Farmers Protest Live: बजट के मद्देनजर राजधानी में सुरक्षा कड़ी, कई रास्ते बंद, कई पर हुआ डायवर्जन

किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जल्द ही बात करने के मूड में हैं. पीएम से बातचीत में हमें कोई दिक्कत नहीं, लेकिन इसके लिए सरकार पहले माहौल बनाए। सरकार इंटरनेट और बॉर्डर खुलवाए। बता दें पीएम मोदी ने हाल ही में कहा था कि किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल दूर हूं.

एबीपी न्यूज़ Last Updated: 01 Feb 2021 10:26 AM
आज किसानों की तरफ से सांसद घेराव का ऐलान किया गया था हालांकि 26 जनवरी की घटना के बाद इसको वापस ले लिया गया था. लेकिन फिर भी सावधानियों के तहत पुलिस की तैयारियां दिख रही है ताकि दिल्ली में कोई किसान दाखिल ना हो सके. किसी को भी उस रास्ते पर जाने की अनुमति नहीं है. ट्रैफिक पुलिस कर्मी अलग अलग बेरिकेटिंग लगे रास्तों पर लोगों को दूसरे रास्ते के बारे में गाइड कर रहे है. कई तरफ से रास्ते बंद होने की वजह से लोगों को काफी परेशानियां भी हो रही है. लोगों का कहना है कि कई किलोमीटर घूम के जाना पड़ रहा है.
बजट को देखते हुए पुलिस की तरफ से दिल्ली के कई मुख्य रास्तों पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. तकरीबन दो दिनों से पुलिस सिक्योरिटी के इंतजाम में लगी थी. सबसे पहले बेरीकेटिंग ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर धरना स्थल से 100 मीटर की दूरी पर की गई, जो कि 10 लेयर से ज़्यादा की बेरीगेटिंग है. पुलिस ने सिक्योरिटी के लिए दिल्ली जाने वाले रास्तों को बंद कर दिया है. इसमें NH24 वाले रास्तों से लेकर, आश्रम से अक्षरधाम मंदिर होते हुए NH24 पर जाने वाले रास्ते पर भी बेरीकेटिंग लगा कर उसको बंद कर दिया गया है.
दिल्ली पुलिस ने आनंद विहार से दिल्ली जाने वाले ट्रैफिक को बंद किया . नेशनल हाईवे 9 की सभी 14 लेन का ट्रैफिक पहले से ही बंद है . अब आंनद विहार वाले रास्ते को भी बंद किया गया . फिलहाल गाज़ियाबाद की तरफ से दिल्ली जाने के लिए सीमापुरी, भौपुरा होते हुए सूर्य नगर का मार्ग खुला है.
संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देशव्यापी कार्रवाई का एलान किया है. आंदोलन को दोबारा सफल बनाने के लिए पंजाब, हरियाणा और यूपी की पंचायतों ने लोगों को दिल्ली कूच करने का फरमान जारी किया. इस बीच किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जल्द ही बात करने के मूड में हैं. पीएम से बातचीत में हमें कोई दिक्कत नहीं, लेकिन इसके लिए सरकार पहले माहौल बनाए। सरकार इंटरनेट और बॉर्डर खुलवाए। बता दें पीएम मोदी ने हाल ही में कहा था कि किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल दूर हूं.
26 जनवरी को राजधानी में किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा के बाद आज बजट के दिन दिल्ली में सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई है. किसान आंदोलन के स्थल के आसपास पुलिस ने सख्त पहरा लगा दिया है. इसके साथ ही राजधानी दिल्ली के सभी मुख्य मार्गों पर भी भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है. रोड पर बैरिकेडिंग और कटींली तारें भी लगाई गयीं हैं.
यूपी के बागपत में सर्वखाप ने महापंचायत बुलाई
किसानों के समर्थन में आज यूपी के बागपत में आज सर्वखाप ने महापंचायत बुलाई है. ये महापंचायत बागपत के बड़ौत में दोपहर 12 बजे शुरू होगी. हालांकि एक बार फिर बिना प्रशासन की अनुमति के पंचायत हो रही है. प्रशासन का कहना है कि यदि अनुमति के बिना पंचायत की गई तो आयोजकों के खिलाफ कार्रवाई होगी. कानून व्यवस्था न बिगड़े, इसके लिए बड़ौत शहर में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है.
गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की तादाद लगातार बढ़ रही है. तादाद को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ दी है. बॉर्डर पर रातो-रात 12 लेयर की बैरिकेडिंग कर दी है और एनएच-24 पर यूपी से दिल्ली जाने वाला रास्ता बंद कर दिया गया है.


