ्तार से ट्रैक्टर चलाए जा रहे हैं. प्रदर्शकारियों ने पुलिस पर भी ट्रैक्टर चलाने की कोशिश की. कुछ प्रदर्शनकारी मुंह पर कपड़ा बांधकर पुलिस पर पथराव कर कर रहे हैं.
लाल किला पहुंचे किसान
प्रदर्शनकारी किसान अब दिल्ली के लाल किले पहुंच चुके हैं. वहीं आईटीओ के पास पुलिस और किसान आमने सामने आ गए हैं. प्रदर्शनकारी किसान पुलिसकर्मियों पर पथराव कर रहे हैं. जवाब में पुलिस भी आंसू गैस के गोले छोड़ रहे हैं.
किसानों को समझाने की कोशिश जारी, किसान नहीं माने तो सड़क पर बैठ गए पुलिसकर्मी

यूपी में शांति, कहीं भी लाठी चार्ज नहीं
किसानों की ट्रैक्टर रैली पर यूपी के ADG (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, 'अभी तक पूरे उत्तर प्रदेश में सब कुछ सकुशल चल रहा है. सभी लोग हमारे किसानों से लगातार वार्ता कर रहे हैं. अभी तक शांति है. उत्तर प्रदेश में कहीं भी लाठीचार्ज नहीं किया गया है.'

कुछ मेट्रो स्टेशन के एंट्री-एग्जिट गेट बंद
ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ जगह पर हिंसा के चलते डीएमआरसी ने कुछ मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एग्जिट दोनों गेट बंद किए. ये स्टेशन हैं- समयपुर बादली, रोहिणी सेक्टर 18/19, आजादपुर, आदर्श नगर, जीटीबी नगर, विश्वविद्यालय, विधानसभा, सिविल लाइन्स.
किसानों की ट्रैक्टर रैली गाजीपुर बॉर्डर से ITO के पास सराय काले खां पहुंच गई है. प्रदर्शनकारी किसानों ने आईटीओ इलाके में एक डीटीसी बस में तोड़फोड़ भी की.


किसान नेता राकेश टिकैट का बयान
किसान आंदोलन के नेतृत्व की कमान किसान नेता राकेश टिकैट के हाथों में है. ट्रैक्टर रैली के दौरान कुछ जगह पर हो रही हिंसा पर मीडिया से बात करते हुए राकेश टिकैट ने कहा, 'ट्रैक्टर रैली शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है. मेरी जानकारी में ये नहीं है कि किसान हंगामा कर रहे हैं. मैं तो गाजीपुर बॉर्डर पर हूं. यहां ट्रैफिक कंट्रोल कर रहा हूं. तिरंगा हमारी आन-बान-शान है. हमारा आंदोलन जारी रहेगा. दिल्ली से किसान वापस लौट जाएंगे.'
किसानों को रोकने की कोशिश जारी
पुलिस लगातार किसानों को समझा रही है कि अपने तय रूट पर मार्च निकाले, लेकिन किसान नहीं मान रहे हैं. किसान लगातार आगे दिल्ली की ओर बढ़ते ही जा रहे हैं. सीमेंट से बने ब्लॉक्स तक उन्होंने तोड़ दिए. कहीं कहीं पर पुलिस सड़क पर बैठ गई है और किसानों से कह दिया है कि अगर उन्हें आगे बढ़ना है तो उन्हें उनके ऊपर से होकर गुजरना होगा.
किसानों ने अनुशासन तोड़ा, सुरक्षा घेरा भी टूटा
किसान पूरी तरह से निर्धारित रूट को तोड़कर दिल्ली में घुस चुके हैं. दिल्ली पुलिस और किसान संगठनों के बीच ट्रैक्टर रैली निकालने के लिए रूट निर्धारित किया गया था. लेकिन अब किसान अनुशासन तोड़ चुके हैं. सुरक्षा गहरा टूट चुका है. पुलिस रोड के साइड में खड़ी है. किसान लाल किले की ओर बढ़ रहे हैं.
किसान नेता का बयान
किसान नेता कक्काजी ने कहा, "पुलिस को हमें तय रास्ते पर जाने देना चाहिए था, लेकिन पुलिस ने हमें रोके रखा. जब प्रशासन अपनी बात पर अडिग नहीं रही, तो किसानों को भी थोड़ा रास्ता बदलना पड़ा. प्रशासन हमें लाइनअप नहीं करने दे रहा था, तो किसानों को तय समय से पहले आगे बढ़ना पड़ा. हम स्थिति कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं. कोई वारदात नहीं होगी, सबकुछ काबू में है."
तय रास्ते से हटकर दिल्ली में घुसे किसान
ट्रैक्टर मार्च निकालने वाले किसान अब दिल्ली में दाखिल हो चुके हैं. किसान मजदूर संघर्ष कमिटी ने तय रूट का उल्लंघन करते हुए बैरिकेड तोड़ दिए और अब आउटर रिंग रोड होते हुए लाल किला की तरफ बढ़ रहे हैं. हालांकि बाकी संगठन निर्धारित रूट से ही जा रहे हैं. शांतिपूर्व प्रदर्शन का दावा करने वाले किसान हंगामा कर रहे हैं. उन्होंने अपना प्रदर्शन भी तय वक्त से पहले शुरू कर दिया.
दिल्ली के सभी रास्तों पर पुलिस तैनाती बढ़ाई गई
रिंग रोड से कनॉट प्लेस और सेंट्रल दिल्ली की तरफ आने वाले सभी रास्तों पर पुलिस तैनाती बढ़ा दी गई है. मिंटो ब्रिज से वाहनों की आवाजाही बंद कर बैरिकेड लगा दिए गए हैं. रेलवे स्टेशन जाने वाले यात्रियों को पैदल ही जाने को कहा जा रहा है. अग्रसेन ब्रिज पर भी रास्तों में बसें खड़ी कर पुलिस ने रास्ता ब्लॉक कर दिया है. आरएएफ की कंपनी भी तैनात की गई है.
आंदोलनकारी किसान अक्षरधाम और इंद्रप्रस्थ पार्क के सामने से गुजर चुके हैं. अब प्रगति मैदान की ओर बढ़ गए हैं. वहीं अब प्रदर्शनकरी किसानों द्वारा मुकरबा चौक पर पुलिस बैरिकेडिंग को हटाने की खबर आई है.
प्रदर्शनकारी किसानों के हंगामा जारी
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों के हंगामा करने की अलग-अलग जगह से खबरें आ ही हैं. अब करनाल बाईपास पर दिल्ली के अंदर प्रवेश करने के लिए पुलिस बैरिकेडिंग को तोड़ दी है. वहीं दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर पांडव नगर के पास भी किसानों ने पुलिस बैरिकेडिंग हटाकर आगे बढ़ रहे हैं.

कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाल रहे प्रदर्शनकारियों की भीड़ टिकरी बॉर्डर पर जमा हो गई है. वहीं किसान अक्षरधाम मंदिर को पार कर चुके हैं. ये किसान अब इंद्रप्रस्थ की ओर बढ़ रहे हैं. पुलिस प्रशासन ने भी रास्ता खुला छोड़ दिया है.
सिंघू बॉर्डर पर संयुक्त पुलिस आयुक्त एसएस यादव ने कहा, किसानों ने हमारा सहयोग किया है और हम उनका सहयोग कर रहे हैं. हमारा अनुरोध है कि वे वर्तमान में जिस रोड पर चल रहे हैं, उसका अनुसरण करते रहें.


रिंग रोड पर जाने की जिद पर अड़े किसान
सिंघु बॉर्डर से किसान मजदूर संघर्ष समिति के अध्यक्ष सतनाम सिंह पन्नू ने कहा, 'हम शांतिपूर्ण तरीके से जाएंगे और वापस आ जाएंगे. हमें रिंग रोड पर जाना है लेकिन पुलिस रोक रही है. लोग आ रहे हैं उसके बाद हम इस पर विचार करेंगे. 30-45 मिनट का समय दिया गया है तब तक हम यहीं बैठेंगे और फैसला करेंगे.'
सिंघु बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुंच गई है. यहां दिल्ली पुलिस को किसानों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस गोले का इस्तेमाल करना पड़ा है.

11 मेट्रो स्टेशन में अगले आदेश तक एंट्री बंद
किसान ट्रैक्टर रैली को देखते हुए सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने ग्रीन लाइन पर कुछ मेट्रो स्टेशन पर एंट्री बंद करने की एडवाइजरी जारी की है. दोबारा एडवाइजरी जारी होने तक इन स्टेशनों पर एंट्री बंद रहेगी, हालांकि एग्जिट गेट खुला रहेगा. ये मेट्रो स्टेशन हैं- ब्रिगेडियर होशियार सिंह, बहादुरगढ़ सिटी, पंडित श्री राम शर्मा, टिकरी बॉर्डर, टिकरी कलान, घेरवा, मुंडका इंडस्ट्रीयल एरिया, मुंडका, राजधानी पार्क, नांगलोई रेलवे स्टेशन, नांगलोई.
गाजीपुर बॉर्डर से भी किसानों की ट्रैक्टर रैली शुरू हो गई है. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बताया, "हमें एक रूट दिया गया है हम उसी रूट से जा रहे हैं. आंदोलन खत्म नहीं होगा. नियमों का पूरा पालन किया जाएगा."
संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुंची रैली
सिंघु बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर रैली दिल्ली के संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर पहुंच चुकी है. रैली डीटीयू-शाहबाद-एसबी डेयरी-दरवाला- बवाना टी-पॉइंट- कंझावला चौक-खरखौदा टोल प्लाजा की ओर जाएगी.गाजीपुर पर भी किसान पुलिस बैरिकेडिंग मार्च आगे बढ़ चुके हैं.
किसान मोर्चा की परेड 10 बजे ही शुरु होगी
सिंघु बॉर्डर और धंसा बॉर्डर से ट्रैक्टर परेड शुरू हो चुकी है. हालांकि आधिकारिक रुप से संयुक्त किसान मोर्चा की परेड 10 बजे ही शुरु होगी लेकिन पंढ़ेर ग्रुप ने 8 बजे ही अपनी परेड शुरु कर दी है. टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेट तोड़ कर पैदल मार्च शुरु किया. हालांकि ट्रैक्टर परेड अभी शुरु नहीं हुई है. पुलिस ने ये बैरिकेड इसलिए लगा रखा था ताकि समय आने पर खोलेंगे और ट्रैक्टर परेड शुरु कराएंगे.
किसानों की ट्रैक्टर रैली धंसा बॉर्डर से शुरू

