चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसान आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी और पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा देने का एलान किया है.
बता दें कि दिल्ली की सीमा पर किसान तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ करीब दो महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं. आज आंदोलन का 58वां दिन है. किसान संगठनों का कहना है कि इस दौरान कई किसानों की अलग-अलग कारणों से मौत हुई है.
इस बीच CM कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा अब तक 76 किसानों के मारे जाने की लिस्ट बनी है. CM ने कहा कि शहीद किसान के एक पारिवारिक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी.
मुख्यमंत्री के इस फैसले के बाद कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि ''कांग्रेस किसानों के अधिकारों के साथ भी खड़ी है और उनके परिवारजनों के साथ भी. हम किसानों को खालिस्तानी या आतंकवादी नहीं अन्नदाता मानकर प्रणाम करते हैं. पंजाब कांग्रेस सरकार का ये फैसला किसानों की शहादत को सादर प्रणाम है.''
अमरिंदर सिंह ने कहा कि कृषि राज्य का विषय है और केंद्र सरकार ने बगैर राज्य के सलाह से तीन किसान विरोधी कानून लाया है. केंद्र इसे वापस ले.
बता दें कि पंजाब के मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अमरिंदर सिंह तीन नए कृषि कानूनों का लगातार विरोध कर रहे हैं. कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब विधानसभा से प्रस्ताव भी पारित किया जा चुका है.