बीकेयू भानु गुट का राकेश टिकैत पर बड़ा आरोप
ट्रैक्टर परेड में हिंसा के बाद खुद को किसानों के धरने से अलग करने वाले भारतीय किसान यूनियन के भानु गुट ने राकेश टिकैत पर बड़ा आरोप लगाया है. बीकेयू भानु गुट के प्रमुख भानु प्रताप सिंह ने कहा है कि राकेश टिकैत अपने ऊपर दर्ज मुकदमों को हटवाने के लिए गाजीपुर में धरने पर बैठे हुए हैं, जैसे ही मुकदमे हटा लिए जाएंगे, राकेश टिकैत अपने गांव वापस चले जाएंगे.
फर्जी खबरें फैलाने के आरोप में 'द कारवां' मैग्जीन के खिलाफ मामला दर्ज
दिल्ली पुलिस ने मैग्जीन 'द कारवां' मैग्जीन के खिलाफ कथित रूप से भ्रामक और झूठी खबर फैलाने के आरोप में एक एफआईआर दर्ज की है. मैग्जीन ने ट्वीट किया था कि, "26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली के दौरान राष्ट्रीय राजधानी में हिंसक किसान रैली के बाद आईटीओ चौराहे पर पुलिस गोलीबारी में एक किसान की गोली लगने से मौत हो गई." जबकि मृतक व्यक्ति की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पाया गया कि उसकी मौत ट्रैक्टर की चपेट में आने से हुई है.
थरूर और वरिष्ठ पत्रकारों के खिलाफ FIR दर्ज
दिल्ली में 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में गलत खबर फैलाने के आरोप में नोएडा पुलिस ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर और छह पत्रकारों समेत आठ लोगों के खिलाफ राजद्रोह व अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया है. कांग्रेस ने इसकी आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र और राज्यों की भाजपा सरकार विरोध की हर आवाज को दबाने में लगी हुई हैं.
"सरकार के साथ बातचीत का रास्ता बंद करने का कोई सवाल नहीं"
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि सरकार के साथ बातचीत का रास्ता बंद करने का सवाल ही पैदा नहीं होता. दरअसल, इससे पहले पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा था कि किसान यूनियनों के साथ बातचीत के दौरान सरकार द्वारा की गई पेशकश अभी भी बरकरार है और उससे बस सम्पर्क करके बातचीत की जा सकती है. इस बयान के बाद ही शाम को संयुक्त किसान मोर्चा ने बातचीत का रास्ता बंद नहीं करने की बात कही है.
"सरकार बताए वह कानून वापस क्यों नहीं ले सकती, हम सिर नहीं झुकने देंगे"
राकेश टिकैत ने सरकार से कहा कि वह खुद किसानों को बताये कि वह कृषि कानूनों को वापस क्यों नहीं लेना चाहती और 'हम वादा करते हैं कि सरकार का सिर दुनिया के सामने झुकने नहीं देंगे.' ट्रैक्टर परेड में हिंसा के कारण किसान आंदोलन के कमजोर पड़ने के बाद एक बार फिर जोर पकड़ने के बीच टिकैत ने सरकार से कहा, 'सरकार की ऐसी क्या मजबूरी है कि वह नये कृषि कानूनों को निरस्त नहीं करने पर अड़ी हुई है?'
शिरोमणि अकाली दल ने सिंघु बॉर्डर पर हुई हिंसक झड़प को दिया धार्मिक मुद्दा
शिरेमणि अकाली दल ने सिंघु बॉर्डर पर हुई हिंसक झड़प को धार्मिक मुद्दा बना लिया है. अकाली दल ने कहा है कि दिल्ली पुलिस और आंदोलन का विरोध करने आए लोगों के खिलाफ सिखों की धार्मिक भावनाएं आहत करने का केस दर्ज करने के लिए पंजाब पुलिस को हर जिले में दिल्ली पुलिस के सीनियर अफसरों के खिलाफ लिखित आपराधिक शिकायतें देगा. अकाली दल ने मांग कि है कि सिंघु बॉर्डर पर हुई हिंसक झड़प की तुरंत जांच की जाए. इसके इलावा पुलिस की भूमिका की भी जांच हो.

बैकग्राउंड

26 जनवरी को राजधानी में किसानों के ट्रैक्टर मार्च के दौरान हुई हिंसा के बाद आज बजट के दिन दिल्ली में सुरक्षा बेहद सख्त कर दी गई है. किसान आंदोलन के स्थल के आसपास पुलिस ने सख्त पहरा लगा दिया है. इसके साथ ही राजधानी दिल्ली के सभी मुख्य मार्गों पर भी भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है. रोड पर बैरिकेडिंग और कटींली तारें भी लगाई गयीं हैं.


संयुक्त किसान मोर्चा ने आज देशव्यापी कार्रवाई का एलान किया है. आंदोलन को दोबारा सफल बनाने के लिए पंजाब, हरियाणा और यूपी की पंचायतों ने लोगों को दिल्ली कूच करने का फरमान जारी किया. इस बीच किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जल्द ही बात करने के मूड में हैं. पीएम से बातचीत में हमें कोई दिक्कत नहीं, लेकिन इसके लिए सरकार पहले माहौल बनाए। सरकार इंटरनेट और बॉर्डर खुलवाए। बता दें पीएम मोदी ने हाल ही में कहा था कि किसानों से सिर्फ एक फोन कॉल दूर हूं.


26 जनवरी को हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस ने दंगा करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के विभिन्न मामलों में 38 केस दर्ज किए हैं और इस सिलसिले में 84 लोगों को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस द्वारा पंजाब और हरियाणा के विभिन्न स्थानों पर कई छापे मारे जा रहे हैं. गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर हुई बर्बरता को लेकर दिल्ली पुलिस ने शनिवार को जालंधर में अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की.

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