नई दिल्ली: सरकार का प्रस्ताव खारिज करने के बाद किसानों ने आंदोलन को देश व्यापापी बनाने की चेतावनी दे दी है. साफ शब्दों में कह दिया है कि जबतक कृषि कानून रद्द नहीं होगा वो डटे रहेंगे. आंदोलन लंबा चेलगा तो इसके लिए इंतजाम भी दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर मुकम्मल दिखाई दे रहे हैं.


450 किलोमीटर दूर पंजाब से घोड़ों की सवारी करता गुरू नानक दल मड़ीयां का जत्था दिल्ली बॉर्डर पहुंच गया है. कोंडली बॉर्डर के करीब इस जत्थे ने डेरा जमाते हुए किसानों की मदद शुरू कर दी है. कहीं किसानों के लिए रोटियां सेंकी जा रही है... तो कहीं साग घोटा जा रहा है. किसानों की पेट की भूख मिटाने का पूरा इंतजाम इस गुरू नानक दल मड़ीयां ने उठा लिया है.


कृषि कानून पर सरकार से जैसे जैसे गतिरोध बढ़ रहा है. दिल्ली बॉर्डर की किसानों की संख्या लगातार बढ़ रही है. दिल्ली में सिंधु बॉर्डर पर किसानों ने आंदोलनकारियों के लिए बड़ा मंच बनाया है. जिसपर हजारों की संख्या में किसान बैठे दिखाई दे रहे हैं. ना सिर्फ मंच आसपास के घरों की छत पर भी प्रदर्शनकारी डटे हुए हैं.


शादी में लगाया डोनेशन बॉक्स, किसानों की होगी मदद
कृषि कानून के खिलाफ किसान लामबंद होते जा रहे हैं. जोर दिल्ली की घेराबंदी का है. पंजाब के मुक्सर में किसानों को मुफ्त में पेट्रोल डीजल बांटा जा रहा है ताकि वो दिल्ली पहुंच सकें. पंजाब के मुक्तसर में आंदोलनकारियों की मदद के लिए अनोखी पहल शुरू की गई है. एक शादी में परिवार ने शनुन या गिफ्ट लेने के बाजए डोनेशन बॉक्स लगाया गया...ताकि मिलने वाले पैसों को दिल्ली में किसान आंदोलन तक पहुंचाया जा सके.


बॉर्डर पर जमे जवानों के लिए भी खास इंतजाम
एक तरफ किसान ना हटने को तैयार हैं ना झुकनों तो दूसरी तरफ दिल्ली में किसानों को घुसने से रोकने के लिए पुलिस ने घेराबंदी की है. पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवान भी मैदान में दमखम के साथ डटे हुए हैं.


इन जवानों के हौसले में कहीं से कमी ना आए इसके लिए भी पूरा इंतजाम किया जा रहा है. सुबह -सबुह चाय कॉफी के इंतजाम के साथ ही जावनों को इम्यूनिटी बढ़ाने वाला काढ़ा दिया जा रहा है. जवानों के भी खाने का पूरा इंतजाम किया जा रहा है. आंदोलन के एक तरफ किसान हैं तो दूसरी तरफ जवान और इन दोनों के बीच में है कृषि कानून पर सरकार के रुख का इंतजार.