हंगामे के साथ ट्रैक्टर रैली शुरू
सिंघु बॉर्डर से किसानों ने ट्रैक्टर रैली शुरू कर दी है. ट्रैक्टर रैली कंझावला चौक-औचंदी बॉर्डर-केएमपी-जीटी रोड जंक्शन की ओर बढ़ रही है. वहीं कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पुलिस बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं.


गाज़ीपुर बार्डर पर किसानों के प्रदर्शनस्थल पर ट्रैक्टर रैली से पहले बड़ी संख्या में ट्रैक्टर तैयार है. एक प्रदर्शनकारी ने बताया, "सभी लोग यहां से चलेंगे और गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा. सड़क पर ट्रैक्टर से परेड की जाएगी."
नशे की मनाही, कोई भड़काऊ नारा नहीं
किसानों को परेड के लिए निर्देश दिए गए हैं- परेड में ट्रैक्टर और दूसरी गाड़ी चलेंगी, लेकिन ट्रॉली नहीं जाएगी. जिन ट्रालियों में विशेष झांकी बनी होगी उन्हें छूट दी जा सकती है. अपने साथ 24 घंटे का राशन पानी पैक करके चलें. हर ट्रैक्टर या गाड़ी पर किसान संगठन के झंडे के साथ-साथ राष्ट्रीय झंडा भी लगाया जाए. किसी भी पार्टी का झंडा नहीं लगेगा. अपने साथ किसी भी तरह का हथियार ना रखें, लाठी या जेली भी ना रखें. किसी भी भड़काऊ या नेगेटिव नारे वाले बैनर ना लगाएं.
चिल्ला बॉर्डर पर ट्रैक्टर रैली के लिए तैयार किसान

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्रैक्टर रैली को दी शुभकामनाएं
दिल्ली-एनसीआर में कई रास्ते बंद
आज गणतंत्र दिवस और किसानों की ट्रैक्टर रैली के मद्देनजर कई रास्ते बंद किए गए हैं तो कई रूट डायवर्ट कर दिए गए हैं. सड़कों पर बड़े-बड़े कन्टेनर रखे गए हैं यानी गाड़ी क्या उन रास्तों से इंसान भी नहीं गुजर पाएगा. क्रेन से सीमेंट के बड़े बड़े टुकड़े बिछाए गए हैं. यानी कि यहां से हर कीमत पर जाना मना है. ट्रैक्टर मार्च के लिए जो रास्ते तय किए गए हैं सिर्फ वही रास्ता खोला गया है, बांकि रास्तों को पूरी तरह बंदकर दिया है.
सुबह 10 बजे नौ जगहों से ट्रैक्टर परेड शुरू
किसान नेताओं ने आज सुबह 10 बजे नौ जगहों से ट्रैक्टर परेड शुरू करने की घोषणा की है. ढांसा, चिल्ला, शाहजहांपुर , मसानी बराज, पलवल और सुनेढ़ा बॉर्डर से भी ट्रैक्टर रैली निकालने का ऐलान किया गया है. पुलिस से बातचीत होने के बाद भी 2 किसान संगठन नहीं मान रहे हैं. रिंग रोड पर ट्रैक्टर मार्च निकालने की घोषणा की है. वहीं गाजियाबाद लोनी बॉर्डर से बैरिकेडिंग तोड़कर किसान दिल्ली में घुस गए हैं.
सिंघु बॉर्डर जाने वाले मुख्य रास्तों को बंद
किसानों के ट्रैक्टर मार्च को लेकर दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर जाने वाले मुख्य रास्तों को बंद कर दिया है. हालांकि परेड आउटर रिंग रोड पर नहीं जाएगी लेकिन एहतियातन आउटर रिंग रोड पर बड़ी संख्या में ट्रक खड़े कर दिए गए हैं. साथ ही सिंघु बॉर्डर के आसपास भारी संख्या में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों की तैनाती की गई है.
कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षाकर्मी तैनात
किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई सीमाओं पर पहले से ही सुरक्षा कर्मियों को तैनात कर दिया गया है. दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने कहा, 'यह हमारे लिए एक चुनौतीपूर्ण कार्य होगा. हालांकि, गणतंत्र दिवस परेड समाप्त होने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच ट्रैक्टर परेड निकाली जाएगी.'
किसान 9 जगहों से निकालेंगे ट्रैक्टर परेड
कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलनरत किसान आज गणतंत्र दिवस के मौके पर नौ रूट से ट्रैक्टर परेड निकालेंगे. जबकि दिल्ली पुलिस ने 3 रुट फाइनल किए हैं, उनमें सिंघु रूट (63 किमी), टिकरी रूट(62.5 किमी) और गाजीपुर रूट (68 किमी) है. किसान संगठनों ने कहा है कि झांसा और चिल्ला बॉर्डर से भी होगी. इसके अलावा शाहजहाँपुर बॉर्डर, मसानी बराज, पलवल और नूह के सुनेढ़ा बॉर्डर से भी किसान परेड होगी.
ट्रैक्टर परेड पर किसानों और दिल्ली पुलिस में मतभेद बरकरार
किसान के ट्रैक्टर परेड के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा बेहद सख्त, दिल्ली पुलिस ने बार्डर पर बढाई बैरिकेडिंग, अहतियातन कंटेनर से कई रास्ते ब्लॉक किए गए हैं. ट्रैक्टर परेड पर किसानों और दिल्ली पुलिस में मतभेद बरकरार है. किसानों को सिर्फ तीन रूट पर पांच हजार ट्रैक्टर लेने जाने की इजाजत मिली है. जबकि किसान नेता 9 रूट पर परेड निकालने की जिद कर रहे हैं.

