मुंबई: केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की ओर से आंदोलन किया जा रहा है. किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार लागू किए गए कृषि कानूनों को वापस ले. अपनी मांगों को लेकर किसान दिल्ली की तरफ कूच कर रहे हैं और दिल्ली बॉर्डर पर पिछले कई दिनों से डेरा डाले हुए हैं. इस बीच अब महाराष्ट्र के किसान भी इस आंदोलन से जुड़ेंगे.


दिल्ली बॉर्डर पर पिछले कई दिनों से पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश समेत देश के कई अन्य राज्यों के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. इन किसानों की मांग है कि केंद्र सरकार की ओर से हाल ही में लागू किए गए कृषि कानूनों को वापस लिया जाए. आंदोलन कर रहे इन किसानों को देश-विदेश से समर्थन भी मिल रहा है.


वहीं अब महाराष्ट्र के किसान भी इस आंदोलन से जुड़ने वाले हैं. दिल्ली में आंदोलन कर रहें किसानों का समर्थन करने के लिए महाराष्ट्र के किसान दिल्ली कूच करेंगे. महाराष्ट्र सरकार में राज्यमंत्री बच्चू कडू किसानों के आंदोलन का नेतृत्व करेंगे. इसके लिए चार नवंबर को अमरावती से दिल्ली के लिए रवाना होंगे.


12 हजार किसानों ने करवाया पंजीकरण


महाराष्ट्र सरकार में राज्यमंत्री बच्चू कडू की टीम की तरफ से दावा किया जा रहा है कि इस आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए करीब 12 हजार किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है. कोई भी किसान इसमें पंजीकरण करवा सकता है. दिल्ली के लिए किसान चार पहिया और दोपहिया वाहनों पर सवार होकर निकलेंगे.


तीन दिसंबर को बैठक


वहीं तीन दिसंबर को किसानों और केंद्र सरकार के बीच बैठक होने वाली है. तीन दिसंबर को होने वाली बैठक में क्या नतीजा निकलता है, इस पर भी यह मार्च निर्भर करता है. बच्चू कडू का कहना है कि अगर तीन दिसंबर की बातचीत बेनतीजा रहती है तो वह तय कार्यक्रम के हिसाब से दिल्ली कूच करेंगे. बता दें कि बच्चू कडू निर्दलीय विधायक हैं और शिवसेना के कोटे से उन्हें मंत्री बनाया गया हैं.


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