Farmers Protest: किसानों की ओर से पिछले कई महीनों से दिल्ली की सीमा पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. केंद्र सरकार की ओर से लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान लंबे वक्त से आंदोलन कर रहे हैं. इस बीच भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना है कि वो सरकार से बातचीत को तैयार हैं.
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का एबीपी न्यूज़ से बातचीत में कहना है कि अगर सरकार की ओर से कोई शर्त नहीं रखी जाती है तो वो सरकार से बिना शर्त के बातचीत को तैयार हैं. राकेश टिकैत ने कहा, 'हम आठ महीने से सरकार को खोज रहे हैं. कहां है सरकार? सरकार हमें 22 जनवरी के बाद कहीं नहीं मिली. सरकार बातचीत के लिए शर्त क्यों लगा रही है.'
एक लाख करोड़ रुपये की वित्तीय सुविधाएं
बता दें कि एक दिन पहले ही कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कृषि उपज मंडी समितियां (एपीएमसी) अब बाजार क्षमता के विस्तार और किसानों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए एक लाख करोड़ रुपये के कृषि बुनियादी ढांचा कोष से वित्तीय सुविधाएं ले सकेंगी. जिस पर राकेश टिकैत ने कहा कि हमें सरकार से कर्जा नहीं चाहिए. हमें फसलों की कीमत चाहिए. एमएसपी चाहिए. सरकार बताए कि वो एक लाख करोड़ रुपये कहां निवेश कर रही है.
सरकार की ओर से लगातार किसान आंदोलन को खत्म करने की मांग की जा रही है. हालांकि किसान अपने आंदोलन पर बने हुए हैं. वहीं किसान आंदोलन खत्म करने की बात पर राकेश टिकैत ने कहा कि किसान आंदोलन खत्म नहीं होगा. राकेश टिकैत का कहना है कि मांगे पूरी न होने तक किसान आंदोलन जारी रहेगा.
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