राहुल गांधी का सरकार से सवाल- किसानों के प्रति बेपरवाही और सूट-बूट के साथियों के प्रति सहानुभूति क्यों?
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा कि सरकार किसानों को एमएसपी की लीगल गारंटी नहीं दे पा रही है. लेकिन अपने उद्योगपति साथियों को अनाज के गोदाम चलाने के लिए निश्चित मूल्य दे रही है.
नई दिल्ली: दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर किसानों का आंदोलन 39वें दिन भी जारी है. कल सरकार के साथ किसानों के आठवें दौर की बैठक होने वाली है. इस बीच राहुल गांधी ने सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य की लीगल गारंटी न दे पाने वाली मोदी सरकार उद्योगपतियों को अनाज के गोदाम चलाने के लिए निश्चित मूल्य दे रही है.
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, "किसानों को MSP की लीगल गारंटी ना दे पाने वाली मोदी सरकार अपने उद्योगपति साथियों को अनाज के गोदाम चलाने के लिए निश्चित मूल्य दे रही है. सरकारी मंडियां या तो बंद हो रही हैं या अनाज खरीदा नहीं जा रहा. किसानों के प्रति बेपरवाही और सूट-बूट के साथियों के प्रति सहानुभूति क्यूँ?."
किसानों को MSP की लीगल गारंटी ना दे पाने वाली मोदी सरकार अपने उद्योगपति साथियों को अनाज के गोदाम चलाने के लिए निश्चित मूल्य दे रही है। सरकारी मंडियां या तो बंद हो रही हैं या अनाज खरीदा नहीं जा रहा। किसानों के प्रति बेपरवाही और सूट-बूट के साथियों के प्रति सहानुभूति क्यूँ?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 3, 2021
उधर दिल्ली में लगातार बारिश होने से आंदोलन स्थलों पर जलजमाव हो गया है. संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान नेता अभिमन्यु कोहर ने रविवार को कहा कि किसान जिन तंबूओं में रह रहे हैं वह वॉटरप्रूफ हैं लेकिन ये ठंड और जलभराव से उनका बचाव नहीं कर सकते. उन्होंने कहा, ‘‘बारिश की वजह से प्रदर्शन स्थलों पर हालात बहुत खराब हैं, यहां जलभराव हो गया है. बारिश के बाद ठंड बहुत बढ़ गई है लेकिन सरकार को किसानों की पीड़ा नजर नहीं आ रही.’’
सिंघू बॉर्डर पर डटे गुरविंदर सिंह ने कहा कि कुछ स्थानों में पानी भर गया है और समुचित जन सुविधाएं नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘अनेक समस्याओं के बावजूद भी हम यहां से तब तक नहीं हिलने वाले जब तक कि हमारी मांगे पूरी नहीं हो जातीं. ’ मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली के कई इलाकों में भारी बारिश हुई तथा बादल छाए रहने और पूर्वी हवाओं के चलते न्यूनतम तापमान में वृद्धि हुई है. विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 9.9 डिग्री सेल्सियस तथा 25 मिमी बारिश दर्ज की गई. पालम वेधशाला में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री और 18 मिमी बरसात दर्ज की गई. छह जनवरी तक बारिश के साथ ओले गिरने का अनुमान है.’’
केन्द्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन रविवार को भी जारी रहा और कड़कड़ाती ठंड और बारिश के बावजूद किसान दिल्ली सीमा पर डटे हुए हैं. चिल्ला बॉर्डर पर किसानों ने सुबह बारिश से बचने के लिए टेंट में और ट्रॉली के नीचे शरण ली. वहीं दलित प्रेरणा स्थल पर अपने साथियों के साथ धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मास्टर श्योराज सिंह ने कहा कि सरकार और मौसम चाहे किसानों पर जितना भी सितम ढा ले, उनका हौसला डिगने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि जब तक नए कृषि कानून वापस नहीं लिए जाते, तब तक उनका संघर्ष जारी रहेगा.