Baba Ram Singh Suicide: किसानों के समर्थन में संत बाबा राम सिंह ने की खुदकुशी, राहुल बोले- मोदी सरकार की क्रूरता ने हद पार की
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने करनाल के संत बाबा राम सिंह की कथित खुदकुशी पर दुख जताया है. उन्होंने साथ ही मोदी सरकार से कहा कि जिद छोड़ कर कृषि कानून को वापस लें.
नई दिल्ली: दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का प्रदर्शन जारी है. इस बीच सिंघु बार्डर पर किसानों के धरने में शामिल संत बाबा राम सिंह ने किसानों के समर्थन में खुद को गोली मार ली. जिस वजह से उनकी मौत हो गई है.
संत बाबा राम सिंह की खुदकुशी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत अन्य नेताओं ने दुख जताया है. राहुल ने कहा कि मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने ट्वीट कर कहा, ''करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने कुंडली बॉर्डर पर किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ और श्रद्धांजलि.''
उन्होंने आगे कहा, ''कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं. मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है. ज़िद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी क़ानून वापस लो!''
करनाल के संत बाबा राम सिंह जी ने कुंडली बॉर्डर पर किसानों की दुर्दशा देखकर आत्महत्या कर ली। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ और श्रद्धांजलि।
कई किसान अपने जीवन की आहुति दे चुके हैं। मोदी सरकार की क्रूरता हर हद पार कर चुकी है। ज़िद छोड़ो और तुरंत कृषि विरोधी क़ानून वापस लो! pic.twitter.com/rolS2DWNr1— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 16, 2020
पंजाब के मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि इस दुख की घड़ी में हमारी संवेदनाएं संत बाबा राम सिंह के परिवार के साथ है.
Extremely shocked and saddened on learning of the tragic news of Sant Ram Singh ji of Nanaksar Singhra wale from Karnal ending his life at Singhu Border in protest against the Centre’s Farm Laws. My prayers are with his family and supporters in this time of grief.???? pic.twitter.com/xcAftiWvwc
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) December 16, 2020
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि सरकार को किसानों की आवाज़ सुननी चाहिए. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''संत बाबा राम सिंह जी की आत्महत्या की ख़बर बेहद पीड़ादाई है. इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं. हमारा किसान अपना हक़ ही तो मांग रहा है, सरकार को किसानों की आवाज़ सुननी चाहिए और तीनो काले कानून वापस लेने चाहिए.''
संत बाबा राम सिंह जी की आत्महत्या की ख़बर बेहद पीड़ादाई है। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं।
हमारा किसान अपना हक़ ही तो मांग रहा है, सरकार को किसानों की आवाज़ सुननी चाहिए और तीनो काले कानून वापस लेने चाहिए। pic.twitter.com/TWFpi47vCW — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 16, 2020
रामसिंह करनाल के पास नानकसर गुरुद्वारा साहिब से थे. राम सिंह ने कथित सुसाइड नोट भी छोड़ा है. उन्होंने लिखा- “किसानों का दुख देखा, अपने हक लेने के लिए सड़कों पर हैं. दिल बहुत दुखी हुआ, सरकार न्याय नहीं दे रही, जुल्म है, जुल्म करना पाप है, जुल्म सहना भी पाप है. किसी ने किसानों के हक में और जुल्म के खिलाफ कुछ किया... कईयों ने सम्मान वापस किए, पुरस्कार वापस करके रोष जताया.....यह जुल्म के खिलाफ आवाज है और मजदूर किसान के हक में आवाज है.”
किसान आंदोलन के समर्थन में खुद को गोली मार कर खुदकुशी करने वाले संत बाबा राम सिंह कौन थे?