बैकग्राउंड

नई दिल्ली: Farmers Protest Tractor Rally Red Fort Live Updates: गणतंत्र दिवस पर किसानों द्वारा ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद स्थिति अब नियंत्रण में है. सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर से शुरु हुई ट्रैक्टर रैलियों में शामिल ट्रैक्टरों का बॉर्डर पर पहुंचना शुरु हो गया है. आईटीओ पर भी किसान इकट्ठा हो गये थे जो अब खाली करा लिया गया है. लाल किले पर भी जमा हुए किसान हटा लिये गये है. वहीं मंगलवार शाम को संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान गणतंत्र दिवस परेड को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है, और सभी प्रतिभागियों से तुरंत अपने धरना स्थलों पर वापस लौटने की अपील की है.


संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की कि आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रहेगा और आगे के कदमों पर चर्चा के बाद जल्द ही निर्णय लिया जाएगा. हिंसा के बाद मंगलवार शाम को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के घर लगभग 2 घंटे तक बैठक हुई. बैठक के दौरान आईबी निदेशक और गृह सचिव समेत तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में हालात की समीक्षा के बाद अनेक संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात करने के लिए कहा गया है. सूत्रों के मुताबिक खुफिया एजेंसियों को अभी भी हिंसा की आशंका है. दिल्ली और बॉर्डर इलाकों में सीआरपीएफ की 15 कंपनियां दिल्ली पुलिस के साथ तैनात की गई हैं.


पुलिस के जवानों को कुचलने की कोशिश
हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस के ज्वाइंट सीपी आलोक कुमार ने कहा कि किसानों ने रुट को फॉलो नहीं किया. अक्षरधाम पर किसानों को समझाया गया. उग्र किसानों ने दिल्ली पुलिस के जवानों को कुचलने की कोशिश की और जिन्होंने भी उपद्रव किया है उन पर हम एक्सशन लेंगे.


दिल्ली पुलिस के स्पेशल सीपी दीपेंद्र पाठक ने कहा कि ये डिसिप्लिन का टूटना है, संयुक्त किसान मोर्चा से कई बार बात हुई और बात होने के बाद रुट तय हुआ उनकी तरफ से अपील हुई और उसके बाद इस तरह की अफरा तफरी उन्ही के लोगों ने उनकी बात नहीं मानी. हम को इसको पीसफुल चाहते थे, जो भी लोग दिल्ली की तरफ चल पड़े है उनको वापस करने की कोशिश हो रही है.


योगेंद्र यादव ने बताया है कि रैली को कॉल ऑफ किया है. उसका भी असर होगा. लेकिन निश्चित रूप से ये बीच ऑफ डिसिप्लिन है. बीच ऑफ ट्रस्ट है, जो बात इतने डिटेल में हुई थी जो तय हुआ था उनके हिसाब से रुट दिए गए थे. उसका उल्लघंन हुआ है.


 


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